सितंबर के पहले सप्ताह में इंग्लैण्ड के लेस्टर में हुए हिन्दू विरोधी दंगे, जो अगस्त के अंत में शुरू हो चुके थे, थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। इंग्लैण्ड सरकार तुष्टिकरण की राजनीति करते हुए हमलावरों को रोकने में तो विफल साबित हुई ही है, बल्कि उनका पक्ष लेकर उनका मनोबल भी ऊँचा कर रही है।
18 सितंबर को मंदिर से तोड़फोड़, हिन्दुओं पर हमला
17-18 सितंबर की रात में मुस्लिमों के औचक दंगों से लेस्टर की सड़कें दहल गईं और प्रशासन की सारी व्यवस्थाएं धता साबित हो गईं। इस वीडियो में आप देख सकते हैं कि कैसे उग्र भीड़ के बीच एक दंगाई ने हिन्दू मंदिर पर चढकर हिन्दुओं के पवित्र भगवा ध्वज को उखाड़कर नीचे गिरा दिया।
इस घटना पर अंग्रेजी पत्रकार डेविड अथेरटन ने कहा, “लेस्टर में, एक मुस्लिम व्यक्ति ने एक हिंदू मंदिर से झंडा उतार दिया। कल्पना कीजिए कि अगर किसी मस्जिद में ऐसा किया गया होता तो क्या प्रतिक्रिया होती।”
इस हिंसक हमले के बाद ब्रिटिश राजनेता ऐश्ले साइमन ने हमले में बुरी तरह घायल हिन्दू पीड़ित का फोटो शेयर करते हुए कहा कि, “एक हिंदू व्यक्ति का चेहरा जो अपने परिवार के साथ दशकों से लेस्टर में शांति से रह रहा है। पुलिस इनके साथ ऐसा होने दे रही है। इस आदमी को न्याय कैसे मिलेगा, हिंदू समुदाय की रक्षा के लिए कौन आवाज उठा रहा है?”
सारे सबूत सामने होने के बाद भी कुछ वामपंथी पत्रकार हिन्दुओं को दंगों का दोषी करार देने की छद्म कोशिश में लगे हैं, इसपर अन्तराष्ट्रीय पत्रकार एमी जेन मैकलबर्ग ने कहा, “यह कोई नई बात नहीं है…लेस्टर के मुसलमानों को गर्व है कि उन्होंने यूरोप के एक और क्षेत्र पर नियंत्रण कर लिया है! इस बीच, वामपंथी मीडिया हिंदुओं को दोष देने की कोशिश कर रहा है। मेरे हिन्दू मित्रों, चिंता मत करो, कोई उन पर विश्वास नहीं करता!”
मैकलबर्ग ने एक वीडियो शेयर करते हुए कहा कि, “मुस्लिमों ने पश्चिम के एक और शहर पर कब्जा कर लिया है। भारत की ही तरह UK में भी मुस्लिम हिन्दुओं पर हमला कर रहे हैं और वामपंथी मीडिया आतंकियों को चीयर्स कर रही है।”
नीचे दिए चित्र में दिखाया गया है कि लेस्टर में किस तरह मस्जिदों का जाल फैल चुका है, और इससे समझा जा सकता है कि मैकलबर्ग ऐसा क्यों कह रही हैं।
लन्दन के भारतीय उच्चायोग ने उठाया मुद्दा
भारतीय उच्चायोग ने इस हिंसा के खिलाफ इंग्लैण्ड सरकार के सामने मामला उठाया है और हिन्दुओं और हिन्दू मंदिरों पर हमले की कड़ी निंदा करते हुए सख्त कार्रवाई की माँग की है।
अब तक क्या क्या हुआ ? : लेस्टर के हिन्दूविरोधी दंगों की वास्तविक कहानी
लेस्टर की जनसांख्यिकी पर दृष्टि:
लेस्टर इंग्लैण्ड का एक शहर है और ‘Census 2021 and World Population Review’ के आंकड़ों के अनुसार लेस्टर में विभिन्न समुदायों की जनसंख्या कुछ इस प्रकार है:-
कुल जनसंख्या: 561,365
ईसाई जनसंख्या: 181,882 (32.4%)
मुस्लिम जनसंख्या: 104,413 (18.6%)
हिंदू जनसंख्या: 85,327 (15.2%)
सिख जनसंख्या: 24,700 (4,4%)
बौद्ध जनसंख्या: 2,245 (0.4%)
यहूदी जनसंख्या: 561 (0.1%)
28 अगस्त को लेस्टर में क्या हुआ था?
