सूरज ढलने को था। मैं माटूंगा सर्कल पर हाथों में कॉफी लिए खड़ा था। यहाँ रोज की तरह बेहद रौनक थी। कॉलेज के लड़के लड़कियों के झुंड टहल रहे थे। वो सभी फीफा विश्व कप के वीकेंड के मैचों पर बातें कर रहे थे।
ढलते सूरज को सलाम कर ससून डॉक्स पर समंदर से नावें वापस लौट रही थीं। मछुआरों को आज घर जाने की जल्दी थी। आज सब को इंतजार था, क्या अर्जेंटीना का नन्हां जादूगर, मेस्सी, उससे बेइंतहा मोहब्बत करने वालों को उस पर मर मिट जाने की एक और वजह देगा।
छब्बीस तारीख को कतर में चल रहे फीफा विश्व कप में पोलैंड का सामना था, अर्जेंटीना को सनसनीखेज तरीके से हराकर खबरों में छा चुकी सऊदी अरब की टीम से। यहाँ जैलींस्की और लेवांदोस्की के गोलों की बदौलत पोलैंड ने 2-0 से सऊदी अरब की टीम को हराया।
हैरान करने वाली बात यह रही कि सऊदी अरब ने मुकाबले में 64 प्रतिशत वक्त गेंद अपने पास रखते हुए गोल करने के लिए कुल 16 शॉट लगाए। लेकिन इस बार किस्मत ने उनका साथ नहीं दिया। हर्व रेनार्ड की टीम अच्छा तो खेली मगर फैसला उनके पक्ष में नहीं रहा।
वहीं दिन के तीसरे मुकाबले में फ्रांस ने कीलिएन एम्बाप्पे के दो गोल की बदौलत डेनमार्क की टीम को 2-1 से हराकर अगले दौर में जगह बनाने वाली पहली टीम का गौरव हासिल कर लिया। कीलिएन एम्बाप्पे अब तक टूर्नामेंट में तीन गोल दाग चुके हैं।
आगे भारतीय समयानुसार रात 12:30 बजे लुसैल स्टेडियम में खेले गए ग्रुप सी के बहुप्रतीक्षित मुकाबले में अर्जेंटीना अपनी साख बचाने मेक्सिको के आगे खड़ी थी।
जब अर्जेंटीना की जीत हेतु सारा विश्व दुआ कर रहा था, तो खुद फुटबॉल के खुदा, लियो मेस्सी ने मैच के चौंसठवें मिनट में विपक्षी ‘डी’ के बाहर गेंद मिलते ही एक बेहद खूबसूरत गोल दाग कर अर्जेंटीना को मुकाबले में जरूरी बढ़त दिला दी। जब मेस्सी ने गोल पर शॉट दाग़ा तो मैक्सिको की दीवार, गोलकीपर गुलैर्मो ओचोआ, के पास कोई जवाब नहीं था। गुलैर्मो ओचोआ पर ऐसा गोल दागना वाकई में हर किसी के बस की बात नहीं।
यह बेहद ही खूबसूरत गोल था जिसको शब्दों में बतला पाना संभव नहीं। सारा स्टेडियम मेस्सी के नाम के नारे लगा रहा था। विश्वभर में फुटबॉल के दर्शक खुशी में झूम रहे थे। अर्जेंटीना ने यह मुकाबला 2-0 से जीतकर विश्व कप के अगले दौर में जगह बनाने की अपनी उम्मीदें जिंदा रखी हैं।
गौरतलब है कि अब तक अर्जेंटीना ने ऐसी कोई खास फुटबॉल खेली नहीं है जिसे देख कर दर्शकों में खुशी की लहर दौड़ पड़े।
अब आगे, रविवार के दिन ग्रुप ई व ग्रुप एफ के मुकाबले खेले जाने हैं। रविवार को जापान बनाम कोस्टा-रिका, बेल्जियम बनाम मोरक्को व क्रोएशिया बनाम कनाडा के मुकाबले तो होंगे ही साथ ही साथ दिन का वो मुकाबला जिसका सभी फुटबॉल प्रशंसक इंतजार कर रहे हैं, रात 12:30 AM पर खेला जाना है।
जर्मनी, जो टूर्नामेंट में अपना पहला मुकाबला ‘जाएंट किलर्स’ जापान से हार कर बेहद मुश्किलों में है, का सामना है, टैगोर की किसी कविता की पंक्तियों सी मुक्त बहती फुटबॉल खेलने वाली लुई एनरीके की स्पेन से। ‘ला रोजा’ स्पेन ने अपने पिछले मुकाबले में बेहद आसानी से सात गोल दाग दिए थे।
स्पेन यह मुकाबला जीत अगले दौर में जगह बनाने का प्रयास करेगी। जर्मनी के लिए यह एकदम करो या मरो की स्थिति है- यह मैच उन्हें हर हाल में जीतना है। जर्मनी के कोच हांसी फ्लिक के माथे पर शिकन जरूर होगी। उन पर स्पेन की फुटबॉल का काट ढूंढने का अतिरिक्त दबाव होगा।
मैच किसी के भी पक्ष में जाए, जीत होगी फुटबॉल की। दर्शकों को रविवार के दिन मजेदार फुटबॉल देखने को मिलेगी।