पाकिस्तान के एक विश्वविद्यालय में सैकड़ों छात्राओं के 5500 से अधिक अश्लील वीडियो का मामला सामने आया है। यह मामला पाकिस्तान स्थित इस्लामिया, बहावलपुर विश्वविद्यालय (Report unearths drug abuse, exploitation at Islamia University of Bahawalpur Pakistan) का बताया जा रहा है। पाकिस्तान स्थित पंजाब प्रांत के कार्यवाहक मुख्यमंत्री सैयद मोहसिन रज़ा नकवी ने इसका संज्ञान लिया है और बताया जा रहा है कि पुलिस इस्लामिया यूनिवर्सिटी के इस पॉर्न वीडियो स्कैंडल को दबाने का प्रयास कर रही है।
पाकिस्तान के समाचार पत्र डॉन के अनुसार, मामले में अब तक यूनिवर्सिटी के डायरेक्टर ऑफ फाइनेंस डॉ. अबुज़र, चीफ सिक्योरिटी ऑफिसर सैयद एजाज शाह और ट्रांसपोर्ट ऑफिसर अल्ताफ को गिरफ्तार किया गया है। विश्वविद्यालय प्रशासन इस घटना को विश्वविद्यालय के खिलाफ साजिश करार दे रहा है।
कार्यवाहक मुख्यमंत्री सैयद मोहसिन रज़ा नकवी को भेजी गई रिपोर्ट से पता चला है कि एजाज शाह के कब्जे से सैकड़ों छात्रों के वीडियो और आठ ग्राम आइस ड्रग बरामद किया गया था। इस स्कैंडल में यह भी सामने आया है कि विश्वविद्यालय में 113 छात्र-छात्राएं नशे की लत में हैं। पाकिस्तान पुलिस का कहना है कि पुलिस के निशाने पर विश्वविद्यालय नहीं बल्कि नशे के सौदागर हैं और संस्थानों में नशे की लत को रोकने के लिए पुलिस उन्हें सामने लाएगी।
यूनिवर्सिटी के चीफ सिक्योरिटी ऑफिसर सैयद एजाज शाह पिछले 7 वर्षों से इस पद पर है। वो पुलिस के हाथ तब चढ़ा जब वो शराब पीने के बाद कार में एक लड़की को लेकर जा रहा था। उसकी नजर जब पुलिस पर पड़ी तो वो सड़क पर गलत दिशा से भागने की कोशिश में पकड़ा गया।
जांच में पुलिस को एजाज की कार से कई ड्रग्स मिले। हालाँकि बाद में उसने कहा कि वो यूनिवर्सिटी की लड़की को उसके घर छोड़ने जा रहा था। पुलिस ने लड़की के अभिभावकों को बुलाकर उसे सौंप दिया। पुलिस को एजाज शाह के पास 2 मोबाइल फोन मिले जिनमें 5500 पॉर्न वीडियो थे। ये सरे अश्लील वीडियो यूनिवर्सिटी की लड़कियों के ही हैं। एजाज के मोबाइल फोन मौके परजब्त कर लिए गए।
इस मामले में अब विश्वविद्यालय ने जांच की मांग की है
जांच में यह बात सामने आई है कि लड़कियों को परीक्षा में अच्छे नंबर देने के बदले उनसे निर्वस्त्र होकर वीडियो भेजने की मांग की जाती थी। यही नहीं, इस्लामिया यूनिवर्सिटी में किसी पद पर भर्ती के लिए भी ऐसा ही किया जाता था। इस यूनिवर्सिटी में शिक्षकों का एक पूरा गिरोह इस किस्म की गतिविधियों के साथ ड्रग्स के कारोबार से भी जुड़ा है।
पुलिस ने दावा किया है कि नशीली दवाओं के आरोप में पकड़े गए दोनों अधिकारी विश्वविद्यालय में छात्रों और शिक्षकों के ब्लैकमेल और यौन शोषण में भी शामिल थे। रिपोर्ट में दावा किया गया कि यूनिवर्सिटी के कोषाध्यक्ष ने कबूल किया कि वह अन्य शिक्षकों के एक समूह के साथ छात्रों के माध्यम से ड्रग्स खरीदता और वितरित करता था इसके अलावा वो इनके डांस और सेक्स पार्टियों का भी इंतजाम करता था।
पुलिस ने खुलासा किया कि शिक्षकों का ये पूरा गिरोह लड़कियों का शोषण कर उन्हें ब्लैकमेल करता था और उन्हें ड्रग्स (आइस, शराब और चरस, हशीश) का उपयोग करके फंसाता था।