प्रख्यात अंतरिक्ष वैज्ञानिक एवं इसरो के पूर्व अध्यक्ष डॉ के सिवन को 3 वर्ष के लिए आईआईटी इंदौर के बोर्ड ऑफ गवर्नर्स का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। आईआईटी इंदौर ने बृहस्पतिवार (अगस्त 31, 2023) को विज्ञप्ति जारी कर इसकी जानकारी दी है।
संस्था के अनुसार डॉ के सिवन दीपक बी फाटक का स्थान लेंगे जिनका कार्यकाल अगस्त 21, 2023 को समाप्त हो गया था। बता दें कि आईआईटी इंदौर ने इस वर्ष अंतरिक्ष विज्ञान और इंजीनियरिंग में एक पाठ्यक्रम शुरू किया है।
आईआईटी इंदौर के निदेशक प्रोफेसर सुहास जोशी ने जानकारी दी कि वे आईआईएससी बैंगलोर और आईआईटी बॉम्बे के पूर्व छात्र डॉ सिवन को बोर्ड ऑफ गवर्नर्स के अध्यक्ष के रूप में पाकर खुश और उत्साहित हैं।
प्रोफेसर जोशी का कहना है कि डॉ सिवन को आईआईटी इंदौर से जोड़ने का इससे बेहतर समय नहीं हो सकता है। भारत ने हाल ही में चंद्रयान-3 मिशन में सफलता हासिल कर अंतरिक्ष इंजीनियरिंग में अपनी शक्ति और विशेषज्ञता साबित की है। आईआईटी इंदौर भी इस शैक्षणिक सत्र में अंतरिक्ष विज्ञान और इंजीनियरिंग में बीटेक सहित 10 नए शैक्षणिक कार्यक्रम शुरू करने जा रहा है। यह संस्थान देश में इस तरह का पाठ्यक्रम पेश करने वाला पहला आईआईटी बन गया है। बता दें कि आईआईटी इंदौर के इस शैक्षणिक कार्यकम में 20 सीटें रखी गई हैं जिसमें से 4 सीटें छात्राओं के लिए है।
वहीं प्रोफेसर जोशी का कहना है कि आईआईटी इंदौर को डॉ सिवन के मार्गदर्शन में अंतरिक्ष इंजीनियरिंग के अनछुए क्षेत्रों में काम करके देश के अंतरिक्ष मिशन में योगदान देने का अवसर मिलेगा।
उल्लेखनीय है कि इसरो के मिशन चंद्रयान-3 की सफलता ने भारत को देशों की एक विशिष्ठ लीग में पहुँचा दिया है। भारत चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर सफलतापूर्वक अतंरिक्ष यान उतारने वाला दुनिया का पहला देश बन गया है। डॉ के सिवन ने वर्ष, 2018 से 2022 तक इसरो का नेतृत्व किया था और जुलाई 22, 2019 को लॉन्च किए गए चंद्रयान-2 मिशन के वो प्रभारी रहे थे।
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