बुधवार (7 जून, 2022) के दिन भुवनेश्वर में राज्य सरकार और रेलवे द्वारा घोषित मुआवजा राशि के लिए बालासोर ट्रेन दुर्घटना में अपने पति की मौत को ‘फर्जी’ बनाने की कोशिश करने वाली एक महिला अब ख़ुद संकट में है।
रिपोर्ट के मुताबिक बताया गया कि यह महिला कटक जिले के मणिबांडा की गीतांजलि दत्ता है जिन्होंने यह दावा किया था कि उनके पति बिजय दत्ता की 2 जून को बालासोर ट्रेन दुर्घटना में मृत्यु हो गई थी और उन्होंने एक शव की पहचान अपने पति के रूप में की थी। हालांकि बाद में दस्तावेजों की जांच के बाद ये सामने आया है कि उनका दावा झूठा था और उनका पति जीवित था।
सच्चाई सामने आने पर पुलिस ने महिला पर कोई करवाई ना करते हुए उसे चेतावनी देकर जाने दिया, लेकिन परेशानी तब शुरू हुई जब उसके पति ने मणिबांधा पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज करवा दी। पुलिस ने बताया कि दोनों ही पति-पत्नी 13 सालों से अलग रह रहे थे और अब गिरफ्तारी के डर से महिला छिप गई है।
इस व्यक्ति ने अपनी पत्नी के खिलाफ जनता के पैसे हड़पने की कोशिश करने और उनकी मौत का नाटक करने के लिए कड़ी कार्रवाई की मांग की है। वहीं मुख्य सचिव पीके जेना ने रेलवे और ओडिशा पुलिस से शवों पर फ़र्ज़ी दवा करने वाले लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने को कहा है। इससे पहले, ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने मृतकों के परिजनों के लिए 5 लाख रुपए की अनुग्रह राशि की घोषणा की थी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी 2 लाख रुपए की अनुग्रह राशि की घोषणा की थी और रेल मंत्रालय ने हादसे में मरने वालों के परिजनों को 10 लाख रुपये देने का ऐलान किया है।
बता दें कि ओडिशा में गत 2 जून को बालासोर रेल हादसा हुआ जिसमें 288 लोगों की जान चली गई और करीब 1100 यात्री घायल हुए।कोरोमंडल एक्सप्रेस पश्चिम बंगाल में कोलकाता के हावड़ा स्टेशन और तमिलनाडु के चेन्नई के बीच चलती है। इस रेल हादसे में 15 बोगियां पटरी से उतर गई थीं।
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