इंग्लैण्ड के लेस्टर शहर से आ रहे एक चौंकाने वाले मामले में पाकिस्तानी मुसलमानों के गिरोह ने हिंदू आबादी वाले मुहल्लों पर हमला कर दिया है। स्थानीय लोगों के अनुसार ये हमला भारतीय क्रिकेट प्रशंसकों से बदला लेने के लिए हुआ है, जिन्होंने एशिया कप क्रिकेट मैच में भारत की जीत के बाद जश्न मनाया था।
28 अगस्त को एशिया कप के भारत पाकिस्तान मैच में भारत की जीत हुई थी, जिसके बाद लेस्टर के बेलग्रेव इलाके में हिंसा भड़क गई थी, जिसकी पुलिस जांच चल रही है।
सोमवार और मंगलवार को पाकिस्तानी युवाओं का एक बड़ा जत्था चाकू समेत अन्य हथियारों के साथ हिंदू मोहल्लों में आतंक फैलाने पहुँच गया, और एक हिंदू मंदिर के पास हिंसक घटना को अंजाम दिया और सड़कों पर तोड़फोड़ की।
क्या है पूरा मामला ?
दरअसल 28 अगस्त को जब भारतीय शांतिपूर्ण तरीके से भारत की जीत का जश्न मना रहे थे, उस दौरान एक पाकिस्तानी ने भारत के झण्डे पर पैर रखकर अपमान किया जिससे स्थानीय भारतवंशियों में रोष फैल गया और कुछ लोगों ने उस व्यक्ति की पिटाई कर दी। इसके बाद इलाके में तनाव फैल गया।
करीब सवा तीन लाख की आबादी वाले लेस्टर में 28 प्रतिशत आबादी एशियाई लोगों की है और कुल आबादी में से करीब 15 फीसदी लोग हिन्दू हैं। मुस्लिम और हिन्दुओं की यहाँ अलग अलग कॉलोनी हैं, पर बीते कुछ माह में हिन्दू मुस्लिमों के बीच तनाव देखा जा रहा है। मई में भी एसी ही एक घटना में समुदाय विशेष के लोगों ने एक व्यक्ति की पिटाई कर दी थी।
इस मामले से जुड़े एक वीडियो में एक हिन्दू परिवार को अपने घर की खिड़की से हिंसा को देखकर घबराते हुए देखा जा सकता है जिसमें दंगाई हाथ में हथियार लेकर आसपास खड़ी कारों के पास नारे लगाते हुए दिखाई दे रहे हैं। वीडियो में महिला एक आदमी को “पुलिस को फोन करो” कह रही है, जो उसे खिड़की बंद करने के लिए कहता है।
इंग्लैण्ड के हिन्दू अपने स्थानीय सांसदों को अब चिंता व्यक्त करते हुए पत्र लिख रहे हैं। एक पत्र में, शिकायतकर्ता का कहना है कि मुस्लिम गिरोह अरबी शब्द “मुशरिक” का बार बार प्रयोग कर रहे थे, जिसका अर्थ है एक अल्लाह के सिवाय दूसरे ईश्वर को मानने वाला, जो सीधे सीधे हिंदुओं के खिलाफ है।
वीडियो में 50 से अधिक मुस्लिम युवाओं का समूह लेस्टर की सड़कों पर चिल्लाते और तोड़फोड़ करते हुए दिख रहा है, और एक अन्य वीडियो में पुलिस उन्हें रोकने के लिए सड़क को जाम करती हुई देखी जा सकती है।
संपत्ति की तोड़फोड़ और उतारे भगवा झण्डे
इलाके में रहने वाली शीतल (44) ने कहा कि प्रशासन द्वारा हिंदुओं को काम के बाद सीधे घर जाने की सलाह दी गई है। उन्होंने आगे बताया कि, “ये लोग (मुस्लिम दंगाई) पूरे ब्रिटेन से आए हैं। वो लेस्टर के लहजे में नहीं बोल रहे थे, इनमें से कुछ लंदन से हैं और कुछ नॉर्थ की तरफ से हैं। उन्होंने लोगों के घरों के बाहर लगे सभी भगवा झंडे उतार दिए। हिन्दू अपने घरों में डरे हुए हैं। उन्होंने जिन क्षेत्रों को निशाना बनाया है, वहाँ पहले हिंदू-मुस्लिमों की मिश्रित आबादी हुआ करती थी, लेकिन अब ये इलाका मुख्य रूप से हिंदू हैं क्योंकि यहाँ दमन और दीव से कई लोग आ चुके हैं।”
लेस्टर के मुख्य कांस्टेबल रॉब निक्सन ने कहा कि वह शहर में क्रिकेट मैच के बाद पैदा हुई तनावपूर्ण स्थिति से अवगत थे। लेस्टर की पुलिस ने क्रिकेट मैच के बाद हुई पहली घटना के बाद पांच लोगों की पहचान की थी और मंगलवार रात चार अन्य संदिग्ध पाकिस्तानियों को गिरफ्तार किया था। दो को खतरनाक हथियारों के साथ पकड़ा गया और 131 लोगों की तलाशी ली गई।
मानवाधिकार कार्यकर्ता रश्मि सामंत ने कहा, “मुस्लिम गिरोह हिन्दुओं पर लगातार हमले कर रहे हैं। मासूम हिन्दुओं को उन्हीं की जमीनों पर आतंकित किया जा रहा है, हिन्दुओं की सम्पत्ति से तोड़ फोड़ की जा रही है, यहाँ तक कि चाकू से हमलों की कोशिश भी की गई है।”
गौरतलब है कि, इंग्लैण्ड में 6 सितंबर को कंजर्वेटिव पार्टी की नेता लिज ट्रस के नई प्रधानमन्त्री बनने के ठीक बाद ये हमले सामने आए हैं, जो अपराधी तत्वों के मनोबल बढने का संकेत दे रहे हैं। भारतीय मूल के ऋषि सुनाक की हार भी भारत विरोधियों को हिन्दूविरोध का मौका दे रही है।
घटना को लेकर विदेशी मीडिया का एक विशेष धड़ा हिन्दुओं को दोषी करार दे रहा है और हिन्दू उग्रवाद का मुद्दा उछालकर भारत को बदनाम करने की कोशिश कर रहा है। लन्दन में पाकिस्तान मूल के सादिक खान के मेयर बनने के बाद से ही इंग्लैण्ड में पाकिस्तानी मुस्लिमों के हौसले बुलंद हैं और लगातार उग्रवाद के मामले सामने आते रहे हैं। ऐसे में लिज ट्रस प्रशासन दंगाइयों को कैसे नियंत्रित करेगा कि भविष्य में ऐसे हमले न हों, इसे लेकर इंग्लैण्ड के हिन्दू सशंकित हैं।