उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को आदेश दिए है की प्रदेश में अवैध शराब के निर्माण और बिक्री को पूरे तरह से रोका जाए। कार्ययोजना बनाकर छापेमारी की जाए और इसको लेकर ठोस कार्य की जाएं।
मुख्यमंत्री ने ऐसे पुलिसकर्मियों को कार्रवाई से दूर रखने को कहा है जो नशे के आदी हैं। मुख्यमंत्री ने कहा है कि जो भी दोषी पाए जाएं उनके ऊपर कठोरतम कार्रवाई की जाए। मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने यह सारी बातें प्रदेश के गृह विभाग के साथ एक बैठक में कही।
गौरतलब है कि प्रदेश में अवैध शराब के निर्माण और बिक्री पर सख्ती के चलते पिछले लगभग 1 वर्ष में 26 लाख लीटर से अधिक अवैध शराब पकड़ी गई है जिसमे 91 हजार से अधिक मामले दर्ज किए गए हैं। 29 हजार से अधिक लोगों पर कार्रवाई भी की गई है।
मुख्यमंत्री योगी इस समय प्रदेश में चलने वाले अवैध रिक्शा और टैक्सी स्टैंड पर भी सख्त हैं, उन्होंने कहा है कि प्रदेश में किसी भी प्रकार के अवैध स्टैंड का संचालन नही होना चाहिए। इन स्टैंड को चिन्हित करके कार्रवाई की जाए। इन स्टैंड से अवैध वसूली होती है जिसका उपयोग आगे असामाजिक गतिविधियों में होता है।
मुख्यमंत्री ने प्रदेश में तैनात कर्मचारियों और अधिकारियों से अपने आचरण में भी बदलाव लाने की बात कही। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने राज्य में शांति व्यवस्था सुचारू रूप से चलती रहे इसके लिए सुप्रीम कोर्ट के शोर को नियंत्रित करने के आदेशों का पालन करने की बात भी की। उन्होंने कहा कि किसी भी क्षेत्र में डीजे संचालन से पहले आप के सामंजस्य स्थापित किया जाए। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से महिलाओं की सुक्षा को सुनिश्चित करने पर भी जोर देने की बात की है।
गौरतलब है कि हाल ही के पड़ोसी राज्य बिहार में अवैध जहरीली शराब के कई मामले सामने आए हैं, इनमें से कुछ मामलों में बड़ी संख्या में मौतें भी हुई हैं। उत्तर प्रदेश में कोई भी ऐसी घटना ना घटित हो इसके लिए मुख्यमंत्री सख्त हैं।
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