जम्मू कश्मीर के श्रीनगर में कटरा-बनिहाल के बीहड़ इलाके से उल्लेखनीय है खबर सामने आ रही है, जिसमें महत्वाकांक्षी उधमपुर-श्रीनगर-बारामूला रेलवे लाइन (यूएसबीआरएल) परियोजना अगले वर्ष की शुरुआत में अपने चरम पर पहुंचने के लिए तैयार है। जाहिर है कि यह रेल लाइन धरातल पर आने के बाद जम्मू से सीधे कश्मीर तक आवागमन का साधन उपलब्ध होगा।
उत्तर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी (सीपीआरओ) दीपक कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि 111 किलोमीटर लंबी कटरा-बनिहाल रेल लाइन पर 95 से 96 फीसदी काम पूरा हो चुका है, केवल थोड़ा सा काम बाकी है। उन्होंने कहा कि रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव पहले ही घोषणा कर चुके हैं कि जम्मू को श्रीनगर से जोड़ने वाला उधमपुर-बनिहाल ट्रैक इस साल दिसंबर तक या अगले साल की शुरुआत में पूरा हो जाएगा।
गौरतलब है कि यूएसबीआरएल परियोजना में 119 किमी की दूरी तय करने वाली 38 सुरंगें शामिल हैं, जिसमें टी-49 सबसे लंबी 12.75 किमी है, जो इसे देश की सबसे लंबी परिवहन सुरंग बनाती है। इसके अलावा इस योजना में 927 पुल, प्रतिष्ठित 359 मीटर ऊंचा चिनाब ब्रिज और देश में एकमात्र केबल-रुके हुए रेल पुल का निर्माण भी अंजी खाद नदी की खड़ी ढलान पर किया गया है।
नदी तल से 359 मीटर (1,178 फीट) की ऊंचाई पर बनाए गए चिनाब पर सबसे ऊंचा रेलवे पुल की लागत 1,400 करोड़ रुपये है। पेरिस के एफिल टॉवर से 35 मीटर ऊंचा है। कटरा और बनिहाल रेलवे लाइन के बीच एक महत्वपूर्ण लिंक यह पुल 35,000 करोड़ रुपये की यूएसबीआरएल परियोजना का हिस्सा है।
अधिकारी का कहना है कि जैसे-जैसे पिछले कुछ काम सटीकता से पूरे हो रहे हैं वैसे ही पूर्वानुमान भी सटीक हो रहा है। कनेक्टिविटी का वादाएक समय दूर का सपना था जो कि अब साकार होने वाला है। आर्थिक विकास, शिक्षा तक आसान पहुंच और बेहतर स्वास्थ्य देखभाल का वादा जमीन पर उतर कर हकीकत बन रहा है।
प्रोजेक्ट पर काम कर रहे अधिकारियों के अनुसार ट्रैक का पूरा होना इंजीनियरिंग की उपलब्धि से कहीं अधिक का प्रतीक है। यह बीहड़ विस्तार में दिलों और आशाओं को जोड़ने वाली एक जीवन रेखा है। अगले साल, जब उद्घाटन ट्रेन सुरंगों और पुलों से होकर गुजरेगी, तो यह न केवल रेलवे ट्रैक के पूरा होने का बल्कि कश्मीर के लोगों के लिए एक नए अध्याय की शुरुआत का प्रतीक होगा।
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