एशिया कप के भारत पाक क्रिकेट मैच में भारत की जीत के बाद दोनों देशों के प्रशंसकों में गैर-धार्मिक किस्म का मजाक चल रहा था पर मामला तब गंभीर हो गया जब पाकिस्तान क्रिकेट टीम के एक प्रशंसक ने भारत के तिरंगा झण्डे को छीन लिया और उस पर पैर रखके अपमान किया।
इस पर हुए विवाद के बाद लेस्टर के कुछ मुस्लिम नेताओं ने इसे हिंदू-मुस्लिम का रूप दे दिया। लेस्टरशायर पुलिस द्वारा “लेस्टर काउंसिल ऑफ फेथ्स” के अध्यक्ष को भेजे गए एक ईमेल में भी इस झूठ को दोहराया गया और, भारतीयों को गलत तरीके से फंसाया गया, इससे तनाव कम होने की जगह और बढ़ गया।
4 सितंबर : हिंसा से मनाया पाकिस्तान की जीत का जश्न
4 सितंबर को भारत पाक के दूसरे मैच में पाकिस्तान की जीत हुई, और हमेशा की तरह इसके जश्न की आड़ में हिंसा शुरू कर दी गई। कई हिंसक घटनाओं के बीच कुछ पाकिस्तानी दंगाइयों ने गणेश चतुर्थी मनाने रहे एक हिंदू के घर पर हमला कर दिया। हिन्दू घर में अंडे फेंके गए, और एक हिंदू युवक को चाकू मारने की कोशिश की गई। उस लड़के को बचाने आई उसकी चाची की नाक पर भी मुक्का मारकर घायल कर दिया गया।
जिस समय इस घटना को अंजाम दिया गया उस समय कई लोग गणपति दर्शन के लिए गणेशोत्सव वाले घर में आ रहे थे। पर इस घटना की निंदा करने के बजाय, कई मुसलमानों ने सोशल मीडिया और अन्य जगहों पर अंडे फेंकने की घटना का महिमामंडन किया।
5 सितंबर: शांति की अपील बेअसर
5 सितंबर को हिंदू और मुस्लिम समाज के नेताओं ने शांति की अपील की जिसे हिंदुओं ने तो माना पर मुसलमानों पर यह अपील बेअसर साबित हुई। इसी रोज सैकड़ों की संख्या में मुसलमान इकट्ठे हुए जिसमें लेस्टर के बाहर के लोग भी शामिल थे और उन्होंने लगभग 50 हिन्दुओं पर हमला कर दिया। 1 हिंदू युवक को चाकू मार गया और दूसरा बमुश्किल भाग पाया। हिंदू घरों पर हमला किया, पत्थर फेंके, खिड़कियां टूट गईं और भगवाध्वज उखाड़ के गिरा दिए गए।
6 सितंबर: हमलों की लगातार तीसरी रात
सैकड़ों मुस्लिम युवकों ने हिन्दू इलाकों में झुण्ड बनाकर तोड़फोड़ की, 50 से ज्यादा घरों और कारों को नुकसान पहुंचाया। ॐ, शुभ-लाभ और गणेश के चित्रों जैसे प्रतीकों से हिंदू घरों की पहचान की और एक-एक करके हमला किया। भीड़ ने उस घर में घुसने की जबरदस्ती की जहां पर एक नवविवाहित हिंदू महिला अकेली थी। घरों के दरवाजे तोड़ दिए।
