पश्चिम बंगाल के हुगली क्षेत्र में रामनवनी शोभायात्रा के दौरान हुई हिंसा को लेकर पटना उच्च न्यायालय के पूर्व मुख्य न्यायाधीश नरसिम्हा रेड्डी के नेतृत्व वाली एक 6 सदस्यीय फैक्ट फाइंडिंग टीम को पुलिस ने हिंसा प्रभावित पश्चिम बंगाल के हुगली (Hooghly) जिले का दौरा करने से रोक दिया है। इसके बाद जस्टिस नरसिम्हा रेड्डी का कहना है कि पुलिस पर्दाफाश से डरी हुई है और बंगाल पुलिस ने हिंसा को रोकने का प्रयास नहीं किया था। रिटायर्ड जस्टिस ने कहा कि बंगाल में कानून-व्यवस्था की जो स्थिति है, उस सूरत में सिर्फ ईश्वर ही बचा सकते हैं।
बता दें कि जस्टिस रेड्डी की अगुवाई वाली फैक्ट फाइंडिंग टीम रविवार (अप्रैल 09, 2023) को हावड़ा जिले के शिबपुर में दौरा कर कार्यक्रम आयोजित करना चाह रही थी। टीम द्वारा रामनवमी पर हुई हिंसा को लेकर लगातार राज्य के गृह सचिव बीपी गोपालिका से भी मिलने की मांग भी की जा रही थी।
पुलिस द्वारा रोके जाने के बाद पत्रकारों को संबोंधित करते हुए नरसिम्हा रेड्डी ने कहा कि उन्हें हिंसा प्रभावित क्षेत्रों में जाने से रोका जा रहा है। जिन क्षेत्रों में धारा 144 लागू नहीं है, वहाँ भी जाने की अनुमति नहीं दी जा रही है। उन्होंने पुलिस विभाग पर संदेह जताते हुए कहा कि इलाक़े का दौरा करने वालों को उन क्षेत्रों की वास्तविक स्थिति का पता चल जाएगा। रेड्डी ने कहा, “हमें पीड़ितों से मिलने की अनुमति नहीं है। पुलिस हमारे कॉल का जवाब नहीं दे रही है। हमें लगता है कि पुलिस ने हाल ही में हुई हिंसा को रोकने के लिए कोई कार्रवाई नहीं की और ऐसा होने दिया।”
जस्टिस नरसिम्हा का कहना है कि पूरे मामले में पश्चिम बंगाल पुलिस तानाशाह की तरह व्यवहार कर रही है। उन्होंने आगे कहा, “तेलंगाना में सांसद संजय बांदी को गिरफ्तार किया गया था। मुझे बताया गया कि तेलंगाना पुलिस पर पश्चिम बंगाल पुलिस की तर्ज पर काम कर रही है। पुलिस ने आज जिस तरह हमारे साथ व्यवहार किया है उससे पता चल रहा है कि तुलना सही थी। बंगाल पुलिस तानाशाहों की तरह काम कर रही है और देश में कहीं भी इस तरह की तानाशाही देखने को नहीं मिलती है। पुलिस एक पार्टी के एजेंडे को आगे बढ़ाने में लगी हुई है।”
पश्चिम बंगाल: हुगली में कानून व्यवस्था चरमराने के बाद इंटरनेट बैन
एनएचआरसी की फैक्ट फाइंडिंग टीम की सदस्य एवं पूर्व राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) की सदस्य और अधिवक्ता चारु वली खन्ना ने कहा कि फैक्ट फाइंडिंग टीम पीड़ितों से मिलने के लिए फिर नई रणनीति पर काम करेगी। चारु ने कहा कि वे हमसे डरते हैं। हम पीड़ितों से मिलने के लिए अपने दृष्टिकोण को पुनः व्यवस्थित करेंगे। पुलिस अधिकारी हमें मिलने का समय नहीं दे रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि पश्चिम बंगाल में रामनवमी के अवसर पर निकली शोभायात्रा पर विशेष समुदाय द्वारा हमला किया गया जिसमें कई वाहनों में आग लगाने के साथ पत्थरबाजी की गई। जुलूस के दौरान दंगाइयों ने सार्वजनिक और निजी संपत्तियों में तोड़फोड़ की और वाहनो में आग लगा दी थी। इसके बाद राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का लापरवाही भरा बयान सामने आया था कि हिंदू शोभायात्रा को मुस्लिम क्षेत्र में नहीं जाना चाहिए था।
हावड़ा के शिवपुर के अलावा रामनवमी समारोह के दौरान हुगली में भड़की हिंसा के बाद भाजपा विधायक बिमान घोष ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को और पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस को पत्र लिखकर पश्चिम बंगाल में केंद्रीय बलों की तैनाती और उनके हस्तक्षेप की मांग की थी।