कनाडा के सरे (Surrey) में एक भारतीय मूल के व्यक्ति के घर पर गोलीबारी होने का मामला सामने आया ह। घटना की जानकारी मिलने के बाद रॉयल कैनेडियन माउंटेड पुलिस घटना की जांच में जुट गई है।
जानकारी है कि यह फायरिंग बुधवार (27 दिसंबर) को सुबह-सुबह सरे स्थित लक्ष्मी नारायण मंदिर के अध्यक्ष सतीश कुमार के बेटे के घर पर हुई। घटना सरे के 80 एवेन्यू के 14900 ब्लॉक में एक आवास पर हुई। हालांकि पुलिस के अनुसार घटना के दौरान कोई घायल नहीं हुआ है।
सरे पुलिस के मीडिया रिलेशन ऑफिसर कांस्टेबल परमबीर काहलों ने जानकारी दी कि आवास गोलियों के छेद से क्षतिग्रस्त हो गया है। घटना के दौरान कोई घायल नहीं हुआ, लेकिन आवास को गोलियों से लगातार नुकसान पहुंचा। साथ ही पुलिस इलाके में घटनास्थल की जांच करने के साथ ही गवाहों से बात कर रही है और सीसीटीवी फुटेज के लिए आस-पड़ोस में छापेमारी भी जारी है।
ज्ञात हो कि सरे आरसीएमपी सामान्य जांच इकाई के पास जांच का संचालन है। अधिकारी अभी भी इस घटना का मकसद निर्धारित करने में लगे हुए हैं। घटना के डैश कैम फुटेज सहित अधिक जानकारी वाले किसी भी व्यक्ति को सरे आरसीएमपी से संपर्क करने के लिए कहा जाता है। जानकारी है कि सरे आरसीएमपी जनरल इन्वेस्टिगेशन यूनिट ने जांच की है और अधिकारी इस घटना का कराण जानने के लिए काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि अपराधियों की पहचान अभी तक ज्ञात नहीं है।
साथ ही, सरे पुलिस ने सरे के लक्ष्मी नारायण मंदिर को हाल ही में मिली धमकियों से हमले के किसी भी संबंध की पुष्टि नहीं की है। इससे पहले नवंबर में, भारतीय मूल के कनाडाई सांसद चंद्र आर्य ने सरे में खालिस्तान समर्थक समर्थकों का एक कथित वीडियो साझा किया था जिसमें दावा किया गया था कि वे वहां हिंदू लक्ष्मी नारायण मंदिर में परेशानी पैदा करना चाहते हैं।
उन्होंने लिखा था कि कुछ रिपोर्टों के अनुसार पिछले हफ्ते खालिस्तान समर्थकों ने सरे, बीसी में एक सिख गुरुद्वारे के बाहर एक सिख परिवार के साथ मौखिक रूप से दुर्व्यवहार किया था। अब ऐसा प्रतीत होता है कि वही खालिस्तान समूह सरे में हिंदू लक्ष्मी नारायण मंदिर में परेशानी पैदा करना चाहता है। उन्होंने इस बात पर जोर देते हुए कि पिछले वर्षों में हिंदू मंदिर हमलों का निशाना बने रहे हैं, कहा कि पिछले कुछ वर्षों के दौरान हिंदू मंदिरों पर कई बार हमले हुए हैं। हिंदू-कनाडाई लोगों के खिलाफ घृणा अपराध किए जा रहे हैं।
इसके अलावा भी इस वर्ष अगस्त में खालिस्तान जनमत संग्रह के पोस्टर के साथ चरमपंथी तत्वों द्वारा कनाडा में एक हिंदू मंदिर में तोड़फोड़ की गई थी। इस साल अप्रैल में, कनाडा के ओंटारियो में विंडसर में भारत विरोधी भित्तिचित्रों के साथ बीएपीएस स्वामीनारायण मंदिर में तोड़फोड़ की गई थी। इस बीच, फरवरी में कनाडा के मिसिसॉगा में राम मंदिर में भारत विरोधी भित्तिचित्रों के साथ तोड़फोड़ की गई। जनवरी में, ब्रैम्पटन में एक हिंदू मंदिर को भारत विरोधी भित्तिचित्रों से विरूपित किया गया था, जिससे भारतीय समुदाय में आक्रोश फैल गया था।