पाकिस्तान के सिन्ध प्रान्त में बीते रविवार यानी 1 जनवरी, 2023 को 35 वर्षीय हिन्दू व्यक्ति लालू कच्छी की लोहे की रॉड से पीट-पीटकर हत्या कर दी गई जबकि उनकी बहन लाली कच्छी का अपहरण कर लिया गया।
यह घटना नबीसर रोड़ कुनरी, उमरकोट की है। स्थानीय मीडिया रिपोर्टस के अनुसार कच्छी की माँ अपने बेटे की हत्या और बेटी के अपहरण की प्राथमिकी (FIR) दर्ज करवाने के लिए बीते एक दिन से रात भर कड़ाके की ठण्ड में भी धरने पर बैठी रहीं।
हिन्दू युवती लाली का अपहरण
तकरीबन 1 माह पहले लालू की विवाहिता बहन लाली का अपहरण अब्दुल्ला खोसो नामक एक पुलिसकर्मी ने किया था। जब लड़की को अदालत में पेश किया गया तो उसने अपहरणकर्ताओं के दबाव में ना आकर सारी सच्चाई अदालत के सामने रखी। लाली ने अपनी माता के पक्ष में बयान देते हुए कहा कि वह अपने घरवालों के साथ रहना चाहती है।
बयान के बाद अदालत ने लाली को उसके घर वालों के पास भेजने का आदेश सुनाया। हालाँकि, कुछ दिन बाद अब्दुल्ला खोसो ने दोबारा लाली का अपहरण किया। लाली के बड़े भाई लालू के जब इसका विरोध किया तो उसे लोहे की रॉड और अन्य धारदार हथियारों से बुरी तरह तरह मारा गया।
इस मारपीट के बाद लालू अस्पताल में भर्ती थे, इलाज के दौरान 1 जनवरी को उनकी मृत्यु हो गई।
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लालू की माँ ने मीडिया से बातचीत में बताया है कि उसके बेटे की हत्या की गई है और उसकी बेटी का अपहरण कर लिया गया। यह सब उसकी आँखों के सामने हुआ है। उन्होंने सिन्ध सरकार और स्थानीय अधिकारी पर आरोप भी लगाया है कि वे इस घटना पर चुप हैं। उनका कहना है कि पुलिस पहले FIR तक दर्ज करने के लिए राजी नहीं थी।
इस पूरे घटनाक्रम पर जब विरोध बढ़ा तो पुलिस ने हत्या के तीन दिन बीत जाने के बाद आखिरकार आज यानी 3 जनवरी, 2023 को पुलिसकर्मी अब्दुल्ला खोसो के खिलाफ FIR दर्ज कर ली है।
पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों पर अत्याचार थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। हाल ही में सिन्ध प्रान्त में ही 28 दिसम्बर, 2022 को भील समुदाय की 40 वर्षीय हिन्दू महिला दया भील का सामूहिक बलात्कार किया गया था और फिर बड़ी बेरहमी से महिला की हत्या कर दी गई थी।