26 जुलाई को फिल्म गदर-2 का ट्रेलर रिलीज हो गया है। यह वर्ष 2001 में आई ग़दर एक प्रेम कथा का दूसरा पार्ट है। फिल्म के डायरेक्टर अनिल शर्मा हैं एवं यह फिल्म 11 अगस्त को सिनेमाघरों में रिलीज होगी। पहले पार्ट में जहाँ तारा सिंह के किरदार में सनी देओल अपनी पत्नी अमीषा पटेल के लिए पाकिस्तान चले जाते हैं, वहीं इस बार वो अपने बेटे चरणजीत यानी जीते (उत्कर्ष शर्मा) को बचाने के लिए सरहद पार करेंगे। पहले पार्ट में जीते का किरदार निभाने वाले उत्कर्ष ही इस बार भी उसी भूमिका में हैं, इस पार्ट में वे सैनिक के रूप में नजर आएंगे।
ट्रेलर को बड़े ही जोर-शोर से लॉन्च किया गया लेकिन फिल्म रिलीज़ होने से पहले ही विवादों में घिर गई है। इस विवाद का कारण बने हैं, फिल्म में प्रमुख भूमिका निभा रहे स्वयं सनी देओल एवं अमीषा पटेल।
दरसअल, अमीषा पटेल एवं सनी देओल ने फिल्म को अमन की आशा के रूप में पेश कर दिया है। दोनों इस फिल्म को भारत-पाकिस्तान के बीच में प्यार, अमन, मोहब्बत का सन्देश बता रहे हैं।
अमीषा पटेल अपने एक बयान में कहती हैं, गदर ने कभी नफरत नहीं फैलाई बल्कि सिर्फ प्यार फैलाया। हर रिलीजन, कास्ट को एक बनाया। ऐसी कौन सी बड़ी फिल्म हो सकती है कि जिसमें एक पाकिस्तान की एक मुस्लिम लड़की हिंदू से शादी करती है और अभी भी अपने इस्लाम को नहीं भूली। इसके उल्टा तारा सिंह ने इस्लाम कुबूल किया।”
अमीषा पटेल के इस बयान के बाद सोशल मीडिया पर हंगामा मच गया। ट्विटर पर कई यूजर्स ने प्रतिक्रिया देते हुए उन्हें हकीकत से अनभिज्ञ बताया और बायकॉट की मांग को हवा दे दी।
एक अन्य यूजर वंदना गुप्ता लिखती हैं “बेहतर होगा कि इसे गद्दार नाम दिया जाए और अमीषा पटेल को उस गंदे देश (पाकिस्तान) में रहने के लिए तत्काल वीजा जारी किया जाए। वास्तविकता इन बॉलीवुडियाओं की कल्पना से कहीं अधिक भिन्न है।”
अभी हंगामा थमा नहीं था कि सनी देओल का बयान भी सामने आ गया। सनी देओल ट्रेलर लॉन्च के मौके पर कहते हैं, “दोनों तरफ (भारत-पाकिस्तान) में प्यार है। यह राजनीतिक खेल है जो यह सारी नफरत पैदा करता है और आप इस फिल्म में भी यही देखेंगे कि लोग नहीं चाहते कि हम एक-दूसरे से लड़ें।”
इस बयान के बाद लोगों ने जमकर सनी देओल की क्लास लगा दी। शौर्य चक्र से सम्मानित ब्रिगेडियर हरदीप सिंह सोही ट्वीट कर लिखते हैं,
“सनी देओल ने सीने पर पाकिस्तानी गोली नहीं खाई है, उन्होंने पाकिस्तान द्वारा प्रेरित, सशस्त्र, प्रशिक्षित और प्रायोजित आतंकवाद में अपने सहयोगियों को नहीं खोया है। पहले वो पैर में गोली खा लें और फिर पाकिस्तान की तारीफ करें।मैं उसे सलाम करूंगा। व्यावसायिक हितों से व्यक्ति को अंधा नहीं होना चाहिए।”
एक अन्य यूजर सनी देओल को पाकिस्तान में सिखों की स्थिति बताने का प्रयास करते हैं। उन्होंने ट्वीट किया, “सनी देओल ने अभी-अभी पाकिस्तानियों को क्लीन चिट दी है और दोनों पक्षों के राजनेताओं पर आरोप लगाया। क्या उन्हें पता है कि पाकिस्तान में सिखों का अपहरण किया जाता है? और हिन्दू लड़कियों का बलात्कार करके उनका धर्म परिवर्तन किया जाता है? साथ ही गदर 2 में सनी देओल एक सिख का किरदार निभा रहे हैं।”
वहीं कई यूजर्स ने गुस्से में अपनी प्रतिक्रिया दी है। अपने व्यंग्य के लिए पॉपुलर राहुल रोशन ने ट्वीट किया, “वो हैंडपंप जो उखाड़ा था वो पीछे डाल दो अपने”
इसके अलावा कई यूजर्स फिल्म के समर्थन में दिखे और उन्होंने ट्रेलर की तारीफ की
एक यूजर अंकित जैन ने ट्वीट किया, “ट्रेलर फायर है, सनी देओल को कोई रिप्लेस नहीं कर सकता।”
एक अन्य रफाल गाँधी नामक यूजर ने लिखा है, “सिर्फ दो घंटे में ग़दर 2 का ट्रेलर 4 मिलियन व्यूज पार हो गया है, तारा सिंह का अलग ही फैंडम है।”
इस पूरे विवाद के बाद एक बात फिर से साबित हो चुकी है कि बॉलीवुड की फिल्मों को समाज की रियलिटी से कोई सरोकार नहीं रह गया है। लगातार फ्लॉप होती फिल्मों से बॉलीवुड का अस्तित्व संकट में है। ऐसे में बॉलीवुड की कार्यशैली में कोई खास फर्क नहीं पड़ा है। अब देखना ये है कि क्या ये फिल्म ग़दर 1 की तरह सफल होती है या अमन की आशा के चक्कर में बॉक्स ऑफिस पर औंधे मुँह गिरेगी।