अरविंद केजरीवाल अब गुजरात के किसानों को गुमराह कर रहे हैं। उन्होंने वादा किया है कि AAP की सरकार बनी तो वे गुजरात में भी पाँच फसलों पर न्यूनतम समर्थन मूल्य देंगे, जैसे पंजाब और दिल्ली के किसानों को दिया है। हमेशा की तरह ऐसे सफेद झूठ पर भरोसा करने से पहले जमीनी सच्चाई जाननी बहुत जरूरी है।
9 सितंबर 2022 की एक RTI के जवाब से पता चलता है कि दिल्ली की सरकार ने कृषि उत्पाद मार्केटिंग कमिटी, नरेला के लिए कोई भी कृषि उत्पाद नहीं जुटाया है। इससे भी बड़ी बात यह है कि दिल्ली में 2016-17 से ही भारतीय खाद्य निगम (FCI) ने रबी फसलों की शून्य खरीदी न्यूनतम समर्थन मूल्य पर की है। ऐसा दिल्ली सरकार के योजना विभाग के शोध से पता चला है, इकनॉमिक टाइम्स ने रिपोर्ट किया है।
AAP ने पहले भी ऐसे दावे और वादे पंजाब में किए हैं, लेकिन वहाँ क्या हालात हैं? अकाली नेता दलजीत सिंह चीमा ने आरोप लगाया है, ‘मुख्यमंत्री भगवंत मान ने किसानों को मूँग की खेती को कहा और वादा किया कि 7,250 रुपए प्रति क्विंटर की MSP पर सारी मूँग खरीदी जाएगी। हालाँकि, इसका 10 प्रतिशत नहीं खरीदा गया। मक्के की भी खरीद में पंजाब सरकार ने यही किया है।’
मासूम किसानों को ठगने की यह एक साझा रणनीति है जो AAP ने गुजरात और हिमाचल प्रदेश के चुनाव में लगाई है। यह बहुत जरूरी है कि केजरीवाल के इन सफेद झूठों और गुलाबी वादों के पीछे की सच्चाई बताई जाए।
– कावेरी मधक