महाविकास अघाड़ी पर महाराष्ट्र के चुनावों में अवैध पैसों का इस्तेमाल करने का आरोप लगा है। महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष और राहुल गांधी के करीबी नाना पटोले और शरद पवार की पार्टी एनसीपी की सुप्रिया सुले पर ये गंभीर आरोप लगे हैं। आइए Maharashtra Bitcoin Scam को विस्तार से समझते हैं।
पूर्व IPS अधिकारी रवींद्रनाथ पाटिल ने खुलासा करते हुए बताया है कि सुप्रिया सुले और नाना पटोले ने 2018 के Maharashtra Bitcoin Scam में जब्त गए बिटकॉइन का दुरुपयोग किया और अब उन बिटकॉइन को बेचकर मिलने वाले अवैध पैसों का इस्तेमाल चुनावों में कर रहे हैं।
सवाल उठता है कि पूर्व आईपीएस अधिकारी रवींद्रनाथ पाटिल इस मामले में खुलासा क्यों कर रहे हैं? इस समय क्यों कर रहे हैं और नाना पटोले और सुप्रिया सुले कैसे घोटाले से जोड़े जा रहे हैं?
देखिए, 2018 में महाराष्ट्र में एक बड़ा बिटकॉइन घोटाला हुआ था। इस घोटाले में जाँच के लिए साइबर एक्सर्ट के तौर पर इन्हीं पूर्व आईपीएस अधिकारी रवींद्रनाथ पाटिल को शामिल किया गया था। मजे कि बात ये है कि Maharashtra Bitcoin Scam की जाँच कर रहे पाटिल को घोटाले के दौरान जब्त किए गए बिटकॉइन में अनियमितिता के आरोप में 2022 में गिरफ्तार किया गया था।
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इसके बाद 14 महीने तक पाटिल जेल में रहे। अब पाटिल का कहना है कि जेल से निकलकर भी वे वास्तविकता पता लगाने के लिए इस मामले में जाँच करते रहे और अब उन्हें इसमें एक बड़ी लीड मिली है।
पाटिल का कहना है कि गौरव मेहता नाम का व्यक्ति जोकि उनके केस में फॉरेंसिक एक्सपर्ट और गवाह था, उसने पाटिल को पूरी जानकारी दी है। मेहता ने पाटिल को बताया है कि 2018 में क्रिप्टो करेंसी को जो वॉलेट था, उसे पुणे के तत्कालीन कमिश्नर अमिताभ गुप्ता ने रिप्लेस करवाया था।
गौरव मेहता ने पाटिल को बताया कि 2018 वाली क्रिप्टो करेंसी बेचकर जो कैश आ रहा है, उसे कांग्रेस के नाना पटोले और शरद पवार की पार्टी एनसीपी की सुप्रिया सुले चुनावों के लिए इस्तेमाल कर रही हैं।
अब एक बड़ा सवाल उठता है कि इस पर विश्वास कैसे किया जाए? ये तो एक आरोप है, आरोप तो कुछ भी कोई भी लगा सकता है, तो गंभीर सवाल खड़े इसलिए हो रहे हैं क्योंकि सुप्रिया सुले और नाना पटोले के ऑडियो टेप भी सामने आए हैं।
पहला वॉयस नोट सुप्रिया सुले और गौरव मेहता का है। इसमें सुले, गौरव मेहता से कहती सुनाई दे रही हैं कि हमें कैश चाहिए, कैश दीजिए। वो ये भी कहती हैं कि सभी बिटकॉइन अभी बेच दो। रेट अच्छे हैं। जॉच से मत डरो, हम सरकार में आयेंगे और जब हम सरकार में होंगे तो जाँच का देख लेंगे।
सुले के साथ-साथ नाना पटोले का वॉयस नोट भी सामने आया है। वॉयस नोट में पटोले अमिताभ गुप्ता जोकि बिटकॉइन घोटाले के समय पुलिस कमिश्नर थे और जिन पर बिटकॉइन का वॉलेट रिप्लेस करने का आरोप लगा है उनसे कहते सुनाई दे रहे हैं कि पैसों का क्या हुआ? इस तरह के कई और वॉयस नोट सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं।
पूर्व आईपीएस अधिकारी रवींद्रनाथ पाटिल के खुलासे और महाविकास अघाड़ी के नेताओं के वॉयस नोट सामने आने के बाद कई गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं।
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सवाल उठ रहे हैं कि क्या महाविकास अघाड़ी के नेताओं ने घोटाले में घोटाला किया है? क्या महाविकास अघाड़ी ने घोटाले वाले बिटकॉइन बेचकर उन अवैध पैसों का इस्तेमाल विधानसभा चुनाव में किया है?
सवाल ये भी उठ रहे हैं कि क्या इस घोटाले की जानकारी राहुल गाँधी को भी है? याद रखिए, नाना पटोले राहुल गांधी के बहुत करीबी हैं, इसलिए अटकलें लगाई जा रही हैं कि संभव है राहुल गांधी को इस घोटाले के बारे में जानकारी हो।
सवाल ये भी उठ रहे हैं कि क्या राहुल गांधी ऐसा गंभीर आरोप लगने के बाद अब पटोले पर कार्रवाई करेंगे?