देश में टेक्सटाइल सेक्टर यानी कपडा उद्योग को बढ़ावा देने के लिए मोदी सरकार निरंतर कार्य कर रही है। इसी पहल को आगे बढ़ाते हुए मध्य प्रदेश में रविवार 21 मई को प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल, केंद्रीय राज्यमंत्री दर्शना विक्रम जरदोश एवं प्रदेश के उद्योग मंत्री राजवर्धन सिंह दत्तीगांव ने मध्य प्रदेश के धार में टेक्सटाइल पार्क स्थापित करने के लिए MOU पर हस्ताक्षर किए।
MOU की जानकारी देते हुए प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट करके बताया और प्रदेश के लोगों को इस परियोजना के शुभारंभ की बधाई भी दी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी देशवासियों को संदेश देते हुए कहा; “मध्य प्रदेश के धार जिले में इस मेगा टेक्सटाइल पार्क से जहां मेक इन इंडिया की हमारी पहल को और मजबूती मिलेगी, वहीं युवाओं के लिए रोजगार के साथ-साथ राज्य में विकास के नए द्वार भी खुलेंगे।”
आपको बता दें कि इसी वर्ष मार्च में प्रधानमंत्री मोदी ने चार हजार चार सौ पैंतालीस करोड़ रुपए लागत की पीएम मित्र मेगा टेक्सटाइल पार्क परियोजना की घोषणा की थी जिसे तमिलनाडु, तेलंगाना, कर्नाटक, महाराष्ट्र, गुजरात, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में स्थापित किया जा रहा है।
रविवार 21 मई को केंद्र व राज्य सरकार के बीच हुए MOU पर हस्ताक्षर के बाद मध्य प्रदेश में जल्द ही पार्क निर्माण का काम शुरू होने जा रहा है।
मध्य प्रदेश में क्यों महत्वपूर्ण है ‘पीएम मित्र मेगा टेक्सटाइल पार्क’?
दरअसल, मध्य प्रदेश भारत के उन राज्यों में से एक है जहाँ हर वर्ष बड़ी मात्रा में कॉटन का उत्पादन होता है और मध्य प्रदेश का मालवा कॉटन के लिए दुनिया भर में जाना जाता है।
पिछले वर्ष मध्य प्रदेश के मालवा में अन्य राज्यों के मुकाबले कॉटन का उत्पादन भारी मात्रा में हुआ था। साथ ही इस कॉटन की अच्छी क्वालिटी और मार्केट में इसकी ज्यादा डिमांड होने के कारण किसानों को भी इसके अच्छे दाम मिले।
वहीं एक सर्वे के मुताबिक पिछले पांच वर्षों के दौरान कुल उत्पादन के 38% के साथ मध्य प्रदेश ऑर्गेनिक कॉटन के उत्पादकों की लिस्ट में सबसे ऊपर है। यही वजह है कि जब मेगा टेक्सटाइल पार्क के लिए राज्य और ज़िलों का चुनाव हो रहा था तब मध्य प्रदेश का नाम प्रमुखता से शामिल किया गया। विशेषज्ञों के अनुसार पीएम मित्र मेगा टेक्सटाइल पार्क परियोजना में मध्य प्रदेश आने वाले समय में बड़ी भूमिका निभाने वाला है।
पीएम मित्र के मेगा टेक्सटाइल पार्क, फार्म टू फैब्रिक योजना के तहत बनाए जा रहे हैं। इसका अर्थ यह है कि रुई की कताई से ले कर धागे की बुनाई, उसकी रंगाई, कपड़े बनाना, कपड़े की छपाई और सिलाई, और यही नहीं, कपड़ों की मार्केटिंग, डिजाइनिंग और एक्सपोर्ट, सभी एक ही जगह यानी टेक्सटाइल पार्क से हो सकेगा।
