समाचार वेबसाइट न्यूज़क्लिक को चीन द्वारा फंड दिए जाने और भारत में चीनी प्रॉपगेंडा को फैलाने को लेकर अब एक नया खुलासा हुआ है।
दरअसल, नेविल रॉय सिंघम के कुछ ई-मेल सामने आए हैं। इन ई-मेल में न्यूजक्लिक में स्तंभकार प्रबीर पुरकायस्थ, विजय प्रसाद, राधाकृष्णन, जैनल, CPI (M) नेता प्रकाश करात समेत कई अन्य पत्रकारों के नाम शामिल हैं।
इन ई-मेल में कुछ विषयों पर बात की गई है, जिन पर न्यूजक्लिक फोकस करना है। मसलन, कोविड-19 महामारी के दौरान चीन का बचाव करना, भारत में किसानों के विरोध का समर्थन करना, भारतीय कम्युनिस्टों का सहयोग करना, भारत-चीन सीमा संघर्ष पर चीन का बचाव करना आदि।
इसी ई-मेल में नेविल रॉय सिंघम चीनी हैंडलर्स के साथ न्यूजक्लिक की टीम का परिचय करवा रहे हैं।
इस ई-मेल में लिखा है कि हम चीन और कोरोना वायरस से निपटने पर लेखों की एक श्रृंखला पर एक साथ काम कर रहे हैं। वे मूल रूप से ग्लोबट्रॉटर द्वारा सिंडिकेट किए जाएंगे। फिर तीनों को एक ट्राइकॉन्टिनेंटल प्रकाशन में एकत्रित किया जाएगा। पहला भाग लगभग पूरा हो चुका है।
ई-मेल में यह भी कहा गया है कि इनमें से किसी भी सामग्री को इस समूह के बाहर प्रसारित न करें। आगे लिखा है कि इस पर विजय (एक्टिविस्ट और न्यूजक्लिक में स्तंभकार) का नियंत्रण होना चाहिए।
बता दें कि न्यूजक्लिक को चीनी फंडिंग करने व नेविल रॉय सिंघम के कहने पर भारत में चीनी प्रोपेगेंडा फैलाने का भंडाफोड़ न्यूयॉर्क टाइम्स ने हाल ही में किया।
इससे पहले साल 2021 में, प्रवर्तन निदेशालय की एक जांच में पाया गया था कि न्यूज़क्लिक को विदेशों से 38 करोड़ रुपए की धनराशि प्राप्त हुई थी।
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