मध्यप्रदेश से एक गुड न्यूज़ सामने आई है। यहाँ के शहडोल में जल क्रांति के क्षेत्र में बड़ा बदलाव आया है। इस क्षेत्र के गाँवों में कुओं को फिर से जीवित किया जा रहा है और ये कुंए अंडरग्राउंड वॉटर रिचार्ज में मददगार साबित हो रहे हैं।
दरसअल कुछ समय पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शहडोल के पकरिया गांव में वहां रहने वाले आदिवासियों से मिले थे। उनके दौरे से पहले अधिकारियों द्वारा गांव का कुंआ ठीक किया गया था। अब इसी तकनीक के सहारे स्थानीय ग्रामीण अन्य कुओं को भी ठीक कर रहे हैं।
इस तकनीक में खेतों में जमा होने वाले पानी को कुंए तक पहुंचाने के लिए एक नाली का निर्माण किया जाता है। इस नाली को कुंए के ऊपरी हिस्से में नहीं बल्कि कुएं से लगभग 20 फ़ीट पहले ही खुदाई कर कुंए के निचले हिस्से में जोड़ा जाता है। इससे पानी के साथ कुंए में सिल्ट नहीं पहुंच पाता है।
अभी तक पकरिया और आसपास गावों के 100 कुओं को ठीक किया जा चुका है। आजकल मानसून के चलते बारिश का काफी पानी सीधे कुओं तक पहुंचाया जा रहा है।
शहडोल संभाग के कमिश्नर राजीव शर्मा स्वयं इस पूरे प्रोजेक्ट की निगरानी कर रहे हैं। राजीव शर्मा के अनुसार अभी तक 100 कुएं परिणाम देने लगे हैं और 800 अन्य की तैयारी है। उनका भविष्य के लिए विज़न है कि संभाग के तीनों जिलों शहडोल, उमरिया और अनूपपुर में कुल 1000 कुओं में ऐसे ही जल क्रांति लायी जाए।
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