The PamphletThe Pamphlet
  • राजनीति
  • दुनिया
  • आर्थिकी
  • विमर्श
  • राष्ट्रीय
  • सांस्कृतिक
  • मीडिया पंचनामा
  • खेल एवं मनोरंजन
What's Hot

भारत के मैन्युफैक्चरिंग और उपभोक्ता बाजार में बढ़ी जापान की पहुँच, आर्थिक सहयोग में आई तेजी

December 9, 2023

पश्चिम बंगाल : मुर्शिदाबाद अस्पताल में 24 घंटे में 9 नवजात शिशुओं की मौत, जांच के आदेश

December 8, 2023

AI Summit 2023: प्रधानमंत्री मोदी ने किया ग्लोबल पार्टनर्स को आमंत्रित, एआई के सकारात्मक प्रभाव पर दिया जोर

December 8, 2023
Facebook X (Twitter) Instagram
The PamphletThe Pamphlet
  • लोकप्रिय
  • वीडियो
  • नवीनतम
Facebook X (Twitter) Instagram
ENGLISH
  • राजनीति
  • दुनिया
  • आर्थिकी
  • विमर्श
  • राष्ट्रीय
  • सांस्कृतिक
  • मीडिया पंचनामा
  • खेल एवं मनोरंजन
The PamphletThe Pamphlet
English
Home » चिदंबरम ने स्वर्गीय प्रणब दा पर फोड़ा UPA काल की महँगाई का ठीकरा
प्रमुख खबर

चिदंबरम ने स्वर्गीय प्रणब दा पर फोड़ा UPA काल की महँगाई का ठीकरा

सम्पादकीयBy सम्पादकीयMarch 19, 2023No Comments3 Mins Read
Facebook Twitter LinkedIn Tumblr WhatsApp Telegram Email
इंडिया टुडे कॉन्क्लेव में पर्व वित्त मंत्री ने स्वर्गीय प्रणब मुखर्जी पर यूपीए काल की महंगाई का ठीकरा फोड़ा है
Share
Facebook Twitter LinkedIn Email

इंडिया टुडे कॉन्क्लेव में 18 मार्च को देश के पूर्व वित्तमंत्री पी चिदंबरम इंडिया टुडे के राजदीप सरदेसाई नामक ऐंकर के साथ कन्वर्सेशन में थे। सरदेसाई ने चिदंबरम से कहा; भारत में मुद्रास्फीति की दर पिछले वर्ष औसतन पाँच दसमलव पाँच प्रतिशत रही जो दक्षिणी एशिया और पश्चिमी देशों की तुलना में कम थी। मोदी सरकार का कहना है कि इन्फ़्लेशन को कंट्रोल में रखने में उसने यूपीए सरकारों की तुलना में अच्छा काम किया है। यूपीए सरकार के समय इन्फ़्लेशन डबल डिजिट में था।

इसके जवाब में चिदंबरम ने कहा; यूपीए सरकार के समय साल 2009 से 2011 के बीच इन्फ़्लेशन सचमुच बढ़ा हुआ था। उन्होंने आगे कहा; लेकिन इसके पीछे कारण यह था कि मेरे विचार से तब के वित्तमंत्री प्रणब मुखर्जी का विश्वास अन्य वित्तमंत्रियों की तरह स्टिमुलस पैकेज पर अधिक था और इसी वजह से इन्फ़्लेशन बढ़ा। हमने वो पैसे खर्च किए जो हमारे पास थे ही नहीं और इसीलिए इन्फ़्लेशन कंट्रोल से बाहर चला गया। इसलिए, हम इस बात से इनकार नहीं करते कि यूपीए के समय इन्फ़्लेशन बढ़ा हुआ था।

Every Congress supporter should listen this in a loop mode pic.twitter.com/mYUns87BRn

— Rishi Bagree (@rishibagree) March 18, 2023

यह भी पढ़ें: मंदी से जूझ रहा है विश्व, भारत की अर्थव्यवस्था मजबूत: RBI ने दी सावधान रहने की सलाह

चिदंबरम ने बड़ी सहजता से बिना पलक झपकाए इन्फ़्लेशन की ज़िम्मेदारी का सारा ठीकरा स्वर्गीय प्रणब मुखर्जी के सर पर फोड़ दिया। पर उन्होंने जो कहा, क्या वह पूरा सच है?

