आज सुबह से ही हम सभी ने सोशल मीडिया और समाचार चैनल खोले तो देखा कि 13 राज्यों में PFI पर सरकारी एजेंसियों की छापेमारी चल रही है। तक़रीबन 100 से ज्यादा गिरफ्तारियाँ भी हो चुकी हैं।
ऐसे में पूरे देश के मन में ही सवाल आया होगा कि आखिर PFI है क्या और क्यों इस संगठन का नाम हम बार बार शाहीनबाग़ से लेकर केरल में राजनीतिक हत्याओं तक में सुनते रहते हैं?
हाल ही में उदयपुर, अजमेर, महाराष्ट्र में ‘सर तन से जुदा’ घटनाओं में हमने PFI का नाम सुना। हम में से आज की पीढ़ी शायद ये नहीं जानती कि PFI दरअसल प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन SIMI के लोगों द्वारा नाम बदल के लांच किया हुआ फ्रंट ही है।
आज आपको समझाते हैं PFI की क्रोनोलॉजी..
SIMI की कहानी शुरू होती है साल 1977 में अलीगढ मुस्लिम यूनिवर्सिटी से। जमात ए इस्लामी की स्टूडेंट विंग के रूप में शुरू हुए इस संगठन को शुरू किया अहमदुल्लाह सिद्दीकी ने। इसके सदस्य इतने रेडिकल हो गए कि जमात को इस से अपना पल्ला झाड़ना पड़ा। लेकिन SIMI की ख़ास बात यह थी कि इस संगठन से जुड़े लोग नाम बदल कर और नए संगठन खड़े कर लेते थे और सरकारी एजेंसियों की नजरों से बचे रहते थे।
JNU में भारत विरोधी नारेबाजी से चर्चा में आये और अभी UAPA में जेल काट रहे उमर खालिद के पिता भी इसी SIMI की लीडरशिप का हिस्सा रहे थे।
9/11 की आतंकी घटना के बाद जब पूरी दुनिया में आतंकी संगठनों के खिलाफ कार्रवाई की लहर चली, तभी भारत सरकार ने भी SIMI को बैन कर दिया।
सिमी के बैन होने के कुछ साल बाद ही PFI लांच हुआ। जब PFI लांच हुआ तब उसकी लीडरशिप में –
1. EM Abdul Rahiman- Ex-chairman PFI थे, जो Gen. Sec. SIMI रह चुके थे
2. P Koya- जो पूर्व PFI National Vice-Chairman हैं, SIMI के फाउंडर मेंबर थे
3. PFI President E Aboobacker भी SIMI Kerala (1982-84) को लीड करते थे
4. Abdul Hameed मास्टर भी SIMI’s के former National Sec. रह चुके हैं
सिर्फ यही नहीं, PFI जिन तीन आर्गेनाइजेशन- National Development Front (NDF), Karnataka Forum for Dignity, & Manitha Neethi Pasarai, से मिल कर बना था उन तीनों का डीएनए भी SIMI से ही निकलता है।
PFI पर कई सालों से विदेशी फंडिंग के दुरूपयोग से आतंकी घटनाओं में संलिप्त होने के आरोप लगते रहे हैं। ऐसे में सरकार द्वारा इतने बड़े स्तर पर PFI नेटवर्क पर कार्रवाई आने वाले वक़्त में सरकार की अराजकता के प्रति कठोर कार्यवाही की नींव रखती है।