देशभर में अशांति का माहौल बनाने और युवाओं को आतंक की तरफ धकेलने के लिए प्रतिबंधित किए जाने वाले संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) के राजनीतिक मुखौटे सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया (SDPI) से कॉन्ग्रेस के कुछ विधायकों ने सम्पर्क किया है।
वहीं दूसरी तरफ कॉन्ग्रेस नेता डॉ जी परमेश्वरा ने SDPI से अपील की है कि भाजपा के खिलाफ लड़ाई में वह कॉन्ग्रेस का साथ दे। इस बयान के बाद यह कयास लगाए जा रहे है कि क्या कॉन्ग्रेस प्रतिबंधित PFI की राजनीतिक शाखा SDPI से हाथ मिलाना चाह रही है?
SDPI से कॉन्ग्रेस विधायकों के सम्पर्क करने की बात SDPI के कर्नाटक के प्रदेश अध्यक्ष ने की है। कर्नाटक में SDPI के प्रदेशाध्यक्ष अब्दुल मजीद ने यह बयान देकर चुनावी राज्य की राज्य की राजनीति में एक और भूचाल ला दिया। मजीद ने कॉन्ग्रेस के अतिरिक्त जेडीएस के भी विधायकों द्वारा सम्पर्क साधे जाने की बात की।
इस मामले को लेकर भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव भाटिया ने कॉन्ग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि कॉन्ग्रेस को इस मामले पर सफाई पेश करनी चाहिए। गौरतलब है कि यह पहला मौका नहीं है जब PFI की राजनीतिक शाखा ने कॉन्ग्रेस के साथ सम्पर्क की बात की हो।
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इस पहले मार्च माह में भी SDPI के एक नेता ने कहा था कि 2018 के कर्नाटक चुनावों में SDPI और कॉन्ग्रेस की आपसी सहमति थी और SDPI ने उन इलाकों से अपने उम्मीदवार हटा लिए थे जहाँ भाजपा के जीतने की संभावना थी।
SDPI ने इस बार के कर्नाटक चुनावों में 100 सीटों पर लड़ने का ऐलान किया है। SDPI के इस फैसले से कॉन्ग्रेस को प्रदेश में मुस्लिम वोटों के बंटने का डर है। SDPI ने अपने कुछ उम्मीदवारों के नाम जारी भी कर दिए हैं। दूसरी तरफ सत्तारूढ़ भाजपा ने भी 180 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी है।
गौरतलब है कि SDPI के मूल संगठन PFI को केंद्र सरकार के गृह मंत्रालय ने सितम्बर 2022 में प्रतिबंधित कर दिया था और तब से इसके कई सदस्यों को जांच एजेंसियां अलग-अलग प्रदेशों से गिरफ्तार कर चुकी हैं, NIA समेत अन्य जाँच एजेंसियां इसके ठिकानों पर लगातर छापे मारती आई हैं।
दक्षिणी राज्य केरल में अपनी मजबूत पकड़ रखने वाला जिहादी संगठन PFI लगातार कर्नाटक में भी अपने पैर फिया कर कई घटनाओं को अंजाम दे रहा था।
इसी कड़ी में भाजपा के एक युवा नेता प्रवीन नेट्टरु की हत्या के मामले में मार्च माह में PFI के हिट स्क्वाड के एक सदस्य तुफैल को सुरक्षा एजेंसियों ने पकड़ा था। इससे पहले जनवरी में इस मामले में दाखिल NIA की चार्जशीट में 20 लोगों क आरोपी बनाया गया था। तुफैल दो अन्य मामलों में भी हत्यारोपी है।
एक अन्य मामले में गैंगस्टर जयेश पुजारी उर्फ़ शाहीर शकीर ने दावा किया है कि PFI और लश्कर ए तैयबा ने मिलकर कर्नाटक के पूर्व उप मुख्यमंत्री केएस इश्वरप्पा को मारने की साजिश रची थी। शाहीर पर एक अन्य व्यक्ति अफसर पाशा के साथ मिलकर आतंकी गतिविधियों करने का भी आरोप है।
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