ग्रीस में पाकिस्तानी लड़कों द्वारा ग्रीक लड़कियों को प्यार के नाम पर फंसाकर हत्या करने के एक के बाद एक मामले ग्रीस की न्यूज़ एजेंसी ग्रीक सिटी टाइम्स के हवाले से सामने आ रहे हैं।
ग्रीस में लव जिहाद का नया मामला
ग्रीस के लारिसा के एक अपार्टमेंट में पिछले हफ्ते ही एक 35 वर्षीय महिला मृत पाई गई थी। सिर पर घाव के कारण इस महिला की मौत हुई थी और जांच में पता चला कि इस घटना को एक पाकिस्तानी अप्रवासी ने अंजाम दिया है। पता चला है कि महिला का पाकिस्तानी नागरिक के साथ सम्बन्ध था पर वो हत्या करके फरार हो गया है और पुलिस उसकी तलाश कर रही है। इस मामले के सामने आने के बाद ग्रीस में हड़कंप मच गया है।
क्योंकि केवल इकलौता मामला नहीं है, बल्कि ग्रीस में महिलाओं की हत्या और बलात्कार के मामलों का एक पैटर्न सामने आ रहा है, ग्रीस में महिलाओं के प्रति पाकिस्तानी अपराध बेतहाशा रूप से बढ़ गए हैं:-
दूसरा मामला
पिछले ही महीने ग्रीस के शहर एथेंस के पेरिस्टरी इलाके में अपनी किशोर प्रेमिका की कथित तौर पर हत्या करने के बाद एक पाकिस्तानी व्यक्ति फरार हो गया था। 30 वर्षीय युवक की पहचान पाकिस्तानी नागरिक सुन्नी के रूप में हुई थी जबकि उसकी 17 वर्षीय ग्रीक प्रेमिका का नाम निकोलेट्टा था। 30 वर्षीय सुन्नी पिछले 10 महीनों से 17 वर्षीय लड़की के सम्पर्क में था।
निकोलेट्टा का हत्यारा अपनी प्रेमिका, उसकी माँ और बहन के साथ एक ही अपार्टमेंट में रह रहा था, और उसे एक चाबी भी दे दी गई थी – इस पर ध्यान न देते हुए कि इसके कितने घातक परिणाम हो सकते हैं। निकोलेट्टा के पिता ने बताया कि अपनी बेटी के पाकिस्तानी लड़के के साथ रिश्ते को उन्होंने शुरुआत में ही अस्वीकार कर दिया था, बल्कि बेटी को भी चेताया था कि “इन लोगों” के साथ किसी भी प्रकार के संबंध घातक हैं। उन्होंने कहा, “और आखिरकार, क्या हुआ? उसने सोचा था कि उसका रिश्ता बहुत अच्छा होगा और ये देखो परिणाम सामने है! ”
भारत और पाकिस्तान में भी मुस्लिम लड़कों द्वारा प्यार के नाम पर हिन्दू, सिख व ईसाई लड़कियों को फंसाकर उन्हें प्रताड़ित करने और इस्लामीकरण की खबरें आती रहती हैं, कई घटनाओं में तो ऐसी लड़कियों को न सिर्फ प्रताड़ित किया गया, यहां तक कि उनकी हत्या के मामले सामने आते रहे हैं।
कई मामलों में पाया गया कि मुस्लिम लड़कों ने अपनी पहचान छिपाने के लिए नकली हिंदू नाम रखा। वहीं म्यांमार में भी रोहिंग्या मुस्लिमों द्वारा बौद्ध महिलाओं के प्रति ऐसे मामले सामने आते रहे हैं। यूरोप भी इससे अछूता नहीं है। ऐसे में अन्य देशों में भी इस ओर संकेत करते मामले मिलना गम्भीर समस्या की ओर इशारा करता है।
तीसरा मामला
ऐसा ही एक अन्य मामला जुलाई में सामने आया था जब एथेंस की एक 23 वर्षीय ग्रीक पर्यटक ने शिकायत की कि, 25 जुलाई की सुबह दो पाकिस्तानी लड़कों ने एव्लोमोनास द्वीप के एक सुनसान समुद्र तट पर उसके साथ बलात्कार किया।
पीड़ित युवती ने पुलिस को बताया, था कि दो पाकिस्तानी लड़कों ने उसे ड्रिंक की पेशकश की जिसमें उन्होंने बेहोशी की दवाई मिला रखी थी, इसके बाद वे उसे करीब एक किलोमीटर दूर एव्लोमोनास द्वीप के एक सुनसान समुद्र तट पर ले गए जहाँ उन्होंने उसके साथ बलात्कार किया। होश आने पर बदहवास ग्रीक लड़की ने किसी तरह पुलिस के पास पहुंचकर रिपोर्ट दर्ज की।
