पर्यटन कार्य समूह की जी-20 की पहली बैठक गुजरात में कच्छ के रण में आयोजित होने जा रही है जिसका आयोजन 7 से 9 फरवरी के बीच किया जाएगा। इस बैठक के जरिए भारत के ग्रामीण पर्यटन और पुरातात्विक पर्यटन को दुनियाभर में नई पहचान मिलेगी।
3 दिवसीय इस बैठक में सदस्य देशों और अतिथि देशों के प्रतिनिधियों के अलावा संयुक्त राष्ट्र के विश्व पर्यटन संगठन (यूएनडब्ल्यूटीओ) और अंतरराष्ट्रीय श्रम संगठन (आईएलओ) के प्रतिनिधि भी शामिल होंगे। केंद्रीय पर्यटन सचिव अरविंद सिंह के अनुसार बैठकों में भाग लेने वाले G-20 प्रतिनिधियों को संबंधित क्षेत्रों में निर्मित वस्तुओं का तोहफा दिया जाएगा और कच्छ के रण में उन्हें स्थानीय कला एवं हस्तशिल्प की कारीगरी देखने को मिलेगी। साथ ही, सभी प्रतिनिधियों को भारतीय पर्यटन क्षेत्रों की स्लाइड्स दिखाई जाएगी।
इसके साथ ही प्रतिनिधियों को 9 फरवरी के दिन हड़प्पा सभ्यता के दक्षिणी केंद्र धोलावीरा के भ्रमण पर ले जाया जाएगा। उल्लेखनीय है कि जुलाई 2021 में यूनेस्को द्वारा विश्व धरोहर के रूप में चिन्हित किए गए धोलावीरा को लगभग 3500 ईसा पूर्व से लगभग 1800 ईसा पूर्व के बीच का माना जाता है। साथ ही ये हड़प्पा, मोहनजोदड़ो, गणेरीवाला, राखीगढ़ी, कालीबंगन, रूपनगर और लोथल सहित आठ प्रमुख हड़प्पा स्थलों में पांचवां सबसे बड़ा स्थल है।
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इसके पश्चात, 10 फरवरी को अतिथियों को 2001 के भीषण भूकंप के बाद भुज में बनाए गए एक स्मारक के दौरे पर ले जाया जाएगा। प्रतिनिधियों के लिए भारतीय पुरातत्व विभाग (एएसआई) द्वारा प्राचीन स्थल पर संकेतों और सुविधाओं को अधिक उकेरा गया है। साथ ही ढोरडो टेंट सिटी, जहाँ बैठक प्रस्तावित है, वहाँ सभी सुविधाएं सुनिश्चित की गई हैं। प्रतिनिधियों को पर्यटक स्थलों के महत्व की जानकारी देने के लिए ऑडियो-विजुअल प्रस्तुति भी दी जाएगी। ‘साझा सांस्कृतिक विरासत की खोज’ विषय पर स्पेन, मैक्सिको और इंडोनेशिया के प्रतिनिधियों की भागीदारी के साथ एक पैनल चर्चा भी होगी।
बैठक के पहले दिन केंद्रीय पर्यटन मंत्री जी किशन रेड्डी भाषण देकर कार्यक्रम आरंभ करेंगे। उनके भाषण में ‘सामुदायिक सशक्तिकरण और गरीबी उन्मूलन के लिए ग्रामीण पर्यटन’ पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा। साथ ही ग्रामीण विकास के लिए पर्यटन नीति के समर्थन पर एक पैनल चर्चा आयोजित की जाएगी जिसमें विभिन्न राज्यों से ग्रामीण पर्यटन की सबसे सफल और अभिनव पहलों को उजागर किया जायेगा।
जानकारी के अनुसार, अगली पर्यटन बैठक सिलीगुड़ी/दार्जिलिंग में अप्रैल, 2023 में आयोजित की जाएगी। तीसरी बैठक मई, 2023 में उत्तर भारतीय पहाड़ी राज्यों में से किसी एक में आयोजित होने की संभावना है। अधिकारियों ने बताया कि अंतिम मंत्रीस्तरीय बैठक 19-22 जून को गोवा में आयोजित की जाएगी। बता दें कि भारत ने 1 दिसंबर को जी-20 की अध्यक्षता ग्रहण की है। अब देश के 55 स्थानों पर 200 से अधिक बैठकें आयोजित की जाएंगी। इनका समापन 9-10 सितंबर वार्षिक जी-20 शिखर सम्मेलन के साथ होगा।