सोचिए आप अपनी बाइक या कार से कहीं ट्रैवेल कर रहे हैं और आपके साथ आपकी कोई महिला मित्र भी हैं। अचानक कुछ लोग आकर आप को रोकते हैं और आपके साथ मारपीट करने लगते हैं। सिर्फ इसलिए कि आप हिन्दू हैं और आपके साथ बैठी आपकी मित्र मुस्लिम है।
बताइए सोचकर कैसा लगा? जिस घटनाक्रम को सिर्फ सोचकर ही आप डरा हुआ महसूस कर रहे हैं। ऐसा आए दिन हमारे देश में हो रहा है और सिर्फ एक जगह नहीं कईं जगहों पर हो रहा है।
सोशल मीडिया में वायरल हो रहे इस वीडियो को देखिए, यह वीडियो पटना का बताया जा रहा है
जहां हिजाब पहने ये लड़की एक लड़के के साथ बाइक पर जा रही है, कुछ गुंडे आकर रोकते हैं, गाली गलौज करते हैं और लड़के को ये पूछते हुए पीटने लगते हैं कि तू मुस्लिम की लड़की को घुमाएगा? लड़की लगातार कह रही है कि वह उसका सहपाठी है लेकिन उससे सवाल पूछा जाता है कि; मुस्लिम लड़की होकर क्या कर रही है
अब यह अगला वीडियो देखिए, यह वीडियो उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर का बताया जा रहा है। यहां भी एक हिंदू लड़के के साथ गाली गलौज कर मारपीट की जाती है सिर्फ इसलिए कि उसके साथ बाइक पर एक मुस्लिम लड़की बैठी है। यहां तक कि ये युवक उस मुस्लिम लड़की को भी मोलेस्ट करते हैं।
ठीक ऐसा ही एक वीडियो मेरठ से भी आया है। जहां एक भीड़ द्वारा मुस्लिम लड़की को घेरकर प्रताड़ित किया जा रहा है क्योंकि वह हिंदू लड़के के साथ घूम रही है। कैमरे पर खुलेआम दोनों को धमकी भी दी जा रही है
यहाँ हमने आपको सिर्फ तीन घटनाएं बताई
ऐसे ही देशभर से कई वीडियो सामने आ रहे हैं और शायद कुछ घटनाएं तो वे होंगी जिनके वीडियो ही सामने नहीं आते हैं।
इन सभी घटनाओं में यही कॉमन है कि लड़का हिन्दू है और लड़की एक मुस्लिम। .. ऐसा नहीं है कि ये कटटरपंथी मुस्लिम लड़की के प्रति कोई नरमी बरत रहे हों बल्कि सभी वीडियो में आपने देखा कि मुस्लिम लड़की का भी मोलेस्टेशन तक किया जा रहा है
ऐसे में प्रश्न यह है कि यह सब क्यों हो रहा है और क्या इसके पीछे कोई सिस्टम काम कर रहा है ?
