अमेरिकी सरकार ने डोनाल्ड ट्रंप की हत्या की साजिश के सिलसिले में एक अफगानी नागरिक फ़रहाद शाकेरी पर आरोप लगाया है। अमेरिकी न्याय विभाग ने शाकेरी के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया है, जिसमें उन पर ट्रंप की हत्या की योजना बनाने का आरोप लगाया गया है, शाकेरी के बारे में माना जाता है कि वह ईरान में रहता है।
शाकेरी पर आरोप है कि उन्हें ईरान की रेवोल्यूशनरी गार्ड के एक अधिकारी ने ट्रंप की निगरानी और हत्या की योजना बनाने का निर्देश दिया था। अमेरिकी अटॉर्नी जनरल मेरिक गारलैंड ने कहा है कि शाकेरी ईरानी शासन के लिए काम करने वाला एक एजेंट है, जिसने ट्रंप सहित कई अन्य लक्ष्यों की हत्या की साजिश रची है।
इसके अलावा, दो अन्य व्यक्तियों, कार्लिस्ले रिवरा और जोनाथन लोडहोल्ट पर भी एक अमेरिकी पत्रकार की हत्या के प्रयास में शामिल होने का आरोप लगाया गया है। दोनों न्यूयॉर्क के दक्षिणी जिले में अदालत में पेश हुए और उनकी जमानत याचिका खारिज कर दी गई है।
ईरान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता एस्माइल बगहई ने इन आरोपों को पूरी तरह से आधारहीन बताया है और कहा है कि ऐसे आरोप पहले भी लगाए गए हैं और वे झूठे साबित हुए हैं।
ट्रंप पर इस साल दो अलग-अलग हत्या के प्रयास हुए हैं। जुलाई में, एक बंदूकधारी ने पेंसिलवेनिया रैली में ट्रंप पर गोली चलाई, जिससे उनके कान के पास जख्म हो गया था। सितंबर में, एक व्यक्ति को ट्रंप के गोल्फ कोर्स में राइफल लेकर खड़े होने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।
शाकेरी को ट्रंप की हत्या की योजना बनाने के लिए सात दिन का समय दिया गया था, लेकिन उन्होंने इसके लिए समय मांगा, जिस पर ईरानी अधिकारियों ने योजना को रोक दिया।
शाकेरी पर आरोप है कि उन्होंने जेल से ही अपने साथियों के साथ मिलकर ईरानी सरकार के लक्ष्यों पर निगरानी रखी और उनकी हत्या की साजिश रची। इस मामले में शाकेरी, रिवरा और लोडहोल्ट पर हत्या के प्रयास और मनी लॉन्डरिंग के आरोप लगाए गए हैं, जिसके लिए उन्हें 10 साल तक की जेल हो सकती है। डोनाल्ड ट्रंप की असफल हत्या की योजना बनाने के आरोपी अफगानिस्तान के फरहाद शकेरी को जेल में समय बिताने के बाद अमेरिका से निर्वासित कर दिया गया था। 51 वर्षीय शकेरी को डकैती के आरोप में 14 साल की सजा काटने के बाद 2008 में जेल से रिहा कर दिया गया था।