The PamphletThe Pamphlet
  • राजनीति
  • दुनिया
  • आर्थिकी
  • विमर्श
  • राष्ट्रीय
  • सांस्कृतिक
  • मीडिया पंचनामा
  • खेल एवं मनोरंजन
What's Hot

मौद्रिक नीति समिति ने दर्शाया सप्लाई साइड सुधारों में विश्वास

December 11, 2023

भारत के मैन्युफैक्चरिंग और उपभोक्ता बाजार में बढ़ी जापान की पहुँच, आर्थिक सहयोग में आई तेजी

December 9, 2023

पश्चिम बंगाल : मुर्शिदाबाद अस्पताल में 24 घंटे में 9 नवजात शिशुओं की मौत, जांच के आदेश

December 8, 2023
Facebook X (Twitter) Instagram
The PamphletThe Pamphlet
  • लोकप्रिय
  • वीडियो
  • नवीनतम
Facebook X (Twitter) Instagram
ENGLISH
  • राजनीति
  • दुनिया
  • आर्थिकी
  • विमर्श
  • राष्ट्रीय
  • सांस्कृतिक
  • मीडिया पंचनामा
  • खेल एवं मनोरंजन
The PamphletThe Pamphlet
English
Home » 2021-22 में मत्स्य उत्पादन पहुंचा 162.4 लाख टन, 2020-21 की तुलना में 10% की वृद्धि: केन्द्रीय मंत्री रूपाला
आर्थिकी

2021-22 में मत्स्य उत्पादन पहुंचा 162.4 लाख टन, 2020-21 की तुलना में 10% की वृद्धि: केन्द्रीय मंत्री रूपाला

अंडमान निकोबार द्वीपसमूह भारत के मत्स्य उत्पादन में बड़ा रोल रखता है क्योंकि इसके चारों तरफ सागर है और इसमें मत्स्य उत्पादन की असीम संभावनाएं हैं।
The Pamphlet StaffBy The Pamphlet StaffMay 29, 2023No Comments3 Mins Read
Facebook Twitter LinkedIn Tumblr WhatsApp Telegram Email
Share
Facebook Twitter LinkedIn Email

देश का मत्स्य उत्पादन वर्ष 2021-22 में 162.48 लाख टन पहुंच गया है। यह 2020-21 की तुलना में 10.34% अधिक है। भारत का विश्व के मछली उत्पादन में हिस्सा अब 8% हो गया है और भारत अब विश्व का तीसरा सबसे बड़ा मछली उत्पादक राष्ट्र है।

यह जानकारी देश के केंद्रीय मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्री श्री परशोत्तम रूपाला द्वारा अंडमान द्वीप में सागर परिक्रमा के छठे चरण का शुभारंभ करने से पहले सामने रखी गई है। जानकारी के अनुसार, मत्स्य उत्पादन क्षेत्र देश में 2.8 करोड़ से अधिक लोगों को रोजगार देता है।

केंद्रीय मंत्री रुपाला ने मछुआरों और मछली किसानों तथा उससे संबंधित योजनाओं के लाभार्थियों से मिलने और संवाद करने के लिए देश के तटीय मार्गों पर पूर्व निर्धारित सागर परिक्रमा की शुरुआत की है। इसके पहले चरण की शुरुआत पिछले वर्ष गुजरात के मांडवी से हुई थी।

यह परिक्रमा अब तक मांडवी से होते हुए पांच चरणों में गुजरात, दमन दीव, महाराष्ट्र और कर्नाटक के सागर किनारे वाले इलाकों में पूरी की गई है। सागर परिक्रमा का छठा चरण पूरी तरह से अंडमान निकोबार और इसके अन्य द्वीपों पर फोकस करेगा। इसके अंतर्गत कौड़िया घाट, पोर्ट ब्लेयर, पानी घाट नेताजी सुभाष चन्द्र बोस द्वीप आदि इलाकों में मत्स्य उत्पादन को लेकर काम होगा।

मत्स्य उत्पादन मंत्री रुपाला ने इस क्षेत्र में लगातार प्रयासों से सुनिश्चित किया है की देश में इसको बढ़ावा दिया जाए और इससे नए रोजगार पैदा हों। इसी क्षेत्र के लिए विशेष रूप से चालू की गई प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना के अंतर्गत सरकार 55 लाख से अधिक रोजगार सृजित करने का प्रयास कर रही है।

सागर परिक्रमा के एक कार्यक्रम में भाग लेते मंत्री रुपाला
सागर परिक्रमा के एक कार्यक्रम में भाग लेते मंत्री रुपाला

