संसद के मानसून सत्र का आज चौथा दिन है। आज भी लोकसभा और राज्यसभा में हंगामे के आसार हैं। इन्हीं सब पर अपनी आगे की रणनीति के लिए भाजपा ने संसदीय दल तो विपक्ष ने गठबंधन की बैठक बुलाई। समान विचारधारा वाले विपक्षी दलों के नेताओं ने बैठक में फैसला लिया है कि वे दोनों सदनों में मणिपुर पर प्रधानमंत्री के बयान की मांग जारी रखेंगे
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार विपक्षी गठबंधन ( इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस) द्वारा संसद पटल पर सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया जा सकता है। माना जा रहा है कि विपक्षी गठबंधन प्रधानमंत्री के बयान की मांग को तेजी से आगे बढ़ाएंगे।
ज्ञात हो कि मणिपुर हिंसा पर प्रधानमंत्री मोदी के बयान को लेकर विपक्ष अपनी मांग पर अड़ा हुआ है। हालांकि, सरकार चर्चा के लिए तैयार है लेकिन विपक्ष के हंगामे के बीच चर्चा सम्भव नहीं दिख रही है।
बता दें, भाजपा की लोकसभा में फिलहाल 303 सीटें हैं। जबकि कांग्रेस की 52 सीटें हैं। वहीँ एनडीए के खाते में कुल 352 सीटें आईं थीं। वहीं, यूपीए को केवल 91 सीटों से संतोष करना पड़ा था। जबकि, विपक्षी गठबंधन(इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव एलायंस) की लोकसभा में लगभग 147 सीटें हैं।
ज्ञात हो कि सरकार ने विपक्ष पर मणिपुर के महत्वपूर्ण मुद्दे पर बहस से भागने का आरोप लगाया है। सरकार ने इसके प्रति विपक्ष की गंभीरता पर सवाल उठाया है। विपक्ष ने भी सरकार पर पलटवार करते हुए बहस से भागने का इल्जाम लगाया है। विपक्षी दल मणिपुर मुद्दे पर लंबी चर्चा की मांग कर रहे हैं। विपक्ष इस मुद्दे पर बिना किसी समय की पाबंदी के सभी दलों को बोलने की अनुमति के साथ बहस चाहता है।
अब देखना ये होगा कि सदन में अविश्वास प्रस्ताव के बहाने अपने गठबंधन का शक्ति परीक्षण करने वाला विपक्ष इस रणनीति में कितना कामयाब होगा।
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