नेपाल में सत्तारूढ़ नेपाली कॉन्ग्रेस के सह महासचिव एवं पूर्व मंत्री महेन्द्र यादव पर बुधवार (सितम्बर 6, 2023) के दिन जानलेवा हमले का मामला सामने आया है। बताया जा रहा है कि महेंद्र यादव की गर्दन पर धारदार हथियार से प्रहार किया गया। हमले के बाद उन्हें खून से लथपथ अवस्था में ही ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया।
रिपोर्ट्स के अनुसार, काठमांडू पुलिस के एसपी कुमुद ढुंगेल ने बताया कि करीब 45 वर्षीय श्याम सापकोटा ने पूर्व मंत्री महेन्द्र यादव पर धारदार खुकुरी से हमला किया गया। हमलावर सापकोटा को पुलिस ने तत्काल नियंत्रण में ले लिया। हमलावर रिपोर्टर्स क्लब में पूरे समय पत्रकार के रूप में मौजूद रहा, जैसे ही महेन्द्र यादव अपनी बात पूरी कर वहां से बाहर निकलने लगे, वैसे ही सापकोटा ने हथियार से उनके गर्दन पर हमला कर दिया।
इस हमले के पीछे एक वजह यह बताई जा रही है कि महेन्द्र यादव रिपोर्टर्स क्लब में चीन के राजदूत के द्वारा दिए गए बयान का विरोध कर रहे थे। उन्होंने चीनी राजदूत के बयान को कूटनीतिक मर्यादा का उल्लंघन बताया था और उनसे स्पष्टीकरण की मांग की थी। उन्होंने चायनीज राजदूत को अपनी मर्यादा में रहने और नेपाल को कूटनीतिक ज्ञान ना देने की बात भी कही थी।
हमलावर ने अपने सिर पर काले रंग की राष्ट्रीय टोपी पहन रखी थी और अपनी गोद में एक काला बैग सावधानी से पकड़ रखा था। एक प्रत्यक्षदर्शी ने कहा कि यादव जब क्लब से बाहर निकल रहे थे तो उन पर पीछे से हमला किया गया। हमले के बाद वहां पर मौजूद कुछ लोगों ने यादव को बचा लिया, उनका सिर्फ बहते खून से सना हुआ था। पुलिस के मुताबिक वह खतरे से बाहर हैं।
चीनी राजदूत ने दिया था भारत के खिलाफ भड़काऊ बयान
चीन पर निरंतर भारत के खिलाफ नेपाल को भड़काने के आरोप लगते। इसी बीच नेपाल में चीनी राजदूत चेन सोंग ने नेपाल को भारत के बजाय चीन से सहयोग की सलाह दी थी। चीनी राजदूत ने भारत के खिलाफ अपने एक बयान में भारत को एक ऐसे देश के रूप में बताया जो अपने पड़ोसियों, खासकर नेपाल के प्रति मित्रतापूर्ण भाव नहीं रखता है।
नेपाल स्थित काठमांडू में ही एक कार्यक्रम में चेन सोंग ने नेपाल को भारत के साथ सावधानी बरतने की सलाह दी थी। इस कार्यक्रम में चीनी राजदूत ने चीन और नेपाल के बीच संबंधों को बेहतर और मजबूत करने की बात कही और कहा कि नेपाल पर भारत का प्रभाव बढ़ रहा है।
नेपाल में चीनी राजदूत ने अपने भड़काऊ बयान में कहा, “दुर्भाग्य और सौभाग्य से आपके पास भारत जैसा पड़ोसी है। भारत एक बहुत बड़ा बाजार है, बड़ी संभावनाएं हैं जिनका आप लाभ उठा सकते हैं। लेकिन नेपाल और अन्य पड़ोसियों के प्रति भारत की नीति इतनी अनुकूल नहीं है और नेपाल के लिए इतनी फायदेमंद नहीं है। तो इसे हम नीतिगत बाधाएं मानते हैं। चीन की तरक्की देखिए, हमारा भविष्य उज्ज्वल है। हम सभी विकासशील देशों, विशेषकर हमारे नेपाली मित्रों को लाभान्वित करना चाहते हैं। इसलिए नेपाली मित्रों को मेरा सुझाव है कि आपके आर्थिक ढांचे को पुनर्गठन की आवश्यकता है।”
भारत और नेपाल के संबंधों के बीच चीनी राजदूत के इन भड़काऊ बयानों से महेंद्र यादव सहमत नहीं थे।
पुलिस ने इस घटना के बाद आरोपित सापकोटा को गिरफ्तार कर लिया है और घटना की आगे की जांच तेज कर दी है। यादव का फिलहाल बीर अस्पताल के ट्रॉमा सेंटर में इलाज चल रहा है। पुलिस ने कहा कि वे हमले के पीछे के मकसद का पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं।
इस बीच, नेपाली कॉन्ग्रेस ने संयुक्त महासचिव यादव के खिलाफ शारीरिक हमले की निंदा की है। एक प्रेस बयान जारी करते हुए, एनसी के मुख्य सचिव कृष्ण प्रसाद पौडेल ने घटना में शामिल लोगों के खिलाफ जांच और कड़ी कार्रवाई की मांग की। पार्टी ने यादव के शीघ्र स्वस्थ होने की भी कामना की।
पुलिस ने कहा कि हमलावर नुवाकोट के बिदुर नगरपालिका का स्थायी निवासी है और उसने खुद को राजशाही समर्थक (Pro-monarchy activist) कार्यकर्ता बताया है। यादव पर हमला करने के बाद, सपकोटा ने अमेरिकी सहायता एजेंसी और नेपाल सरकार के बीच एक समझौते, मिलेनियम चैलेंज कॉरपोरेशन को खत्म करने के लिए नारे लगाए।
नेपाली कांग्रेस उन राजनीतिक दलों में से एक थी जिसने संसद के माध्यम से मिलेनियम चैलेंज कॉरपोरेशन को स्वीकृति देने की आवश्यकता पर बल दिया था। जब पुलिस उसे गिरफ्तार कर वैन में डाल रही थी, तब सपकोटा ने नेपाल में राजशाही की बहाली की मांग करते हुए नारे भी लगाए।
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