आगामी दिसम्बर माह से विश्व की 20 सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं वाले समूह G-20 की अध्यक्षता ग्रहण करने से पहले सरकार ने देश के सभी प्रमुख राजनीतिक दलों के प्रमुखों की बैठक बुलाई है। यह बैठक दिसम्बर माह में राष्ट्रपति भवन में आयोजित की जाएगी। इस बैठक में लगभग 40 प्रमुखों के पहुँचने की सम्भावना है।
समाचार एजेन्सी ANI ने सरकारी सूत्र के हवाले से यह जानकारी दी है।
गौरतलब है कि आने वाले एक साल तक G-20 की अध्यक्षता भारत के पास रहेगी। सरकार जोर-शोर से इसकी तैयारियों में लगी हुई है।
भारत की अध्यक्षता के अंतर्गत, सदस्य देशों के प्रमुखों की बैठक, स्वास्थ्य मंत्रियों की बैठक और वित्त मंत्रियों की बैठक जैसे कार्यक्रम देश भर के अलग-अलग शहरों में प्रस्तावित किए गए हैं।
राजनीतिक दलों की बैठक में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी समेत सरकार में शामिल अन्य बड़े चेहरों के दिखने की सम्भावना है। बैठक में राजनीतिक दलों की अपनी विचारधारा से परे, एक जैसे हितों वाली विदेश नीति के बारे में चर्चा भी की जा सकती है।
हाल ही में इस वर्ष की G-20 के सदस्य देशों के राष्ट्र प्रमुखों की बैठक में शामिल होने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इंडोनेशिया गए थे।
जहाँ, उनकी अमेरिका के राष्ट्रपति जो बायडेन, फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों और इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जोको विडोडो जैसे वैश्विक नेताओं के साथ तस्वीरें सामने आई थीं।
इस बैठक में शामिल होने के लिए सभी दल प्रमुखों को न्योता भेजा गया है। हालाँकि, कई दलों के प्रमुखों के इसमें शामिल होने पर अभी भी संशय है।
समाचार पत्र डेक्कन क्रोनिकल के बताया है कि पिछले कुछ दिनों से भाजपा और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की नीतियों पर हमलावर तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चन्द्रशेखर राव इस बैठक में शामिल नहीं होंगें।
वहीं, बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस बैठक में शामिल होने की पुष्टि की है। साथ ही अन्य कई दलों के प्रमुख इस बैठक में दिखेंगें।
भारत को 1 दिसम्बर से G-20 समूह की अध्यक्षता आधिकारिक तौर से मिल जाएगी।
सरकार का जोर भारत में आयोजित होने वाले बैठकों में बहुआयामी विश्व पर जोर देने, जलवायु परिवर्तन के विषयों पर विकाशसील देशों का पक्ष रखने और अन्य वैश्विक संस्थाओं में भारत समेत अन्य देशों के प्रतिनिधित्व को बढ़ाने पर जोर देगा।