मध्य प्रदेश के धार में बनाया जा रहा यह मेगा टेक्सटाइल पार्क मध्य प्रदेश में बेहतर रोजगार के लिए सुनहरा मौका है। भारतीय कपड़ा उद्योग देश के सबसे पुराने उद्योगों में से एक रहा है। इस उद्योग को फिर आधुनिकता के साथ वापस लाने का यह प्रयास वैश्विक कपड़ा उद्योग में भारत को फिर से स्थान दिलायेगा।
मध्य प्रदेश अपने पारंपरिक कपड़ों के लिए प्रसिद्ध है। मध्य प्रदेश की चंदेरी और महेश्वरी रेशमी और सूती कपड़े जैसी बुनाई की विशेषता विश्व स्तर पर जानी जाती है। कपड़ा और परिधान क्षेत्र में राज्य देश के लिए एक विकास केंद्र रहा है।
आउटलुक की रिपोर्ट के मुताबिक भारत के कुल उत्पादन का 43% और दुनिया के ऑर्गेनिक कॉटन उत्पादन का 24% मध्य प्रदेश में पैदा होता है। प्रदेश में इंदौर, भोपाल, उज्जैन, धार, देवास, ग्वालियर, छिंदवाड़ा और जबलपुर प्रमुख टेक्सटाइल हब के रूप में उभरे हैं। ये पीएम मित्र मेगा टेक्सटाइल पार्क को बड़ा मार्केट देंगे।
इससे मध्य प्रदेश में विकास और बड़े स्तर पर नए रोजगार के अवसर पैदा होंगे। इसे लेकर प्रदेश के उद्योग मंत्री राजवर्धन सिंह ने बताया की इस पार्क के लिए निवेश हेतु 19 बड़ी कंपनियों के प्रपोजल आए हैं। अनुमान के अनुसार इन प्रपोजल में लगभग 6 हज़ार करोड़ से अधिक का निवेश किया जाना प्रस्तावित है जिसमे लगभग 50 हज़ार लोगों को प्रत्यक्ष एवं डेढ़ लाख लोगों को अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिलेगा।
केंद्र व राज्य सरकार के बीच हुए MOU हस्ताक्षर के बाद मध्य प्रदेश में जल्द ही पार्क निर्माण का काम शुरू होने जा रहा है। MPIDC ने धार में आने वाले मेगा टेक्सटाइल पार्क के लिए विकास योजना पर काम करना शुरू कर दिया है और स्थानीय आवश्यकताओं के साथ ही सर्वोत्तम अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय मॉडल अपनाने पर विचार कर रहा है।
यह पार्क करीब 1200 एकड़ से अधिक भूमि में विकसित किया जायेगा और केंद्र सरकार द्वारा पार्क के विकास के लिए दो चरणों में 500 करोड़ रुपए की सहायता राशि प्रदान की जाएगी। “धार पीएम मित्र पार्क” केंद्र और राज्य सरकार द्वारा तय किया गया था। धार मुख्य रूप से आदिवासी जिला है। जिससे इस जिले में पार्क रोजगार पैदा करने और किसानों द्वारा अर्जित मुनाफे को बढ़ाने में मदद करेगा। साथ ही आदिवासी जिले को राज्य के अन्य जिलों की तरह विकसित भी करेगा।
कपड़ा और परिधान राज्य के फोकस क्षेत्रों में से एक है और यह क्षेत्र राज्य के युवाओं और महिलाओं के लिए रोजगार के बड़े अवसर प्रदान करता है। मध्य प्रदेश में रोजगार और विकास तेज़ी से बढ़ रहा है। जिसमे PM मित्र मेगा टेक्सटाइल पार्क ‘5F’ यानी, “फार्म टू फाइबर टू फैक्ट्री टू फैशन टू फॉरेन” विजन के अनुरूप कपड़ा क्षेत्र को बढ़ावा देगा। यह ‘मेक इन इंडिया’ और ‘मेक फॉर द वर्ल्ड’ का एक बेहतरीन उदाहरण होगा।