जोर-शोर से सत्ता ड्रग्स की तस्करी और बिक्री पर रोक लगाने का वादा करके सत्ता में आई आम आदमी पार्टी की बातें खोखली साबित हो रहीं हैं। पंजाब के सचिवालय में बैठने वाले लोग भले बदल गए हों, पर ड्रग्स के धंधे और बदस्तूर जारी पंजाब के भविष्य के साथ खिलवाड़ में कोई तब्दीली नहीं आई है।
भारतीय ही नहीं बल्कि पंजाब की जेलों में बंद विदेशी अपराधी भी जेलों के अन्दर से ही अपने ड्रग के साम्राज्य का संचालन कर रहे हैं। ऐसी ही एक घटना में पंजाब की जेल में बंद नाइजीरियाई ड्रग तस्कर अनि ओबिन्ना के द्वारा मंगाई गई एक ड्रग की खेप गुजरात के तट पर एक नौका में 14 सितम्बर, 2022 पकड़ी गई है।
यह पहला मौका नहीं है जब दुश्मन देश से पंजाब में बैठे अपराधियों ने ड्रग्स मंगाने की कोशिश की है। इससे पहले भी कई बार ड्रग्स की सैकड़ों करोड़ की खेप गुजरात के तटों पर गुजरात ATS की मुस्तैदी की वजह से पकड़ी जा चुकी हैं।
पंजाब में लगातार जारी है नशे का कारोबार
पंजाब में भगवंत मान की अगुवाई वाली AAP की सत्ता आने के बाद यह उम्मीद लगाई गई थी कि शायद अब पंजाब के भविष्य को बर्बाद कर रहे ड्रग्स के धंधे में कुछ कमी आए और इस पर प्रभावी तरीके से रोक लगे जा सके।
गुजरात के तट पर लगातार पकड़ी जा रही ड्रग्स का कनेक्शन पंजाब की जेलों से निकल कर आ रहा है। समाचार पोर्टल ‘इण्डिया टुडे’ में छपी एक खबर के अनुसार, सितम्बर 14, 2022 को गुजरात के तट से 6 किलोमीटर दूर एक पाकिस्तानी नाव अल-तय्यासा को गुजरात ATS और भारतीय तटरक्षक के संयुक्त प्रयास से पकड़ी गई थी। इस नाव में 38 किलोग्राम ड्रग्स मौजूद थीं, इसी के साथ ही नाव में सवार 6 लोगों को भी गिरफ्तार किया गया था।
गुजरात के डीजीपी ने बताया कि यह सारा धंधा पंजाब की जेलों में बैठे ड्रग माफिया चला रहे हैं जिनके पास जेलों के अंदर मोबाइल फोन सहित बाहर से सम्पर्क की सारी सुविधाएँ मौजूद हैं।
पंजाब की जेलों से हो रहे ड्रग के ऑर्डर
इण्डिया टीवी के संवाददाता निर्णय कपूर के मुताबिक गुजरात में पकड़ी गई ड्रग्स की यह खेप पंजाब की अमृतसर जेल में बंद एक नाइजीरियाई ड्रग तस्कर अनि ओबिन्ना और उसके साथ मेहराज खान ने मंगाई थी। प्रतिबंधित IMBL ड्रग की मात्रा 38 किलो और इसकी बाजार में कीमत 200 करोड़ रूपए बताई जा रही है।
इसके पहले गुजरात के मुंद्रा बंदरगाह में कपड़े के कंटेनर के अन्दर 75 किलो ड्रग्स को छुपा कर लाया गया था, इसे पंजाब की फरीदकोट जेल में बंद ड्रग माफिया बूटा खान ने मंगाया था। बूटा को गुजरात ATS गिरफ्तार भी किया था।
वहीं, इससे पहले भी गुजरात के मोरबी तट और द्वारका तट पर पकड़े गए 146 किलो ड्रग की खेप के पीछे फिरोजपुर जेल में बंद भोला शूटर का हाथ था।
पंजाब की जेलों से जारी यह ड्रग का धंधा पंजाब सरकार की नाक के नीचे चल रहा है। पंजाब पुलिस की जेलों में मुस्तैदी पर भी इन खेपों के पकड़े जाने और उनका पंजाब कनेक्शन निकलने से सवाल उठ रहे हैं।