कई मीडिया घरानो और लोगों ने इसे हिंदू-मुस्लिम संघर्ष के रूप में पेश किया, पर ऐसा बिल्कुल नहीं था। इन हमलों की चयनात्मक और एकतरफा प्रकृति यह साबित करती है कि यह शांतिपूर्ण हिंदुओं पर एक पाकिस्तानी मुस्लिम हमला था।
मुस्लिम नेताओं के शांति स्थापित करने में विफल होने के बाद एक सामूहिक बैठक में, एक स्थानीय इमाम ने चालाकी और विभाजनकारी ढंग से दमन-दीव के अप्रवासी हिन्दुओं को “अशिक्षित” कहकर उन्हें हिंसा के लिए दोषी ठहराया।
एक इमाम ने शांति वार्ता के दौरान, भारत के वर्तमान राजनीतिक माहौल को दोषी ठहराया। एक अन्य ने हिंदू देवताओं के चित्र वाले भगवा हिंदू झंडों पर सवाल उठाया, और उन्हें “”नारंगी RSS के झंडे” कहा। इस तरह के बयान सांप्रदायिक नैरेटिव गढने वाली फैक्ट्रियों के पुराने हथियारों के सिवाय कुछ नहीं हैं।
इंग्लैण्ड के लेस्टर क्षेत्र के हिंदू अब भी दहशत में जी रहे हैं। कुछ लोगों ने आसानी से पहचाने जाने वाले ॐ, शुभ-लाभ, देवी-देवताओं के चित्र आदि दरवाजों से हटा दिए हैं। इस्लामिक कट्टरपंथियों द्वारा चुन-चुनकर हमला किए जाने के डर ने उन्हें अपनी हिंदू पहचान के चिह्नों को हटाने के लिए मजबूर किया है। यह धार्मिक स्वतंत्रता पर हमला है और इंग्लैण्ड के प्रशासन की नाकामी भी।
एक वायरल वीडियो में देखा जा सकता है कि, एक आदमी 15-16 साल की हिंदू लड़कियों के धार्मिक गरबा नृत्य में उनके प्रति अभद्र भाषा का उपयोग कर रहा है। यह वीडियो इस्लामिक कट्टरपंथियों की हिंदू आस्था और परंपराओं के प्रति नफरत और असहिष्णुता का उदाहरण है।
लेस्टर में हिंदू हेट क्राइम्स नए नहीं हैं। जुलाई 2017 में, पाकिस्तानियों के ने भारत का झंडा पकड़कर बाइक से जा रहे एक हिन्दू युवक को धक्का दे दिया था, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया था। हिंदुओं के खिलाफ नफरत और अपराधों को कम करने में प्रशासन के विफल रहने से ऐसी घटनाएं बढ़ती जा रही हैं।
लेस्टर का राजनीतिक माहौल
वर्तमान में लेस्टर की सिटी काउन्सिल की 54 सीटों में से लेबर पार्टी 50 सीटों के साथ सत्ता में है। 3 दिनों तक लगातार हमलों के बाद लेस्टर के हिंदू समाज में डर बैठा हुआ है। आश्वासन के बावजूद सरकार हिंदुओं की रक्षा करने में विफल रही है। क्या उन्हें अपना बचाव खुद करना होगा? एक महीने में साल भर के सबसे बड़े हिंदू त्योहार नवरात्रि, दशहरा, दीवाली शुरू होने वाले हैं, क्या हिंदू सुरक्षित रूप से जश्न मना पाएंगे?
इंग्लैण्ड के लेस्टर में मुस्लिमों ने किया हिन्दू इलाकों पर हमला, उतारे भगवा झण्डे