उत्तर प्रदेश पुलिस ने ALT न्यूज़ के स्वघोषित फैक्ट चेकर मोहम्मद जुबैर पर FIR दर्ज की है। यह FIR उसके द्वारा ट्विटर पर नाबालिग बच्चे का वीडियो डालने और उसकी पहचान सार्वजनिक करने के मामले में दर्ज की गई है। जुबैर पर यह मामला किशोर न्याय अधिनियम के तहत जिला मुजफ्फरनगर में दर्ज किया गया है।
पूरा मामला उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले के एक वायरल वीडियो से जुड़ा हुआ है। इस वीडियो में एक शिक्षिका एक बच्चे को ढंग से पढ़ाई ना करने के कारण दूसरे बच्चों से पिटाई करवाते हुए दिखती है। दूसरे बच्चे बारी-बारी से उसे पीटते हैं। बाद में यह जानकारी भी सामने आई थी कि इस वीडियो को प्रताड़ित बच्चे के चचेरे भाई ने ही बनाया था। वीडियो मुजफ्फरनगर के खुब्बापुर गाँव का था।
वीडियो में शिक्षिका का उद्देश्य बच्चे की पढ़ाई को लेकर उसे सबक़ दिलाना था लेकिन मोहम्मद जुबैर और अन्य प्रोपगेंडाबाजों ने इसे हिन्दू मुस्लिम रंग देकर प्रसारित किया। इसी क्रम में जुबैर में बच्चे का वीडियो बिना उसकी पहचान छुपाए ट्विटर पर अपने अकाउंट (@Zoo_Bear) पर डाला था जो कि अपराध की श्रेणी में आता है।


जुबैर ने वीडियो डालने के कुछ देर बाद यह डिलीट भी कर दिया था लेकिन लोगों ने इस कृत्य पर बाल संरक्षण आयोग का ध्यान खींचा। अब इस मामले में मुजफ्फरनगर जिले की पुलिस ने किशोर न्याय (बच्चों की देखभाल और संरक्षण अधिनियम 2015) के तहत FIR दर्ज कर ली है। FIR, उसी गाँव के एक व्यक्ति विष्णुदत्त ने दर्ज करवाई है जहाँ से वीडियो वायरल हुआ था।
यह पहला ऐसा मामला नहीं है जब जुबैर ने किसी नाबालिग की पहचान ट्विटर पर उजागर की हो, इससे पहले भी वह ऐसे ही काम करता आया है। जुबैर ने अगस्त 2020 में एक व्यक्ति जगदीश सिंह से ट्विटर पर बहसबाजी में उसकी पोती को निशाना बनाते हुए फोटो डाली थी, यह बालिका नाबालिग थी। इसके पश्चात इस बच्ची को ट्विटर पर धमकियां मिलने लगी थी और उसकी सुरक्षा खतरे में पड़ गई थी। मामले का संज्ञान राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग ने लिया था और उसके ऊपर दो FIR दर्ज की गई थी जिसमें POCSO एक्ट भी लगाया गया था।
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