गुजरात में बिपरजॉय के अब गंभीर तूफान में तब्दील होने की आशंका जताई जा रही है। बताया जा रहा है कि ये तूफ़ान 15 जून को गुजरात के तट से टकराएगा। तूफ़ान में किसी भी क़िस्म की जान-माल की आशंका से बचने के लिए गुजरात के कच्छ में धारा 144 लागू कर दी गई है। यह तूफ़ान गुजरात के मांडवी और पाकिस्तान के कराची के बीच तटों से गुजरेगा।
इस तूफ़ान से निपटने की तैयारियों के बीच आस्था का भी एक दृश्य नज़र आया है। गुजरात के श्री द्वारकाधीश जगत मंदिर में 12 जून को दो ध्वज फहराए गए हैं। इन्हें फहराने का यही संदेश दिया गया है कि समस्त संसार के नाथ संसार की रक्षा करें। पहले जिस तरह से संकट टलता था, उसे ध्यान में रखते हुए श्रद्धालुओं की आस्था को ध्यान में रखते हुए द्वारकाधीश के जगत मंदिर पर एक साथ दो झंडे फहराए गए हैं। यह वीडियो DD Gujarat ने सोशल मीडिया पर शेयर किया है।
आपको बता दें कि इस ध्वज की द्वारका के स्थानीय लोगों की इस श्री द्वारकाधीश मंदिर में बहुत मान्यता है। ‘बिपरजॉय’ चक्रवात के प्रभाव को कम करने के लिए वहां दो ध्वज एक साथ फहराए गए हैं। चक्रवात से पहले, गोमती के तट और अन्य तटीय क्षेत्रों में गंभीर ज्वार देखे जा रहे हैं।
इससे पहले मई, 2021 में गुजरात से टकराने वाले तौक्ताई चक्रवात से पहले भी दो ध्वज उड़ाए गए थे। यह भी मान्यता है कि इससे चक्रवात के प्रभाव में कमी आई। यही वजह है कि लोगों का विश्वास है कि चक्रवात बिपरजॉय के प्रभाव को कम करने में भी यह ध्वजा अपनी भूमिका निभाएगी।
श्री द्वारकाधीश मंदिर के व्यवस्थापक ने भी सलाह दी है कि मंदिर के शीर्ष पर ध्वज फहराने के बजाए ध्वज को आधे पर फहराया जाए। द्वारका में श्री जगत मंदिर पर फहराया जाने वाला ध्वज शिखर पर फहराने के बजाए आधी काठी पर फहराया गया है। यह ध्वज 52 गज का होता है। यहाँ पर मान्यता है कि मंदिर में एक ही समय में दो धागों को चढ़ाने से द्वारका पर संकट टल जाता है। इसलिए आज मंदिर पर दो ध्वजाएं फहराई देखी जा सकती हैं।
द्वारका की ऐतिहासिक भूमि से भगवान श्रीकृष्ण के बाल्यकाल का वह क़िस्सा जुड़ा हुआ है जब उन्होंने अपने मामा कंस का वध किया था और उसके बाद वे द्वारका में ही बस गए थे।
बिपरजॉय: गुजरात में आ रहे तूफान का क्यों पड़ा ‘बंगाली’ नाम?
तूफ़ान के बारे में भविष्यवाणी की गई है कि इस दौरान लगातार 125-135 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलेंगी जिसकी रफ्तार बीच-बीच में 150 किमी प्रति घंटे तक पहुंच सकती है। इसी को ध्यान में रखते हुए सभी समुद्र किनारे के इलाकों में ‘येलो अलर्ट’ जारी किया गया है। इसके अलावा मौसम विभाग द्वारा मुंबई-गोवा, कर्नाटक और केरल में भी तूफान को लेकर अलर्ट जारी किया है।
DD Gujarat ने एक नोटिस शेयर करते हुए यह लिखा कि भारतीय मौसम विभाग ने गुजरात के लिए चेतावनी जारी की है। 12 जून से अगली सूचना तक गुजरात में ओखा बंदरगाह के लिए ग्रेट डेंजर वार्निंग 10 जारी किया गया है।
मौसम विभाग के अनुसार, चक्रवात पिछले छः घंटों से 5 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से आगे बढ़ रहा है। आने वाले दिनों में देवभूमि द्वारका, पोरबंदर, जामनगर, राजकोट, जूनागढ़ और मोरबी में भारी बारिश होने की संभावना है। तीर्थयात्रियों को सलाह दी गई है कि वे इस बीच द्वारका मंदिर की यात्रा न करें।