विपक्ष के I.N.D.I. गठबंधन की मुंबई में हुई बैठक में कांग्रेस पार्टी ने मल्लिकार्जुन खड़गे को गठबंधन का संयोजक बनाने की वकालत की है। इस प्रस्ताव को अन्य दलों द्वारा भी सैद्धांतिक रूप से सहमति दी गई है। इसके साथ ही कांग्रेस द्वारा क्षेत्रीय दलों के नेताओं को शामिल करते हुए एक 11 सदस्यीय पैनल के गठन का प्रस्ताव भी रखा गया।
समाचार पत्र ‘न्यू इंडियन एक्सप्रेस’ की रिपोर्ट के अनुसार एक वरिष्ठ नेता ने बताया है कि क्षेत्रों और राज्यों के आधार पर समितियां गठित की जाएंगी जो एक-दूसरे के साथ समन्वय में काम करेंगी। साथ ही वे इस तरह की रणनीति तैयार करने पर विचार कर रहे हैं जिससे पार्टियों के हितों का किसी से भी टकराव न हो।
उल्लेखनीय है कि I.N.D.I. गठबंधन ने होटल ग्रैंड हयात में एक रात्रिभोज बैठक का आयोजन किया था जिसमें न्यूनतम एजेंडा स्थापित करने और संयोजक के चयन पर चर्चा की गई थी।
जानकारी के अनुसार जिन उप-समितियों और सामान्य न्यूनतम रणनीति पर चर्चा की गई है उसकी मसौदा समिति में ऐसे व्यक्तियों को शामिल किया जाएगा जो राजनीतिक नीतियों की समझ रखते हैं। हालांकि इसमें छोटे दलों के सदस्यों के प्रतिनिधित्व का ध्यान रखा जाएगा। इसके अलावा भी चुनाव रणनीति, संसाधन वित्तपोषण, मीडिया और बहुत कुछ के लिए समितियों का निर्माण किया जाएगा।
वहीं, I.N.D.I. गठबंधन के लोगो पर साझेदार दलों में आम सहमति न बन पाने के कारण अभी इसे जारी नहीं किया गया है। कथित तौर पर कांग्रेस पार्टी द्वारा इसमें कर्नाटक एवं दिल्ली चुनावों की सफल कल्याणकारी योजनाओं को शामिल करने का अनुरोध किया गया है।
विपक्षी दलों ने सामान्य एजेंडे में मुद्रास्फीति को संबोधित करने, रोजगार पैदा करने, कृषि ऋण माफ करने, गरीब महिलाओं को वित्तीय सहायता प्रदान करने और एससी/एसटी के लिए विशेष कल्याण उपायों को लागू करने जैसे वादों पर सहमति बनी है। कथित तौर पर यह निर्णय लिया गया है कि सीट बंटवारे और धन को उगाहने जैसे संवेदनशील मुद्दों पर बाद के चरणों में बात की जाएगी।
खड़गे को सत्ता रहा है डर
मुंबई में विपक्षी गठबंधन की बैठक में कांग्रेस पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने अपने भीतर बैठे भय का जिक्र करते हुए कहा कि अगले कुछ महीनों में छापे और गिरफ्तारियां बढ़ जाएंगी। खड़गे ने कहा, “हमें और छापों और गिरफ्तारियों के लिए तैयार रहना होगा। सरकार बदले की राजनीति कर रही है। इसलिए हम पर छापे डलवाए जा रहे हैं और लोगों को गिरफ्तार किया जा रहा है।”
ज्ञात हो कि मुंबई में हुई बैठक में पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी, एनसीपी प्रमुख शरद पवार और उद्धव ठाकरे सहित 28 राजनीतिक दलों के 663 प्रतिनिधियों ने भाग लिया था। इनके साथ ही रात्रिभोज में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, राजद नेता लालू प्रसाद यादव, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी शामिल हुए थे।
रिपोर्ट में उल्लेखित वरिष्ठ नेता के अनुसार अक्सर आपस में ही झगड़ने वाले विपक्षी नेताओं का एक साथ तीन बार खाने के मेज पर साथ आना सौहार्द की भावना को बढ़ा रहा है। इनका मानना है कि दलों को अपना अहंकार अलग रखकर साथ आना होगा, नहीं तो 2024 का लोकसभा चुनाव इनके लिए आखिरी चुनाव होगा। बैठक में तय हुआ है कि गांधी जयंती के मौके पर 2 अक्टूबर को दिल्ली में राजघाट पर विपक्षी गठबंधन के सभी नेता इकट्ठा होंगे।
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