पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड इमरान खान को लेकर एक नए विवाद में फंस गया है। पाकिस्तान के क्रिकेट बोर्ड द्वारा 14 अगस्त के मौके पूर्व पाकिस्तानी खिलाड़ियों पर बनाए गए एक वीडियो को लेकर उसकी भारी आलोचना हो रही है। आलोचना मात्र सोशल मीडिया तक ही सीमित नहीं है, अखबारों में भी कॉलम लिखकर पीसीबी की फजीहत की जा रही है।
पूरा मामला 14 अगस्त को पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड द्वारा जारी किए गए एक वीडियो से जुड़ा हुआ है। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने अपने स्वतंत्रता दिवस के मौके पर देश के बड़े क्रिकेटरों से जुडी हुई यादों को लेकर एक 2 मिनट 20 सेकंड का वीडियो जारी किया है।
इस वीडियो में पूर्व पाकिस्तानी क्रिकेटर शोएब अख्तर, जावेद मियाँदाद, शाहिद अफरीदी और यहाँ तक कि नए खिलाड़ियों जैसे कि नसीम शाह तक का जिक्र किया गया है। इस पूरे वीडियो के कवर फोटो में केवल एक जगह इमरान खान को जगह दी गई है जबकि पूरे वीडियो में उन्हें कहीं दिखाया ही नहीं गया है।
गौरतलब है कि इमरान की ही कप्तानी में पकिस्तान ने 1992 में विश्वकप जीता था। इमरान खान का उल्लेख ना किए जाने पर पाकिस्तानी लगातार पीसीबी पर सवाल उठा रहे हैं। इमरान खान ने खेल से संन्यास लेने के बाद राजनीति शुरू कर दी थी और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री पद तक पहुंचे।
हाल ही में उन्हें तोशाखाना मामले में दोषी ठहराकर जेल भेज दिया गया है। सारी स्थितियां तब उनके खिलाफ हुईं जब उन्होंने सत्ता में रहते हुए सेना के विरुद्ध बोलना चालू कर दिया। 9 मई 2023 को इमरान को गिरफ्तार करने को लेकर पाकिस्तान में बड़े स्तर पर दंगे हुए थे जिसके बाद सेना और सरकार ने दमनचक्र चला कर इमरान और उनकी पार्टी तहरीक ए इन्साफ को अप्रभावी बना दिया और अधिकांश नेताओं को या तो राजनीति से संन्यास लेने पर मजबूर कर दिया या उन्हें जेल में डाल दिया।
इमरान का इस वीडियो में ना होना इसी बात संकेत है कि उनकी राजनीतिक छवि के चलते ही उन्हें उनकी खेल जगत की उपलब्धियों से भी वंचित रखा जा रहा है। इस पूरे काम में प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से सेना का रोल है। पीसीबी से प्रश्न पूछे जाने पर उसने कोई भी जवाब देने से इंकार कर दिया है। पाकिस्तान के बड़े समाचार पत्र डॉन में भी इस कृत्य की आलोचना की गई है।
पीसीबी के इस कृत्य पर लोगों ने जम कर उसकी आलोचना की है। एक यूजर ने लिखा कि पीसीबी बेशर्म है। एक अन्य यूजर ने पीसीबी को डरपोक बताया।
अली इम्तियाज नाम के एक व्यक्ति ने लिखा, “कुछ शर्म करो भाई”।
गौरतलब है कि पाकिस्तान लगातार भारत द्वारा अपनी टीम पकिस्तान ना भेजे जाने पर कहता आया है कि खेल को राजनीति या कूटनीति के साथ नहीं मिलाया जाना चाहिए जबकि पीसीबी का यह कारनामा इसी का सबसे बड़ा उदाहरण है।
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