मणिपुर (Manipur) मामले को लेकर पूर्व सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे (MM Naravane) ने कहा है कि मणिपुर हिंसा में विदेशी एजेंसियों के शामिल होने से इनकार नहीं किया जा सकता है।
नरवणे का कहना है कि बॉर्डर वाले राज्यों में अस्थिरता राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए ठीक नहीं है। उन्होंने कहा, मणिपुर में कई विद्रोही संगठनों को चीन की तरफ से भी मदद दी जा रही है। चीन कई साल से इन विद्रोही समूहों की मदद कर रहा है और अब भी ऐसा करना जारी रखेगा।
इंडिया इंटरनेशनल सेंटर (IIC) में एक कार्यक्रम में बोलते हुए पूर्व सेना प्रमुख नरवणे ने केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार की ओर संकेत करते हुए कहा कि उन्हें यकीन है कि जो लोग सरकार में हैं और जो भी कार्रवाई की जानी चाहिए, उसे करने के लिए जिम्मेदार हैं, वे अपना बेहतरीन प्रदर्शन दे रहे हैं। केंद्र और राज्य सरकारें काफी प्रयास कर रही हैं।
जनरल (रिटायर्ड) नरवणे ने मणिपुर में हिंसा के कारणों पर चर्चा करते हुए कहा कि मणिपुर में मादक पदार्थों की तस्करी बढ़ रही है और म्यांमार में वर्षों से चली आ रही अव्यवस्था भी एक कारण हो सकता है। उन्होंने यह भी कहा है कि इस हिंसा से कुछ लोगों को लाभ भी मिल रहा है।
इस कार्यक्रम में नरवणे ने भारत-चीन सीमा विवाद और POJK समेत चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ की नियुक्ति से लेकर अग्निवीर योजना, सशस्त्रों बलों में महिलाओं की भूमिका तक सभी मुद्दों पर बातचीत की।
मणिपुर वीडियो की जांच करेगी CBI
मणिपुर में दो महिलाओं को निर्वस्त्र कर घुमाने और फिर गैंगरेप के मामले की जांच अब CBI ने टेक ओवर कर ली है। राज्य सरकार ने बीते दिनों केन्द्र सरकार से आग्रह किया था कि इस मामले की जांच CBI से करवाई जाए। बता दें कि बीते तीन महीने से हिंसा की आग से झुलस रहे मणिपुर का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था। इस वीडियो के वायरल होने के बाद मणिपुर के हालात बिगड़ गए थे।
विपक्ष शांति बहाली में योगदान दे: राज्यपाल
मणिपुर की राज्यपाल अनुसुइया उइके ने हिंसाग्रस्त जिला चुराचांदपुर में राहत केंद्रों का दौरा किया।
उन्होंने कहा, लोग पूछ रहे हैं कि राज्य में शांति कब बहाल होगी? मैं लगातार कोशिश कर रही हूं कि शांति बहाल करने के लिए दोनों समुदायों के लोग एक-दूसरे से बात करें। हम उनसे भी बात कर रहे हैं और सभी राजनीतिक दलों से इस प्रक्रिया में मदद करने के लिए भी कहा है।
ज्ञात हो कि विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A का प्रतिनिधमंडल मणिपुर की दो दिवसीय यात्रा पर है। इस यात्रा को लेकर मणिपुर की राज्यपाल ने कहा है कि वे उनसे राज्य में शांति बहाल करने में योगदान देने की अपील करती हैं।
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