पंजाब में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) द्वारा बुधवार (अक्टूबर 11, 2023) को मोगा के कोठे गुरुपारा (रेडे) गांव में छापेमारी की गई है। एनआईए ने अपनी कार्रवाई में खालिस्तान समर्थक लखबीर रोडे की संपत्ति जब्त कर ली है जो कि प्रतिबंधित आतंकी संगठन इंटरनेशनल सिख यूथ फेडरेशन का प्रमुख है। साथ ही छापेमारी के दौरान एजेंसी द्वारा खालिस्तानी समर्थक के घर पर नोटिस भी चस्पा किया गया है।
उल्लेखनीय है कि पिछले माह ही एनआईए द्वारा चंडीगढ़, अमृतसर और जालंधर में खालिस्तान समर्थन गुरपतवंत सिंह पन्नुन और कनाडा में हाल ही मारे गए हरदीप सिंह निज्जर की संपत्तियों को जब्त कर लिया गया था।
भारतीय मूल के कनाडाई नागरिक एवं खालिस्तान समर्थक हरदीप सिंह निज्जर अपनी हत्या के समय खालिस्तान टाइगर फोर्स का नेतृत्व कर रहा था जो कि इस वर्ष जून में ब्रिटिश कोलंबिया के सरे (Surrey) में हुई थी। खालिस्तान टाइगर फोर्स भारत में एक प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन है।
गौरतलब है कि अलगाववादी निज्जर की संदिग्ध हत्या के बाद से भारत और कनाडा के बीच राजनयिक तनाव बढ़ गए थे। कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो द्वारा हत्या में भारतीय एजेंट्स के संबंध होने का निराधार दावा किया गया था। इसके बाद से भारत ने कनाडा के प्रति कठोर रवैया अपनाया है।
जाहिर है कि गुरपतवंत सिंह पन्नुन के नेतृत्व वाला सिख फॉर जस्टिस एक अन्य खालिस्तान समर्थक संगठन है। यह कनाडा से संचालित होना बताया जाता है। भारत सरकार इस संगठन को यूएपीए के तहत प्रतिबिंधित कर चुकी है। वहीं, पन्नुन वर्तमान में संयुक्त राज्य अमेरिका में रह रहा है और भारत सरकार द्वारा प्रत्यर्पण अनुरोध का विषय है। कनाडा से हाल के वर्षों में कट्टरपंथी खालिस्तानी घटनाओं में बढ़ोतरी हुई है। भारत ने कनाडा को खालिस्तानियों के लिए सुरक्षित स्थान बताया है।
निज्जर की हत्या का मामला सामने आने के बाद पंजाब में लुधियाना से कांग्रेस सांसद रवनीत सिंह बिट्टू ने लोकसभा में कहा था कि कनाडा में कई गुरुद्वारे गुरपतवंत सिंह पन्नून और हरदीप सिंह निज्जर के नियंत्रण में हैं। उन्होंने दावा किया था कि ऐसे गुरुद्वारों में दान के रूप में आने वाले हजारों डॉलर कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो की पार्टी के फंड में चले गए, जिसके कारण वह कनाडा में केवल 0.50 प्रतिशत सिख आबादी का तुष्टिकरण करने वाले बयान दे रहे हैं।