NIA ने अपनी चार्जशीट में बताया है कि प्रतिबंधित इस्लामिक संगठन पापुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) देश के खिलाफ सेना तैयार कर रहा था और युद्ध छेड़ना चाहता था। यह सब प्लानिंग वर्ष 2047 तक भारत को इस्लामिक राष्ट्र बनाने के लिए हो रही थी। PFI ने इसके लिए अलग अलग टीमें बना रखी थीं।
PFI लोगों को भड़का कर उन्हें मुजाहिद्दीन बनाना चाहती थी जिससे वह देश के खिलाफ लड़ाई में उतर जाएं। PFI की यह भी प्लानिंग थी कि जब पाकिस्तान भारत पर हमला करे तो सेना के उधर फंसे होने का फायदा उठाकर दक्षिण में इस्लामिक शासन स्थापित किया जाए और फिर उत्तर में भी इसी तरह का प्रयास किया जाए।
यह सारे खुलासे NIA द्वारा दाखिल चार्जशीट में हुए है। गौरतलब है कि पिछले वर्ष सितम्बर माह में PFI पर देशव्यापी प्रतिबंध लगा दिया गया था और इसके प्रमुख चेहरों की धरपकड़ चालू हो गई थी। तब से NIA लगातार देश भर में इस मामले में छापेमारी कर रही है।
यह भी पढ़ें: बेट द्वारका में चल रहा संदिग्ध PFI कनेक्शन वाले अतिक्रमण तोड़ने का जोरदार अभियान
NIA ने गिरफ्तार किए गए PFI के एक कार्यकर्ता के हवाले से यह खुलासा किया है कि पापुलर फ्रंट ऑफ इंडिया भारत की लोकतांत्रिक सरकार को उखाड़ कर देश में इस्लामिक खिलाफत स्थापित करना चाहती थी। इस तरह भारत के खिलाफ युद्ध छेड़ने के लिए PFI देश भर में युवाओं को तैयार कर रही थी।
PFI लगातार युवाओं को हथियारों की ट्रेनिंग दे रही थी। इसके अतिरिक्त, पापुलर फ्रंट के कुछ कार्यकर्ताओं को यह निर्देश दिए गए थे कि वह हिन्दू संगठनों के मुख्य चेहरों की पहचान करें। बाद में इन सभी लोगों की हत्या की योजना बनाइए जा रही थी।
NIA ने कहा है कि PFI के वर्ष 2006 में बनने के बाद से ही इसके कार्यकर्ता देश भर में हत्याओं में शामिल रहे हैं। इनके मुख्य चेहरे तब से लगातार धन इकट्ठा करके हथियार खरीदने, उनको चलाने के लिए ट्रेनिंग कैम्प लगाने और हत्याएं कराने में लगे रहे हैं।
NIA द्वारा इस मामले में दाखिल की गई यह पांचवी चार्जशीट है। NIA ने PFI के 37 बैंक खाते सीज किए हैं और इसके 12 बड़े चेहरों के खिलाफ चार्जशीट में आरोप दाखिल किए हैं। कुल पांच चार्जशीट में 105 लोगों को शामिल किया गया है। इनमें से कई PFI की राष्ट्रीय समिति के सदस्य हैं।
यह भी पढ़ें:आतंक, हत्याएँ और उपद्रव: जानिए PFI-SIMI की क्रोनोलॉजी
जिन बड़े नामों पर NIA ने शिकंजा कसा है उसमें ओएमए सलाम, ईएम अब्दुल रहमान, अफसर पाशा, ई अबूबकर, पी कोया समेत अन्य शामिल हैं। NIA ने इस मामले में देश भर में कार्रवाई की है, NIA ने अब तक चेन्नई, दिल्ली, जयपुर, हैदराबाद, कुरनूल, इम्फाल और गुवाहाटी जैसे शहरों में 37 बैंक खाते सीज किए हैं।
PFI ने स्थानीय स्तर पर युवाओं को शारीरिक कैम्प और योग जैसे क्रियाकलापों के जरिए भर्ती करने की योजना बनाई थी, PFI इन युवाओं को फिर अपने एजेंडे में शामिल करती थी। संगठन के अंदर रिपोर्टर विंग और एक्स्क्युजन विंग जैसे हिस्से थे।