अन्य मामले
- जुलाई में ऐसी ही एक अन्य घटना एथेंस के क्रेटे द्वीप के रिथेम्नो शहर के एक बीच पर दर्ज की गयी जब एक 18 वर्षीय ब्रिटिश युवती के साथ दो पाकिस्तानियों ने बलात्कार किया। ब्रिटिश समाचार एजेंसी ‘द सन’ के अनुसार 18 जुलाई को जब एक ब्रिटिश पर्यटक बीच पर धूप सेंक रही थी, दो पाकिस्तानी लड़कों ने सनबाथ बैड से उसे खींचकर उसके साथ बलात्कार किया। पुलिस कार्यवाही में बलात्कार के आरोपी 23 और 26 वर्षीय पाकिस्तानी युवकों को गिरफ्तार कर लिया गया।
- ग्रीस के शहर स्किआथोस से भी ऐसा मामला सामने आया जब एक 25 वर्षीय महिला के साथ 40 वर्षीय बांग्लादेशी व्यक्ति ने बलात्कार की कोशिश की। शिकायत के अनुसार महिला और आरोपी एक द्वीप पर एक होटल में एक साथ काम करते थे, जब महिला काम खत्म कर आराम करने अपने कमरे में चली गई तब आरोपी ने उस पर हमला किया और 27 जुलाई की रात को उसके साथ बलात्कार करने की कोशिश की। बाद में पुलिस ने बांग्लादेशी आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।
- एक अन्य घटना में किल्किस में एक 30 वर्षीय लेबनानी गर्भवती महिला पर एक 30 वर्षीय पाकिस्तानी व्यक्ति ने लूट के उद्देश्य से क्रूर हमला कर दिया जिसमें महिला ने अपने अजन्मे बच्चे को खो दिया।
इन घटनाओं से ग्रीस में लव जिहाद पर बहस शुरू हो गयी है। पाकिस्तानी लड़कों द्वारा ग्रीक लड़कियों को प्यार या किसी भी अन्य तरीके से प्रताड़ित करने के अनेक केस सामने आने के बाद ग्रीस में इस विषय पर गम्भीर चिन्ता देखी जा रही है।
इस्लामिक ओटोमन साम्राज्य से स्वतंत्रता के बाद एथेंस से इस्लामी चरमपंथ के समाप्त होने के दो सौ साल बाद, ऐसा प्रतीत होता है कि ग्रीस में पाकिस्तानी पुरुषों के बड़े पैमाने पर आगमन के साथ ही ग्रीक राजधानी में “लव जिहाद” का आगमन भी हो गया है। ग्रीक मीडिया एजेंसी डायरेक्टस ने बताया कि, “वे प्यार के नाम पर निर्दोष ग्रीक लड़कियों को निशाना बनाते हैं।”
ग्रीस को खा रहा ‘लिबरलिज्म’
ग्रीस में आधुनिक किशोर लड़कियां, पश्चिमी उदारवादी/लिबरल विचारधारा के बहकावे में आकर अक्सर अपनी सांस्कृतिक विषमताओं और शिक्षा मानकों की वास्तविकता को दरकिनार कर देती हैं, और अपने माता-पिता की अवहेलना कर खुद को अल्ट्रा लिबरल दिखाने के लिए जानबूझकर मुस्लिम पुरुषों, आमतौर पर पाकिस्तानी या अफगानी पुरुषों के साथ डेट करती हैं।
ग्रीस में जहाँ एक ओर पाकिस्तानियों द्वारा बड़ी संख्या में महिलाओं के साथ बलात्कार, हत्या, चोरी और जबरन वसूली की जा रही है, वहीं दूसरी ओर इस्लामाबाद लगातार ग्रीस और साइप्रस के खिलाफ तुर्की का जोरदार समर्थन कर रहा है, इससे ऐसा प्रतीत होता है कि लव जिहाद द्वारा यूनानियों को अब जानबूझकर उकसाया जा रहा है।
ग्रीस के मीडिया में यह चर्चा जोर पकड़ रही है कि लिबरल युवा, अक्सर अपनी कथित रूप से फासीवाद-विरोधी विचारधारा के अच्छे ‘भ्रमों’ के साथ, वास्तविकता के प्रति आँख मूँद लेते हैं। यद्यपि फासीवाद के सभी रूपों का बहुत आसानी से विरोध किया जा सकता है, पर इसका मतलब यह नहीं है कि सांस्कृतिक, धार्मिक, शैक्षिक और वैचारिक मतभेदों और वास्तविकताओं के प्रति आँख मूँद ली जाए, इसलिए फासीवाद के विरोध की सीमा में इस्लामी फासीवाद भी होना चाहिए।