चालू वित्त वर्ष 2023-24 में भी केंद्र सरकार के प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना के अंतर्गत एक और उपयोजना चालू करने के लिए 6,000 करोड़ रुपए दिए गए हैं। इसके अतिरिक्त, केंद्र सरकार इस वर्ष 20 लाख करोड़ की व्यवस्था कृषि क्षेत्र को आसान कर्ज दिलाने के लिए की है जिसमें से एक बड़ा हिस्सा मछली उत्पादन के क्षेत्र को दिया जाएगा।

मत्स्य उत्पादन क्षेत्र में बढ़ोतरी का अंदाजा इसके बढ़े हुए निर्यातों से लगाया जा सकता है। वर्ष 2019-20 में देश का सीफूड निर्यात लगभग 6.6 बिलियन डॉलर था जो कि वर्ष 2021-22 में 7.75 बिलियन से भी ऊपर निकल गया है।

अंडमान निकोबार द्वीपसमूह भारत के मत्स्य उत्पादन में बड़ा रोल रखता है क्योंकि इसके चारों तरफ सागर है और इसमें मत्स्य उत्पादन की असीम संभावनाएं हैं।

यह भी पढ़ें: प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना (PMMSY)- परंपरागत अर्थव्यवस्था के पुनर्जीवन का गंभीर प्रयास

Author

  • The Pamphlet Staff
    The Pamphlet Staff

    A New Age Digital Media Platform

    View all posts

Share. Facebook Twitter LinkedIn Email
The Pamphlet Staff
  • Website
  • Facebook
  • X (Twitter)
  • Instagram

A New Age Digital Media Platform

Related Posts

मौद्रिक नीति समिति ने दर्शाया सप्लाई साइड सुधारों में विश्वास

December 11, 2023

भारत के मैन्युफैक्चरिंग और उपभोक्ता बाजार में बढ़ी जापान की पहुँच, आर्थिक सहयोग में आई तेजी

December 9, 2023

पश्चिम बंगाल : मुर्शिदाबाद अस्पताल में 24 घंटे में 9 नवजात शिशुओं की मौत, जांच के आदेश

December 8, 2023

AI Summit 2023: प्रधानमंत्री मोदी ने किया ग्लोबल पार्टनर्स को आमंत्रित, एआई के सकारात्मक प्रभाव पर दिया जोर

December 8, 2023

पंजाब : ड्रग्स और शराब के बाद अब नशामुक्ति दवाओं का चस्का, नशा करने वालों की संख्या 8 लाख के पार

December 7, 2023

‘मोदी जी’ कहकर मुझे जनता से दूर ना करें: पीएम मोदी की पार्टी कार्यकर्ताओं से अपील

December 7, 2023
Add A Comment

Leave A Reply Cancel Reply

Don't Miss
आर्थिकी

मौद्रिक नीति समिति ने दर्शाया सप्लाई साइड सुधारों में विश्वास

December 11, 20234 Views

मौद्रिक नीति समिति बैठक में मजबूत घरेलू मांग के कारण 2023-24 के लिए जीडीपी की वृद्धि का अनुमान 6.5% से बढ़ाकर 7% कर दिया गया है।

भारत के मैन्युफैक्चरिंग और उपभोक्ता बाजार में बढ़ी जापान की पहुँच, आर्थिक सहयोग में आई तेजी

December 9, 2023

पश्चिम बंगाल : मुर्शिदाबाद अस्पताल में 24 घंटे में 9 नवजात शिशुओं की मौत, जांच के आदेश

December 8, 2023

AI Summit 2023: प्रधानमंत्री मोदी ने किया ग्लोबल पार्टनर्स को आमंत्रित, एआई के सकारात्मक प्रभाव पर दिया जोर

December 8, 2023
Our Picks

‘मोदी जी’ कहकर मुझे जनता से दूर ना करें: पीएम मोदी की पार्टी कार्यकर्ताओं से अपील

December 7, 2023

सौगत रॉय जी, देश की अखंडता ‘राजनीतिक स्लोगन’ नहीं बल्कि लोकतंत्र की आवाज है

December 7, 2023

भारी विरोध के बाद गोमूत्र के ताने पर डीएमके सांसद सेंथिलकुमार ने मांगी माफी

December 6, 2023

सनातन के अनुयायियों ने उदयनिधि स्टालिन की राजनीतिक जमीन हिला दी है

December 5, 2023
Stay In Touch
  • Facebook
  • Twitter
  • Instagram
  • YouTube

हमसे सम्पर्क करें:
contact@thepamphlet.in

Facebook X (Twitter) Instagram YouTube
  • About Us
  • Contact Us
  • Terms & Conditions
  • Privacy Policy
  • लोकप्रिय
  • नवीनतम
  • वीडियो
  • विमर्श
  • राजनीति
  • मीडिया पंचनामा
  • साहित्य
  • आर्थिकी
  • घुमक्कड़ी
  • दुनिया
  • विविध
  • व्यंग्य
© कॉपीराइट 2022-23 द पैम्फ़लेट । सभी अधिकार सुरक्षित हैं।

Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.