यह सब क्यों हो रहा है इस सवाल का जवाब तो शायद आप सभी जानते हैं लेकिन आइए हम अगले सवाल का जवाब तलाशते हैं कि क्या इसके पीछे कोई सुनियोजित तरीके से काम कर रहा है
विशेष गिरोह की खास प्लानिंग
जी हां, यह सब शुरू हो रहा है सोशल मीडिया के माध्यम से जहां व्यवस्थित तरीके से कट्टरपंथी मुस्लिमों द्वारा ऐसी मुस्लिम लड़कियों को निशाना बनाया जा रहा है जो हिंदू लड़कों से संबंध रखती हैं। इसके साथ ही उन हिंदू लड़कों के परिवार को भी निशाना बनाया जा रहा है।
इसी क्रम में एक नाम सामने आता है शोएब जमई
यह शोएब जमई 2017 में आरजेडी का दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष था और बाद में पप्पू यादव की पार्टी में शामिल हो गया। शोएब जमई ने सोशल मीडिया पर एक कैंपेन शुरू किया है जिसमें वह कथित तौर पर हिंदू लड़कों से मुस्लिम लड़कियों को बचाने का आह्वान कर रहा है।
इस कैंपेन को फॉलो करते हुए कई ऐसे फ़र्ज़ी और बेनाम अकाउंट बन चुके हैं जो मुस्लिम लड़कियों की डॉक्सिंग करते हैं। डॉक्सिंग यानी किसी की पहचान, घर का पता, एवं सभी अन्य निजी जानकारी को इंटरनेट पर सार्वजानिक करना
ऐसे ही इस कैंपेन में इन मुस्लिम लड़कियों से जुड़े हिंदू लड़कों का नाम, पता सब सार्वजनिक किया जाता है और फिर हिंदू लड़कों के घर वालों को भी धमकियां दी जाती हैं।
देखिए यह स्क्रीनशॉट। इसमें नूरल्लाह शकील नामक यह युवक एक मुस्लिम लड़की की तस्वीर पोस्ट कर लिखता है कि कोई झारखंड का है तो कांटेक्ट करो मुझे, यह लड़की हिंदू काफिर से हरामखोरी जिनाखोरी कर रही है, हराम रिश्ते में रहकर … यह इसकी अम्मी है।
सोचिए इन अकाउंट्स को ऐसे लोगों का भी समर्थन प्राप्त है जो मुस्लिम ब्रदरहुड से जुड़े हुए हैं और भारत के खिलाफ प्रोपेगेंडा चलाते हैं ऐसा ही ये एक नाम है अब्दुल्ला अलामादी। लेकिन सच्चाई ये है कि ये कैंपेन मुस्लिम लड़कियों को कथित रूप से बचाने के लिए नहीं बल्कि पूरे हिंदू समाज के खिलाफ नफरत फैलाने के लिए किया जा रहा है कम से कम इस वीडियो से तो इसी बात की पुष्टि होती है
अब रेडिकल वॉच नामक ऑर्गेनाइजेशन ने ऐसे ही 100 से अधिक मामलों की जानकारी जुटाई है और अब ये आर्गनाइजेशन कारवाई के लिए संबंधित अधिकारियों से संपर्क भी करेगी।
इस ऑर्गनाइज़शन ने दो ऐसे ही मामलों का उदाहरण दिया है… पहला मामला यह है जहां गैर कानूनी तरीके से मुस्लिम लड़की की निजी जानकारियां निकाली गई और फिर उससे ऑनलाइन सर्कुलेट किया गया।
दूसरा मामला है बिहार से। पूरे गिरोह ने इनफार्मेशन सार्वजनिक कर कई लोगों की जान खतरे में डाल दी।
इन सभी घटनाओं को आगे रखकर यह वीडियो बनाने कारण यह है कि इन सभी पीड़ित लोगों की आवाज एक शोर में ना दब जाए। वो शोर, जो कुछ विशेष लोगों द्वारा बजरंग दल के नाम पर मचाया जाता है। वो शोर, जिसमें हमें बताया जाता है कि अगर मुस्लिम लड़के और हिंदू लड़की की दोस्ती मजबूत होती है तो यह भारत के मजबूत सेक्युलर फेब्रिक का प्रमाण है और स्थितियाँ अगर उलट हैं तो यह हिन्दुओं की साजिश है।
हम जानते हैं कि इन पीड़ित मुस्लिम लड़कियों की आवाज उठाने के लिए कोई राजनीतिक दल या नेता सामने नहीं आएगा। कोई आकर इसे आइडिया ऑफ इंडिया के खिलाफ भी नहीं बताएगा लेकिन फिर भी हम इस बात को देश के सामने इसलिए रख रहे हैं क्योंकि आइडिया ऑफ इंडिया सिर्फ भारत की जनता तय करेगी और हमारी जनता आप हैं।