ग्रीक पत्रकार पॉल एंटोनोपॉलस ने ग्रीकसिटीटाइम्स में लिखा कि, “कठोर वास्तविकता यह है कि कुछ संस्कृतियाँ दूसरों के अनुकूल नहीं होतीं। ग्रीक संस्कृति, और उसके विभिन्न आयाम, चाहे वह पारंपरिक हों या उदारवादी, इस्लामी राजनीतिक-सांस्कृतिक व्यवस्था और पाकिस्तान के मानदंडों के सख्त विरोध में हैं।
एक आधुनिक लोकतंत्र के रूप में ग्रीस की पाकिस्तान जैसे इस्लामी गणराज्य से कोई समानता नहीं है। असल में कट्टरपंथी इस्लामी जिहादवाद की विचारधारा, जिसे इस्लामाबाद बढ़ावा देता है और वित्तपोषित करके निर्यात करता है, आधुनिक ग्रीक राज्य उसके निष्कासन और उस पर काबू पाने पर बनाया गया था।
इस्लामिक ओटोमन साम्राज्य के 400 वर्षों के शासन के कारण, यूनानियों के अंतर्मन में इस्लामी जिहादवाद की ऐतिहासिक स्मृति है जो पश्चिमी यूरोपीय लोगों के पास नहीं है। इसलिए हमें कट्टरपंथी इस्लाम और उसकी सभी रणनीतियों के खतरों के प्रति पश्चिमी देशों के अनाड़ीपन से प्रभावित नहीं होना चाहिए – जिसमें लव जिहाद भी शामिल है।”
यदि सरकारी आंकड़ों पर नज़र डालें तो केवल 62.3% पाकिस्तानी साक्षर हैं, और इनमें से कितने लोग चरमपंथी इस्लामी मदरसों में शिक्षित हैं इसका कोई आंकड़ा नहीं है।
वह आगे कहते हैं, “इस बात को नज़रअंदाज़ नहीं किया जाना चाहिए कि ग्रीस की तुलना में इस्लामी गणराज्य पाकिस्तान महिलाओं के अधिकार, शिक्षा और सहिष्णुता के पैमाने पर कहीं नहीं ठहरता। जिहाद पाकिस्तानी मानस का एक मूलभूत हिस्सा है, इसलिए उत्तरी साइप्रस पर तुर्की के कब्जे, ऐतिहासिक रूप से अर्मेनियाई नागोर्नो-कराबाख पर अजरबैजान के कब्जे को पाकिस्तान ने समर्थन दे रखा है और खुद ने भारत के कश्मीर पर अवैध कब्जा किया हुआ है।
जिहाद का विचार अब जमीनी जीत से आगे बढ़ चुका है, और गैर-मुस्लिम महिलाओं को इस्लाम में परिवर्तित करके देशों की जनसांख्यिकी में परिवर्तन करना भी उसका लक्ष्य है। 1990 के दशक के दौरान, तुर्की के तत्कालीन राष्ट्रपति, तुर्गुत ओज़ल ने स्पष्ट स्वीकारा था कि “हमें ग्रीस के साथ युद्ध करने की कोई ज़रूरत नहीं है। हमें बस कुछ मिलियन अप्रवासी उनके यहाँ भेजने हैं और इसी से हमारा काम हो जाएगा।”
ग्रीक बुद्धिजीवी और रणनीतिकार इस बात से भी चिंतित हैं कि 2015 के बाद से, ग्रीस में पाकिस्तानी और अफगानिस्तानी प्रवासियों की लहर आ गयी है, जो अपनी पहचान छिपाकर सीरियाई शरणार्थियों के रूप में यूनान की सीमा में प्रवेश कर रहे हैं। ग्रीस में अवैध रूप से रह रहे हजारों पाकिस्तानियों के आगमन के साथ ही, 2015 से बलात्कार और यौन उत्पीड़न के मामले आसमान छू रहे हैं। इन अवैध अप्रवासियों में से अधिकांश सिंगल पुरुष हैं, और ग्रीस में मुस्लिम महिलाओं की कमी के कारण भी वे ग्रीक लड़कियों को निशाना बनाते हैं।
दूसरी ओर ग्रीक युवाओं पर अमेरिका की वामपंथी एंटिफ़ा विचारधारा के गहरे प्रभाव ने उन्हें वास्तविकताओं और सांस्कृतिक भेदों के प्रति उन्हें अंधा बना दिया है – केवल इस चाहत में कि वो ‘नस्लवादी’ न लगें, खुले विचारों वाले, और ‘लिबरल’ नज़र आएं।