मंगलवार (1 अगस्त, 2023) को राजस्थान के जयपुर में अशोक गहलोत के नेतृत्व वाली सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे भारतीय जनता पार्टी (BJP) के कार्यकर्ताओं पर राजस्थान पुलिस ने वाटर कैनन का इस्तेमाल कर कार्यकर्ताओं को रोकने की कोशिश की।
आपको बता दें, भाजपा कार्यकर्ताओं का यह प्रदर्शन राज्य में कथित भ्रष्टाचार, महिलाओं के खिलाफ अत्याचार, चरमराती कानून-व्यवस्था और बेरोजगारी को लेकर था।
वहीं, प्रदर्शन के दौरान राजस्थान सरकार पर निशाना साधते हुए नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि अशोक गहलोत सरकार बलात्कारियों, भ्रष्टाचारियों को बचाती है और लोगों पर हो रहे अत्याचारों पर हमेशा ही चुप्पी साधे हुए रहती है।
उन्होंने आगे कहा, “लोकतंत्र का चौथा स्तंभ होने के नाते, मीडिया को यहाँ आए लाखों लोगों के गुस्से और भावनाओं को दिखाना चाहिए। आज राजस्थान के लोगों ने अशोक गहलोत सरकार को सत्ता से बाहर करने का फैसला किया है जो बलात्कारियों, भ्रष्टाचारियों को बचाती है और अत्याचारों पर चुप रहती है।”
इससे पहले 30 जुलाई को राजस्थान में वर्तमान राज्य सरकार को “सबसे भ्रष्ट” बताते हुए, केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने राज्य में कथित भ्रष्टाचार के मुद्दे पर अशोक गहलोत सरकार को लेकर हमला बोला था।
समाचार एजेन्सी ANI को दिए एक इंटरव्यू में शेखावत ने कहा था कि राज्य में कांग्रेस सरकार के सत्ता में होने पर भ्रष्टाचार चरम पर है।
उन्होंने कहा, “यह लोकतांत्रिक राजस्थान की सबसे भ्रष्ट पार्टी है। प्रदेश में भ्रष्टाचार इस कदर है कि आम आदमी भी जानता है कि भ्रष्टाचार चरम पर है। एक कैबिनेट मंत्री हजारों लोगों की मौजूदगी में कहते हैं कि हमारी सरकार राजस्थान के इतिहास की सबसे भ्रष्ट सरकार है। विधानसभा में भी ऐसे बयान दिए जाते हैं।”
केन्द्रीय मंत्री शेखानत ने कहा, विशेष रूप से, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राज्य में महिलाओं के खिलाफ अपराधों पर अपनी ही सरकार की आलोचना करने के कुछ घंटों बाद राजेंद्र गुढ़ा को राज्य मंत्री के पद से बर्खास्त कर दिया गया था।
शेखावत ने आगे कहा कि राजस्थान सरकार की अस्थिरता ने राज्य को odd situation में डाल दिया है। अब तो राज्य के लोगों को भी पता चल गया है कि सरकार सुचारू रूप से काम करने में असमर्थ है।
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