नहीं।

कृष्ण बिहारी नूर की ग़ज़ल की पंक्तियाँ हैं कि; सच घटे या बढ़े तो सच न रहे, झूठ की कोई इंतिहा ही नहीं।

हम आपको बताते हैं कि चिदंबरम यहाँ सच घटा कर कैसे ख़ुद की फाइनेंसियल विजार्ड की ईमेज बचाने के चक्कर में झूठ बोल रहे थे।

आप भारत में इन्फ़्लेशन सम्बंधित यह चार्ट देखें।

चिदंबरम के झूठ का पर्दाफाश यह चार्ट करता है

साल 2004 में जब स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी जी की सरकार बाहर हुई और यूपीए वन की सरकार बनी तब इन्फ़्लेशन की दर 3.77 प्रतिशत थी। चिदंबरम ने वित्त मंत्री के रूप में कार्यभार सँभाला और साल 2005 में यह दर 4.25 प्रतिशत हो गई। उसके बाद साल 2006 में 5.80 प्रतिशत, 2007 में 6.37 प्रतिशत, 2008 में 8.35 प्रतिशत और 2009 में 10.88 प्रतिशत रही।

तो चिदंबरम इन्फ़्लेशन के बढ़ने का कारण वित्त मंत्री मुखर्जी को भले ही बताकर निकल लें पर सच यह है कि इन्फ़्लेशन उनके कार्यकाल में ही बढ़ना शुरू हो गया था और प्रणब मुखर्जी को फिर से वित्त मंत्री बनाने का कारण ही शायद चिंदम्बरम का फाइनेंसियल और इकोनॉमिक मिसमैनेजमेंट था।

Author

  • सम्पादकीय
    सम्पादकीय

    View all posts

Share. Facebook Twitter LinkedIn Email
सम्पादकीय

Related Posts

भारत के मैन्युफैक्चरिंग और उपभोक्ता बाजार में बढ़ी जापान की पहुँच, आर्थिक सहयोग में आई तेजी

December 9, 2023

पश्चिम बंगाल : मुर्शिदाबाद अस्पताल में 24 घंटे में 9 नवजात शिशुओं की मौत, जांच के आदेश

December 8, 2023

AI Summit 2023: प्रधानमंत्री मोदी ने किया ग्लोबल पार्टनर्स को आमंत्रित, एआई के सकारात्मक प्रभाव पर दिया जोर

December 8, 2023

पंजाब : ड्रग्स और शराब के बाद अब नशामुक्ति दवाओं का चस्का, नशा करने वालों की संख्या 8 लाख के पार

December 7, 2023

‘मोदी जी’ कहकर मुझे जनता से दूर ना करें: पीएम मोदी की पार्टी कार्यकर्ताओं से अपील

December 7, 2023

कर्नाटक: ISIS समर्थकों के साथ मंच पर सीएम सिद्धारमैया, भाजपा नेता CT रवि ने की NIA जांच की मांग

December 7, 2023
Add A Comment

Leave A Reply Cancel Reply

Don't Miss
आर्थिकी

भारत के मैन्युफैक्चरिंग और उपभोक्ता बाजार में बढ़ी जापान की पहुँच, आर्थिक सहयोग में आई तेजी

December 9, 20235 Views

वैश्विक प्रतिकूल परिस्थितियों के बावजूद जापान और भारत ने 2022-23 में द्विपक्षीय आर्थिक जुड़ाव को मजबूत किया है।

पश्चिम बंगाल : मुर्शिदाबाद अस्पताल में 24 घंटे में 9 नवजात शिशुओं की मौत, जांच के आदेश

December 8, 2023

AI Summit 2023: प्रधानमंत्री मोदी ने किया ग्लोबल पार्टनर्स को आमंत्रित, एआई के सकारात्मक प्रभाव पर दिया जोर

December 8, 2023

पंजाब : ड्रग्स और शराब के बाद अब नशामुक्ति दवाओं का चस्का, नशा करने वालों की संख्या 8 लाख के पार

December 7, 2023
Our Picks

‘मोदी जी’ कहकर मुझे जनता से दूर ना करें: पीएम मोदी की पार्टी कार्यकर्ताओं से अपील

December 7, 2023

सौगत रॉय जी, देश की अखंडता ‘राजनीतिक स्लोगन’ नहीं बल्कि लोकतंत्र की आवाज है

December 7, 2023

भारी विरोध के बाद गोमूत्र के ताने पर डीएमके सांसद सेंथिलकुमार ने मांगी माफी

December 6, 2023

सनातन के अनुयायियों ने उदयनिधि स्टालिन की राजनीतिक जमीन हिला दी है

December 5, 2023
Stay In Touch
  • Facebook
  • Twitter
  • Instagram
  • YouTube

हमसे सम्पर्क करें:
contact@thepamphlet.in

Facebook X (Twitter) Instagram YouTube
  • About Us
  • Contact Us
  • Terms & Conditions
  • Privacy Policy
  • लोकप्रिय
  • नवीनतम
  • वीडियो
  • विमर्श
  • राजनीति
  • मीडिया पंचनामा
  • साहित्य
  • आर्थिकी
  • घुमक्कड़ी
  • दुनिया
  • विविध
  • व्यंग्य
© कॉपीराइट 2022-23 द पैम्फ़लेट । सभी अधिकार सुरक्षित हैं।

Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.