अपना वादा निभाते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज (8 सितम्बर, 2022) इंडिया गेट में स्वतंत्रता सेनानी नेताजी सुभाष चंद्र बोस की भव्य प्रतिमा का अनावरण करेंगे। यह कार्यक्रम रात 8.45 में होगा।
यह प्रतिमा पहले से स्थापित नेताजी के होलोग्राम की जगह लेगी जो इस साल जनवरी में अनावरित की गई थी। नेताजी की होलोग्राम प्रतिमा स्थापित करते हुए पीएम मोदी ने वादा किया था कि जल्द ही एक असली प्रतिमा इसकी जगह लगेगी। 28 फुट ऊंची इस प्रतिमा को इंडिया गेट के समीप एक छतरी के नीचे स्थापित किया जाएगा।
26 हजार घंटे की मेहनत का फल
कर्नाटक के मशहूर मूर्तिकार अरुण योगराज के नेतृत्व में एक मूर्तिकार दल ने 26000 घंटे की मेहनत के बाद यह प्रतिमा तैयार की।
इस दल ने 280 मीट्रिक टन वजन वाले एक ग्रेनाइट पत्थर पर इस मूर्ति को उकेरा है। ग्रेनाइट के इस विशाल पत्थर को 1665 किलोमीटर — तेलंगाना के खम्मम से नई दिल्ली लाने के लिए 140 टायरों वाला एक विशेष ट्रक तैयार किया गया।
पूरी तरह हाथों से बनी यह मूर्ति दोनों पारंपरिक और आधुनिक तकनीकों के इस्तेमाल से तैयार हुई है।
संस्कृति मंत्रालय के मुताबिक, “28 फुट ऊंची, सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमा भारत की विशालतम, सजीव, अखंड पत्थर पर, हाथों से निर्मित प्रतिमाओं में से एक है।”
होंगे रंगारंग कार्यक्रम
नेताजी सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमा का अनावरण करते समय पीएम नरेंद्र मोदी का स्वागत मणिपुर और केरल के परंपरागत तरीकों से होगा। इस दौरान आजाद हिंद फौज के गीत “कदम कदम बढ़ाए जा” की ध्वनि भी बजेगी।
मुख्य समारोह के बाद उत्सव का आयोजन होगा जो 10 और 11 सितंबर, 2022 को शाम 7.00 बजे से रात 9 बजे तक जारी रहेगा। इस उत्सव में देश के कोने-कोने से आए 500 नर्तक, सांस्कृतिक प्रदर्शन करेंगे। जनता के लिए इस उत्सव में प्रवेश निशुल्क रहेगा।
संस्कृति मंत्रालय के अनुसार, “एक भारत-श्रेष्ठ भारत और अनेकता में एकता की भावना को प्रदर्शित करने के लिए देश के कोने-कोने से आए 500 नर्तकों द्वारा कर्तव्य पथ पर सांस्कृतिक उत्सव प्रदर्शित किया जाएगा। प्रधानमंत्री को इसकी झलक इंडिया गेट के समीप एम्फीथिएटर पर लगभग 30 कलाकारों द्वारा दिखाई जाएगी।”
देश की आजादी के बाद स्वतंत्रता सेनानी नेताजी सुभाष चंद्र बोस की विरासत का सम्मान नहीं हुआ, लेकिन अब देश अपने असली प्रतीकों की पहचान कर रहा है।