समाजवादी पार्टी और उसके नेताओं द्वारा तुष्टिकरण की राजनीति समाप्त होने का नाम नहीं ले रही। सपा के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य द्वारा श्रीरामचरितमानस को जलाने के बीच सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मुगल गार्डन का नाम बदलने को लेकर केंद्र सरकार पर तंज कसा है।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु द्वारा मुगल उद्यान का नाम बदलकर अमृत उद्यान रखने पर अखिलेश यादव ने कहा कि अब इज्जतनगर का नाम बदलकर भी अमृत शौचालय कर देना चाहिए। साथ ही, अखिलेश ने कहा कि सरकार अपना काम ठीक से नहीं कर पा रही है।
उन्होंने कहा कि बीजेपी को शर्म आनी चाहिए कि वो अपना कार्य सही प्रकार से नहीं कर पा रही है। उन्हें यहाँ भी कॉलेज, संग्रहालयों का नाम बदल देना चाहिए और इज्जतनगर का नाम बदलकर अमृत शौचालय कर देना चाहिए। वो ऐसा इसलिए कर रहे हैं ताकि कोई बेरोजगारी एवं मंहगाई पर सवाल न उठा पाए।
अखिलेश ने कहा कि शायद हमारे नाम बदलकर अमृत कर दिए जाएं। बीजेपी दूसरों को बर्दाश्त नहीं कर सकती। वो सिर्फ नामों में उलझ कर रह गई है। उन्होंने दावा किया कि कल उन्हें मंदिर में प्रवेश नहीं करने दिया गया। अखिलेश ने कहा कि अब हम क्या करेंगे ये भी बीजेपी तय करेगी। बीजेपी ही मुगल उद्यान पर निर्णय लेगी क्या?
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ज्ञात हो कि आजादी के 75 वर्षों का जश्न मनाने के लिए अमृत महोत्सव के तहत राष्ट्रपति मुर्मु द्वारा राष्ट्रपति भवन स्थित सभी उद्यानों एक ही नाम दिया है जो अब अमृत उद्यान कहलाएंगे। इनमें मुगल उद्यान भी शामिल हैं। राष्ट्रपति के प्रेस सचिव अजय सिंह ने बताया कि राष्ट्रपति भवन के सभी उद्यानों की अब एक ही पहचान होगी। अमृत उद्यान को आम जनता के लिए 31 जनवरी से खोला जाएगा।
बता दें कि राष्ट्रपति भवन में ईस्ट लॉन, सेंट्रल लॉन, लॉन्ग उद्यान और सर्कुलर उद्यान शामिल हैं। पूर्व राष्ट्रपति डॉ ए.पी.जे. अब्दुल कलाम और राम नाथ कोविंद के कार्यकाल में यहाँ हर्बल- I, हर्बल- II, टैक्टाइल गार्डन, बोनसाई गार्डन और आरोग्य वनम जैसे अन्य उद्यानों का विकास भी किया गया है।