बुधवार, 30 नवम्बर, 2022 को रक्षा सचिव गिरिधर अरमाने ने भारतीय सेना के लिए हथियार आपूर्ति करने वाली कम्पनियों को पूर्व-अग्निवीरों के समायोजन हेतु जल्द से जल्द नीतियाँ बनाने का आग्रह किया है।
लम्बे समय से भारत सरकार की अग्निवीर योजना चर्चा में है और इस बार सरकार ने अग्निवीर योजना में जवानों के भविष्य को लेकर जताई जा रही आशंकाओं पर विराम लगाने का प्रयास किया है।
30 नवम्बर, 2022 को रक्षा मंत्रालय द्वारा भारतीय रक्षा उद्योग के साथ एक संवाद सत्र आयोजित किया गया। इसमें कॉर्पोरेट भर्ती योजना के तहत पूर्व-अग्निवीरों के लिए लाभकारी रोजगार के अवसरों पर चर्चा की गई।
इस सत्र की अध्यक्षता रक्षा सचिव गिरिधर अरमाने ने की।
वहीं, भारतीय रक्षा उद्योग कम्पनियों में एल एंड टी, अदानी डिफेंस लिमिटेड, टाटा एडवांस्ड सिस्टम लिमिटेड, अशोक लेलैंड सहित भारतीय रक्षा उद्योग से जुड़े वरिष्ठ अधिकारियों ने चर्चा में भाग लिया। रक्षा सचिव ने भविष्य में अग्निवीरों की विशेषज्ञता का लाभ लेने पर भी चर्चा की। उन्होंने राष्ट्र निर्माण हेतु विभिन्न क्षेत्रों में अत्यधिक समर्पित और अनुशासित युवाओं को जोड़ने के उद्देश्य पर बल दिया।
गिरिधर अरमाने ने कहा, “सशस्त्र बलों के साथ अपने जुड़ाव के दौरान अग्निवीरों द्वारा प्राप्त कौशल एक अत्यधिक सक्षम और पेशेवर कार्यबल बनाने में मदद करेगा, जो रक्षा उद्योग में उत्पादन के लिए उपयोगी होने के साथ-साथ आसानी से भी उपलब्ध हो सकेगा।”
कम्पनियों के वरिष्ठ अधिकारियों ने भी पहले अग्निवीर बैच का कार्यकाल ख़त्म होने के बाद पूर्व अग्निवीरों के समायोजन हेतु अपना समर्थन देकर प्रतिबद्धता जाहिर की। उन्होंने आश्वासन दिया कि अग्निवीरों के लिए भर्ती नीतियों में उपयुक्त प्रावधान किए जाएँगे, जिसके बाद कौशल के आधार पर उनको आरक्षण दिया जाएगा।
क्या है अग्निवीर योजना
इस योजना के तहत सेना में सेवा देने के लिए 4 लाख युवाओं को अच्छे वेतन के साथ सेवा पैकेज भी मिलेगा। 4 साल के कार्यकाल के बाद एक अग्निवीर को 11.7 लाख रुपए का पैकेज दिया जाएगा।
इस योजना के तहत अग्निवीरों को रक्षा मंत्रालय, केन्द्रीय सशस्त्र पुलिस बल (CAPF) और असम राइफल्स में भर्ती के लिए 10 प्रतिशत का आरक्षण दिया जाएगा। साथ ही, कई राज्यों ने भी इनके लिए विभिन्न प्रकार की घोषणा की हैं। 4 साल के कार्यकाल के बाद अग्निवीर को बिजनेस हेतु सस्ती दर पर कर्ज भी दिया जाएगा।
ज्ञात हो कि अग्निवीर योजना की घोषणा होते ही कुछ जगहों पर युवाओं को भड़का कर आगजनी, दंगे जैसी घटनाओं को अंजाम दिया गया। इसके बाद विपक्ष ने भी इसे बड़ा मुद्दा बनाया। हालाँकि, सरकार ने समय पर भर्तियाँ जारी की और युवाओं की नियुक्ति जारी है।
अग्निवीर योजना से जुड़ी आशंकाओं को भारत सरकार ने समय-समय पर कई माध्यमों से दूर करने का प्रयास किया है। अब सरकार नीतियों को तय कर अग्निवीर के सुरक्षित भविष्य के वादे के अनुरूप कदम बढ़ा रही है।