उत्तर प्रदेश से एक मुस्लिम लड़की द्वारा अपनी सहपाठियों के आपत्तिजनक वीडियो बनाने और उसे प्रसारित करने का मामला सामने आया है। गाजीपुर के राजकीय होम्योपैथिक कॉलेज में पढ़ने वाली छात्राओं के निजी हॉस्टल से यह मामला सामने आया है।
दरअसल, प्रथम वर्ष में पढ़ने वाली छात्रा मंतशा काज़मी एक निजी हॉस्टल में रहती है, यहाँ उसके साथ कॉलेज में ही पढ़ने वाली अन्य कई छात्राएं भी रहती हैं। उसकी इसी कॉलेज में द्वितीय वर्ष में पढ़ने वाले एक छात्र आमिर से मित्रता है। मंतशा, आमिर को अपनी सहपाठियों के आपत्तिजनक फोटो और वीडियो रिकॉर्ड करके भेजती थी, जिसे आमिर उन्हीं लड़कियों को वापस भेजकर ब्लैकमेल करता था और धमकी देता था कि फोटो तथा वीडियो वायरल कर देगा।
मामला सामने आने पर कॉलेज प्रशासन मंतशा और आमिर के अभिभावकों को बुलाया गया और दोनों मुस्लिम छात्रों को 6 माह के लिए निलम्बित कर दिया है। इस मामले को लेकर पुलिस ने भी जांच शुरू कर दी है।
नवभारत टाइम्स के अनुसार, प्रथम दृष्टया दोनों को दोषी पाया गया है और उनके फोन से मिली अन्य छात्राओं की निजी जानकारी को डिलीट कर दिया गया है।
इस मामले में गाजीपुर के एसपी ओमवीर सिंह ने कहा, “इस मामले में शिकायत मिली है। एसपी सिटी को जाँच की जिम्मेदारी दी गई है। फिलहाल आरोपित छात्र और छात्रा के मोबाइल में फिलहाल कोई ऐसा फोटो-वीडियो नहीं देखा गया है। संभवतः उन्होंने अपने मोबाइल को फॉर्मेट कर दिया हो। रिपोर्ट के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।”
गौरतलब है कि बीते दिनों कर्नाटक के उडुपी से भी एक ऐसा ही मामला सामने आया था, जिसमें एक मुस्लिम छात्रा अपनी सहपाठियों की आपत्तिजनक तस्वीरें कुछ लड़कों को भेजती थी, इसे लेकर छात्राओं ने TV9 कन्नड़ से कहा था कि उनकी तस्वीरें बाहर भेजी जाती थीं।