प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मासिक रेडियो प्रसारण ‘मन की बात’ ने एक ओर खूब लोकप्रियता बटोरी तो दूसरी ओर मई 2014 से लेकर अक्टूबर 2022 तक करोड़ों रुपए की कमाई भी की।
आरटीआई एक्टिविस्ट विवेक पांडे ने इस सम्बन्ध में आरटीआई दायर की। आरटीआई के सवालों के जवाब में बताया गया है कि मन की बात कार्यक्रम ने प्रसारण शुरू होने से लेकर अब तक ₹33.16 करोड़ रुपए कमाए हैं।
वहीं, एक दूसरी आरटीआई में मन की बात कार्यक्रम पर किए गए प्रचार के खर्च की जानकारी दी गई है। आरटीआई के मुताबिक कार्यक्रम के प्रचार में अब तक मात्र ₹7.29 करोड़ खर्च किए गए।
इसमें भी महत्वपूर्ण बात यह है कि साल 2017-18 के बाद से सितम्बर 2022 तक कार्यक्रम के प्रचार में एक भी रुपया खर्च नहीं किया गया है।
कार्यक्रम के प्रचार में किए गए खर्च का बड़ा हिस्सा शुरूआती सालों में किया गया। इसके बाद जैसे-जैसे कार्यक्रम की लोकप्रियता बढ़ी तो खर्च भी कम होता गया।
इसके अलावा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की तरफ से अधिकारियों को स्पष्ट संदेश दिया गया था कि अब प्रचार पर पैसा खर्च नहीं किया जाएगा।
नतीजतन बीते 6 सालों में कार्यक्रम के प्रचार पर कोई पैसा खर्च नहीं किया गया है।
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प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कार्यक्रम की शुरूआत के समय कहा था कि इसका उद्देश्य किसी विशेष कार्यक्रम को बढ़ावा देने के बजाय जनता से जुड़ना है और आकाशवाणी को पुनर्जीवित करना है।
आज जब आकाशवाणी इस कार्यक्रम के जरिए करोड़ों रुपए कमा रही है तो फिर पीएम मोदी का यह विजन सफल होता दिखाई दे रहा है।
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