गुजरात के मोरबी में बीते रविवार (अक्टूबर 30, 2022) को माच्छू नदी पर बने सस्पेंशन पुल के टूटने से अब तक 130 से अधिक लोगों की मृत्यु हो चुकी है। जबकि 93 से अधिक लोग घायल हैं। मौत का यह आँकड़ा बढ़ने की अभी भी आशंका है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पुल पर रविवार शाम को महिलाओं और बच्चों समेत तकरीबन 400-500 लोग सवार थे। जबकि इस पुल की क्षमता 100-150 बताई जा रही है। जब यह पुल टूटा तो कई लोग नदी में गिर गए, तो कुछ पुल से लटके दिखाई दिए।
वहीं घटना के कुछ वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। जिनमें देखा जा सकता है कि कुछ युवक पुल पर लगी केबल को लात मार रहे हैं।
इस घटना के तुरन्त बाद, बचाव और राहत कार्यों में सहायता के लिए भारतीय सेना, भारतीय वायुसेना, नौसेना और तटरक्षक बल की टीमों को बुलाया गया।
सुरेंद्रनगर और भुज से सेना की 2 टुकड़ियाँ और जामनगर से भारतीय वायु सेना के गरुड़ कमांडो की 1 टीम खोज और बचाव अभियान में मदद कर रही है। भारतीय नौसेना की 2 टीमों, जिनमें 50 गोताखोर शामिल हैं, को भी जामनगर और पोरबंदर से बुलाया गया है। सुरेंद्रनगर से सेना की 1 मेडिकल टीम को भी मदद के लिए बुलाया गया है। इसके अलावा एनडीआरएफ की 5 टीमें, एसडीआरएफ की 8 प्लाटून और दमकल की 7 टीमें पहले से ही दुर्घटनास्थल पर हैं।
मृतकों और घायलों को मुआवजा
गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने मृतकों के परिजनों को 4 लाख रुपये और घायलों को 50 हजार रुपए की राशि देने की घोषणा की है। इसके साथ ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से भी मृतकों को 2 लाख रुपए और घायलों को 50 हजार रुपए देने की घोषणा की है।
प्रधानमंत्री मोदी ने व्यक्त की संवेदना
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी गुजरात के केवड़िया में मौजूद हैं। एक कार्यक्रम के दौरान उन्होंने कहा, “मैं एकता नगर में हूँ, लेकिन मेरा मन मोरबी के पीड़ितों के साथ है। मैंने अपने जीवन में शायद ही कभी इस तरह के दर्द का अनुभव किया होगा। एक तरफ दर्द से भरा दिल है तो दूसरी तरफ कर्तव्य पथ है।”
मोरबी पुल गिरने पर रखरखाव करने वाली कम्पनी पर आपराधिक मामला दर्ज
गुजरात के गृहमंत्री हर्ष सांघवी ने ट्वीट कर कहा है कि गुजरात के मोरबी में सस्पेंशन ब्रिज गिरने के मामले में धारा 304 (लापरवाही से मौत), धारा 308 (गैर-इरादतन हत्या का प्रयास) और धारा 114 (अपराध होने पर दुष्प्रेरक उपस्थित होना) के तहत आपराधिक मामला दर्ज किया गया है।
गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने सोमवार को मोरबी में माच्छू नदी पर बने झूला पुल के गिरने के बाद राहत और बचाव कार्यों का जायजा लिया। सीएम भूपेंद्र पटेल ने रविवार शाम को ही घटना स्थल पर पहुँचने के लिए अपने सारे कार्यक्रम रद्द कर दिए थे।
SIT ने शुरू की जाँच
बताया जा रहा है कि क़रीब 100 साल पुराने इस मोरबी पुल को 6 महीने बंद करने के बाद 2 करोड़ रुपए में मरम्मत हुई थी, लेकिन बिना ऑडिट किए ही एक सप्ताह पहले पुल पर दोबारा आवाजाही शुरू ही गई। इस पुल पर भीड़ ना जमा होने की बात भी लिखी गई थी जिसके बाद भी 500 टिकट बिके।
जिस समय यह दुर्घटना हुई, उस समय भीड़ नियंत्रण के लिए अधिकारी भी मौजूद नहीं थे। पुल की मरम्मत और रखरखाव करने वाली कंपनी पर FIR दर्ज कर दी गई है तथा SIT ने भी मामले की जाँच शुरू कर दी है।