भारत के प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी और मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फ़तह अल सीसी के बीच नई दिल्ली स्थित हैदराबाद हाउस में हुई द्विपक्षीय बैठक में भारत और मिस्र के बीच पांच समझौतों पर हस्ताक्षर हुए हैं। प्रधानमन्त्री मोदी ने भारत और मिस्र के बढ़ते रिश्तों के लिए मिस्र के राष्ट्रपति को धन्यवाद दिया है।
वहीं राष्ट्रपति अल सीसी ने प्रधानमन्त्री मोदी को मिस्र आने का न्योता भी दिया है। इस बैठक के दौरान दोनों देशों के बीच साइबर सुरक्षा, सूचना प्रौद्योगिकी (IT), सांस्कृतिक क्षेत्र और प्रसारण तथा युवा मामलों के क्षेत्र में MOU पर हस्ताक्षर हुए हैं।
दोंनों नेताओं के बीच हुई बैठक के बाद साझा प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया। प्रेस वार्ता में प्रधानमन्त्री मोदी ने कहा कि राष्ट्रपति सीसी का हमारे गणतंत्र दिवस कार्यक्रम में शामिल होना गर्व और हर्ष का विषय है। प्रधानमन्त्री मोदी ने कहा कि भारत और मिस्र विश्व की सबसे पुरानी सभ्यताएं हैं।
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प्रधानमंत्री ने दोनों देशों के बीच ऐतिहासिक रिश्तों को बताते हुए कहा कि गुजरात के लोथल बंदरगाह से मिस्र के साथ व्यापार होता था। समय के बदलने के बावजूद दोनों देशों के रिश्तों में कोई शिथिलिता नहीं आई है। भारत ने अपनी अध्यक्षता वाले G20 सम्मलेन में मिस्र को अतिथि देश के रूप में आमंत्रित किया है जो हमारी विशेष मित्रता को दर्शाता है।
प्रधानमन्त्री मोदी ने दोनों देशों के रिश्तों को रणनीतिक साझेदारी के रूप में बदलने के लिए एक ढांचा बनाने की बात कही। भारत और मिस्र आपस में मिलकर राजनीतिक, आर्थिक और वैज्ञानिक क्षेत्र में सहयोग के लिए एक ढांचा बनाएंगें। प्रधानमन्त्री मोदी ने आने वाले सालों में भारत और मिस्र के व्यापर को 12 बिलियन डॉलर के स्तर पर ले जाने की बात कही।
प्रधानमन्त्री मोदी ने आतंकवाद का जिक्र करते हुए कहा कि राष्ट्रपति सीसी और मैं इस बात पर सहमत हैं कि आतंकवाद मानता के लिए आज सबसे बड़ा खतरा है। प्रधानमन्त्री मोदी ने पाकिस्तान की तरफ निशाना साश्ते हुए कहा कि ‘सीमा पार से होने वाले आतंकवाद’ को रोकने के लिए ठोस कार्रवाई आवश्यक है।
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इस दौरान राष्ट्रपति सीसी ने अपने बयान में कहा कि हम चाहते हैं कि और ज्यादा संख्या में भारतीय पर्यटक उनके देश घुमने आएं। राष्ट्रपति सीसी ने मिस्र को G20 देशों के समेलन में आमंत्रित करने के लिए प्रधानमन्त्री मोदी का धन्यवाद दिया।
इस दौरान राष्ट्रपति सीसी प्रधानमन्त्री मोदी को मिस्र आने का न्योता भी दिया, उन्होंने कहा कि मैं जब प्रधानमन्त्री मोदी से वर्ष 2015 में न्यू यॉर्क में मिला था तब ही से मुझे यह विश्वास था कि वह देश को बहुत आगे ले कर जाएंगें। अल सीसी ने उनके भव्य स्वागत के लिए भी प्रधानमन्त्री मोदी को धन्यवाद दिया।
दोनों देशों के बीच राजनयिक समबन्धों के 75 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में पोस्टल स्टाम्प भी जारी किए गए हैं। राष्ट्रपति सीसी 25 जनवरी की शाम को भारत के प्रमुख उद्यमियों से मुलाक़ात भी करेंगें, इसके अतिरिक्त उनके सम्मान में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने एक भोज का भी आयोजन किया है।