उत्तरप्रदेश की गाजियाबाद पुलिस ने ऑनलाइन गेमिंग के सहारे दो लड़कों का ब्रेनवाश करके उनका धर्मांतरण करने की एक घटना का खुलासा किया है। गाजियाबाद पुलिस ने इस मामले में एक अभियुक्त को गिरफ्तार भी किया है और एक की तलाश के लिए पुलिस की टीम को मुंबई रवाना किया है।
मामला गाजियाबाद के कविनगर थाने से जुड़ा हुआ है। गाजियाबाद पुलिस ने बताया है कि एक व्यक्ति द्वारा पुलिस को यह सूचना दी गई थी कि उनका नाबालिग पुत्र पिछले कुछ दिनों से असामान्य बर्ताव कर रहा है और घर पर जिम का बहाना बना कर नमाज पढ़ने जाने लगा है।
परिजनों को इसकी जानकारी तब हुई जब उन्होंने नाबालिग का पीछा किया। नाबालिग के पिता को पता चला कि वह अब संजयनगर स्थित एक मस्जिद में जाता है। जब उन्होंने अपने पुत्र से बात की तो उसने बताया कि इस्लाम अन्य धर्मों से बेहतर है। परिजनों ने जब नाबालिग का फोन जांचा तो उसमें उन्हें भारी मात्रा में ऐसी सामग्री मिली जो बीते दिनों में उसे धर्म परिवर्तन करने को प्रेरित करने के उद्देश्य से भेजी गई थी।
इस मामले में पुलिस को सूचना दिए जाने पर उसने कार्रवाई करते हुए धर्मांतरण के साक्ष्य जुटाए और मामले का खुलासा किया। पुलिस का कहना है कि एक जैन और दो हिन्दू धर्म के बालकों के परिजनों से बातचीत करके यह जानकारी सामने आई है कि कुछ मुस्लिम युवक ‘फोर्टनाईट’ नामक गेम पर हिन्दू नामों से आईडी बनाकर खेलते थे।

इसी दौरान अन्य धर्मों के लड़कों को गेम में हारने के बाद यह लड़के कुरान की आयतें पढ़ने को कहते थे। गेम के अतिरिक्त यह युवक डिस्कोर्ड ऐप्प पर भी हिन्दू नामों से आईडी बनाकर नाबालिगों को बहलाने फुसलाने और उन्हें इस्लामिक रीति रिवाज अपनाने के लिए प्रेरित करते थे। धर्मान्तरित हो रहे इन युवकों को आखिर में जाकिर नाइक की कुछ वीडियो दिखाई जाती थीं।
पुलिस के अनुसार धर्मांतरण के इस रैकेट का संचालन मुंबई का रहने वाला शाहनवाज मक़सूद नामक व्यक्ति करता था, जिसकी आईडी बद्दो (BADDO) नाम से थी। इसकी गिरफ्तारी के लिए गाजियाबाद पुलिस ने एक टीम गठित कर मुंबई के लिए रवाना की है। इसके अतिरिक्त, एक अन्य स्थानीय युवक को इस मामले में पुलिस ने गिरफ्तार किया है।
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पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए युवक का नाम अब्दुल रहमान है और वह गाजियाबाद के संजय नगर का रहने वाला है। अब्दुल पूर्व में मस्जिद कमेटी का सदस्य रह चुका है और वर्तमान में गैर-मुस्लिम लोगों को इस्लाम के बारे में बताता है। उसने ही इन लड़कों को पूरी तरह से इस्लाम अपनाने के लिए बरगलाया था।
पुलिस का कहना है कि अब्दुल को जानकारी थी कि जिन लड़कों को वह बरगला रहा है वह अन्य धर्म के हैं। वह अपने प्रयास में काफी हद तक सफल भी हो गया था लेकिन एक लड़के के परिवार वालों को पता चलने पर उन्होंने पुलिस में सूचना दे दी। पूछताछ में पता चला है कि इन युवकों से हुई बातचीत और चैट का डाटा भी मिटाया गया है।
गाजियाबाद से सामने आई यह पहला मामला है जहाँ गेमिंग ऐप्प का इस्तेमाल कर धर्मांतरण करवाने का प्रयास किया गया है। हालांकि, इससे पहले कई बार ऑनलाइन माध्यम से धर्मांतरण के लिए प्रेरित करने के मामले सामने आते रहे हैं।
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