बॉलीवुड लंबे समय से अपनी फिल्मों को लेकर विवाद झेल रहा है। यही सब विवाद अक्षय कुमार स्टारर फिल्म OMG-2 में भी देखने को मिला। फिल्म का ट्रेलर हाल ही में रिलीज किया गया है मगर सेंसर बोर्ड की हरी झंडी के बाद।
अमित राय निर्देशित फिल्म को सेंसर बोर्ड ने पास कर दिया और केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (CBFC) ने फिल्म को ‘Adult’ यानी A सर्टिफिकेट दिया है। ये प्रमाण पत्र फिल्म में 27 बदलावों के बाद दिए गए हैं। इसके अलावा भी कई सीन को बदला गया है।
आपको बता दें, OMG 2 परेश रावल और अक्षय कुमार की 2012 में आई फिल्म ‘ओह माय गॉड’ का सीक्वल है। पहली फिल्म में अक्षय कुमार ने भगवान श्रीकृष्ण का किरदार निभाया था और इस बार वह फिल्म में भगवान शिव का किरदार निभाते नज़र आ रहे हैं इसके साथ ही फिल्म में पंकज त्रिपाठी और यामी गौतम भी नज़र आएगी।
फिल्म का टीज़र रिलीज़ होने के बाद से ही फिल्म विवादों में थी जिसकी वजह से ट्रेलर के रिलीज़ में भी देरी की जा रही थी मगर सेंसर बोर्ड की मंज़ूरी के बाद ही फिल्म का ट्रेलर रिलीज़ किया गया।
वहीं सेंसर बोर्ड ने फिल्म के निर्माताओं से फिल्म में अक्षय कुमार के किरदार में कुछ बदलाव करने के लिए कहा है, जिसमें फिल्म में भगवान शिव का उनका किरदार भी शामिल है।
पहले वह फिल्म में भगवान शिव का किरदार निभा रहे थे मगर अब अक्षय कुमार द्वारा निभाया गया किरदार भगवान शिव से एक दूत और हिंदू भगवान के भक्त में बदल गया है। इसके साथ ही शिवजी के दूत को नशे में होने के विजुअल को भी बदला गया है।
इसके अलावा, नागा साधुओं से जुड़े दृश्यों में सामने की नग्नता को दर्शाने वाले दृश्यों को भी संशोधित किया गया है और उनकी जगह साइड शॉट्स लेने के लिए कहा गया हैं। वहीं एक बिलबोर्ड से ‘मूड एक्स’ कंडोम वाला पोस्टर हटा दिया गया, और चूहे के जहर वाली बोतल के लेबल से ‘चूहा’ शब्द हटा दिया गया है।
फिल्म में कई डायलॉग में भी बदलाव किए गए हैं। इसमें ‘नंदी मेरे भक्त… जो आज्ञा मेरे प्रभु’ डायलॉग को जोड़ा गया है। फिल्म में बोले गए संवाद जैसे, ‘शिवजी के लिंग’ को ‘शिवलिंग’ या ‘शिवरूप’ से बदला गया है। साथ ही ‘मैं टाँग क्यों उठाऊँ’ डायलॉग को भी बदला गया है।
फिल्म में महिलाओं को लेकर मंदिर से की जा रही घोषणा ‘भगवान को भक्ति महिलाएँ नहीं देख सकतीं’ को बदलकर ‘ओ लाल शर्ट वाले भईया… बाबा का ध्यान करते रहें’ करने को कहा गया है। फिल्म में जहाँ जहाँ ‘सवोदय’ लिखा हुआ है, उसे भी बदलने को कहा गया है। प्रसाद के रूप में ‘अल्कोहल, व्हिस्की, रम’ चढ़ने की बात को ‘वहाँ मदिरा चढ़े हैं’ किया गया है। ‘हाईकोर्ट, मज़ा आएगा’ वाले डायलॉग को भी को भी हटा दिया गया है क्योंकि यह अश्लील है और संबंधित संस्था के लिए अपमानजनक है।
फिल्म में सेक्स वर्कर द्वारा अननेचुरल सेक्स करते हुए दिखाई गईं कलाकृतियों के सामने किए जा रहे प्रश्न को भी बदलने के लिए कहा गया है। ‘स्त्री की योनि हवन कुंड है’ जैसे डायलॉग को भी हटाया गया है। कोर्ट में जज को सेल्फी लेते हुए दिखाने और हराम शब्द को पाप से बदलने के लिए भी कहा गया है। तो कुछ इस तरह फिल्म में कुल 27 बड़े बदलाव किए गए हैं।
लंबे विवाद और कई सारे बदलाव के बाद फिल्म जल्द ही 11 अगस्त को रिलीज़ होने जा रही हैं।
यह भी पढ़े : ‘पत्थरबाजी का परमानेंट इलाज’, पत्रकार अमन चोपड़ा को क्यों निशाना बना रहे कांग्रेसी ट्रोल्स