राष्ट्रीय जाँच एजेंसी ने बीते बृहस्पतिवार (24 नवम्बर, 2022) को गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई को पंजाब की एक जेल से गिरफ्तार किया है।
यह गिरफ्तारी आतंकी समूहों और आपराधिक सिंडिकेट के साथ मिलकर देश के विभिन्न हिस्सों में हिंसक कृत्यों और सनसनीखेज अपराधों को अंजाम देने के मामले में की गई है।
राष्ट्रीय जाँच एजेंसी के प्रवक्ता ने मीडिया को बताया कि बठिंडा जेल में बन्द बिश्नोई ने अधिकांश साजिशें जेल के अन्दर से रची हैं। इन साजिशों को देश और विदेश में स्थित गैंगस्टरों के एक संगठित नेटवर्क द्वारा अंजाम दिया जा रहा था।
एनआईए ने बताया कि गिरफ्तार किया गया गैंगस्टर पिछले एक दशक से भी अधिक समय से पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, हिमाचल प्रदेश, राजस्थान और दिल्ली में टारगेट किलिंग और सनसनीखेज हत्याओं को अंजाम देने की साजिश के अलावा कई अन्य मामलों में शामिल रहा है।
क्या है पूरा मामला
पंजाब के फाजिल्का निवासी बिश्नोई साल 2014 से जेल में है। उसे राजस्थान पुलिस के साथ मुठभेड़ के दौरान गिरफ्तार किया गया था।
बिश्नोई को पिछले साल दिल्ली की तिहाड़ जेल में स्थानांतरित किया गया था। बाद में सिद्धू मूसेवाला की सनसनीखेज हत्या के सिलसिले में उसे पंजाब स्थानांतरित कर दिया गया।
एनआईए ने कहा कि यह मामला भारत और विदेश में स्थित एक आपराधिक सिंडिकेट के सदस्यों द्वारा भारत में आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए धन जुटाने और युवाओं की भर्ती करने के लिए रची गई साजिश से संबंधित है।
अधिकारी ने कहा कि इस तरह की सभी आपराधिक हरकतें स्थानीय घटनाएं नहीं हैं, बल्कि देश के भीतर और बाहर दोनों जगह सक्रिय आतंकवादियों, गैंगस्टरों, ड्रग तस्करी कार्टेल और नेटवर्क के बीच एक गहरी साजिश का हिस्सा हैं।
पाकिस्तान की ख़ुफ़िया एजेंसी आईएसआई और अन्तरराष्ट्रीय खालिस्तानी संगठन मिलकर कैसे भारत में गैंगस्टर, ड्रग तस्करी कार्टेल के जरिए अलगाववाद की साजिश रच रहे हैं।
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हाल ही में, विदेशों से भारत के खिलाफ साजिश रच रहे खालिस्तानी आतंकियों के नेटवर्क को बड़ा झटका लगा था। जब गैंगस्टर से आतंकी बने हरविंदर सिंह उर्फ़ रिंदा की मौत की खबर आई थी।
हरविंदर सिंह रिंदा की मौत पाकिस्तान के लाहौर में एक अस्पताल में हुई।
वहीं एक अन्य आतंकी हैप्पी संघेरा इटली में मारा गया और इसके बाद बैंकॉक में सक्रिय एक खालिस्तानी समर्थक आतंकी कुलविंदर सिंह खानपुरिया को दिल्ली एयरपोर्ट पर एनआईए ने गिरफ्तार कर लिया था।
वहीं, अब गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई को गिरफ्तार करने की यह कार्रवाई आंतरिक सुरक्षा के लिहाज़ से महत्वपूर्ण है। खालिस्तानी नेटवर्क को ध्वस्त करने के लक्ष्य में भारतीय सुरक्षा एजेंसियाँ लगातार एक्शन मोड में दिख रही हैं।