कर्नाटक के शिमोगा (शिवमोग्गा) के एक सरकारी स्कूल में हेडमास्टर द्वारा एक ब्राह्मण छात्रा को जबरदस्ती अंडा खाने पर मजबूर करने का मामला सामने आया है। जानकारी के अनुसार शिवमोग्गा के पास होसनगरा तालुक के अमृता गांव में केपीएस प्राइमरी स्कूल के हेडमास्टर और उनके सहायक पर ब्राह्मण छात्रा के पिता ने उनकी बेटी को अंडे खाने के लिए मजबूर करने का आरोप लगाया है।
घटना के संबंध में पीड़ित पिता ने शिक्षा विभाग से शिकायत की है। अपनी शिकायत में श्रीकांत ने कहा है कि ब्राह्मण समुदाय से आने वाली उनकी बेटी को स्कूल में जबरदस्ती अंडा खाने के लिए मजबूर किया गया था। उनका कहना है कि इससे उनकी धार्मिक भावनाएं आहत हुई हैं क्योंकि वे शाकाहारी हैं। साथ ही उन्होंने स्कूल के प्रधानाध्यापक और सहायक शिक्षक के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
पीड़ित छात्रा के पिता ने यह शिकायत शिक्षा मंत्री मधु बंगारप्पा, शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव, उप निदेशक और स्थानीय विधायक को सौंपी है।
उल्लेखनीय है कि स्वस्थ पोषण स्तर सुनिश्चित करने के नाम पर कर्नाटक के सरकारी स्कूली बच्चों को सप्ताह में दो बार अंडे और केले वितरित किए जाने का प्रावधान किया गया है। इसे पहले एचडी कुमारस्वामी के नेतृत्व वाली भाजपा-जद (एस) गठबंधन सरकार ने 2007 में स्कूली बच्चों को अंडे वितरित करने की परियोजना वापस ले ली थी। हालांकि वर्तमान सरकार ने इसे फिर से लागू कर दिया है।
राज्य की स्कूलों में कई मौकों पर धार्मिक मठाधीशों ने स्कूल परिसर में अंडे बांटने का विरोध किया गया है। फिलहाल घटना सामने आने के बाद राज्य में विवाद छिड़ गया है।
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