पश्चिम बंगाल में भारी हिंसा के बीच सम्पन्न हुए पंचायत चुनावों के परिणामों की घोषणा हो गई है राज्य में सत्ताधारी टीएमसी ने बड़े स्तर जीत हासिल की है। इस बीच टीएमसी के एक ऐसे उम्मीदवार ने भी जीत हासिल की है जिसे एनआईए ने हाल ही में 81,000 डेटोनेटर की बरामदगी के मामले में गिरफ्तार किया था।
टीएमसी उम्मीदवार मनोज घोष ने पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले की नलहाटी बनियूर ग्राम पंचायत से प्रधान का चुनाव जीता है। उन्हें 309 वोटों से जीत हासिल हुई है। मनोज घोष को चुनाव के नतीजे आने से एक दिन पहले ही गिरफ्तार किया गया था। मनोज को एनआईए ने बीते वर्ष जुलाई माह में 81,000 डेटोनेटर की बरामदगी मामले में गिरफ्तार किया है।
जून 2022 में बीरभूम जिले में स्पेशल टास्क फ़ोर्स ने एक पिकअप से 81,000 डेटोनेटर बरामद किए थे, बाद में इस मामले पर एनआईए ने जांच जारी की थी। यह इस मामले में सातवीं गिरफ्तारी है। इससे पहले मनोज के गोदाम पर छापा मारकर एजेंसियों ने बड़ी मात्रा में विस्फोटक सामग्री बरामद की थी। डेटोनेटर की बरामदगी के बाद की गई छापेमारी में 27,000 किलो अमोनियम नाइट्रेट भी बरामद हुआ था।
एनआईए द्वारा जारी की गई प्रेस रिलीज के अनुसार, इस मामले में मनोज से पहले मेराजुद्दीन अली खान और मीर मोहम्मद नुरुज्ज्मान को गिरफ्तार कर करके चार्जशीट दाखिल की जा चुकी है। इसके अतिरित्क, डेटोनेटर की बरामदगी के समय आशीष केओरा को भी गिरफ्तार किया गया था जो कि गाड़ी का ड्राईवर था।
एनआईए ने इस मामले में अप्रैल माह में 5 लोगों के विरुद्ध चार्जशीट दायर की थी। इस मामले के एक आरोपित ने नवम्बर माह में आत्महत्या कर ली थी। गौरतलब है कि बंगाल को इस बार के पंचायत चुनावों में भारी हिंसा हुई है, इस हिंसा में दर्जनों व्यक्तियों के मारे गए हैं। सिर्फ मतदान वाले दिन ही 10 से अधिक व्यक्तियों की मृत्यु बगाल में हुई थी।
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