सोशल मीडिया पर कांग्रेसी आईटी सेल से जुड़े फेक न्यूज पैडलर द्वारा फैलाई गई एक फेक न्यूज को ‘हिंदुस्तान’ नामक समाचार पत्र ने अपने खेल कॉलम में जगह दी है। यह खबर भारतीय फुटबॉल टीम के कप्तान सुनील छेत्री से संबंधित है। फेक न्यूज सोशल मीडिया पर वायरल हो गई। इसके बाद इसे बिना वेरिफाई किए समाचार पत्र ने छाप दिया।
दरअसल ‘हिंदुस्तान’ समाचार पत्र द्वारा SAF फुटबॉल चैम्पियनशिप में भारत की शानदार जीत की खबर को कवर किया गया। इसमें फुटबॉल टीम के कप्तान सुनील छेत्री के नाम से एक बयान छापा गया है जो एक ट्विटर अकाउंट द्वारा सबसे पहले सामने रखा गया था।
सैफ फुटबॉल चैम्पियनशिप में भारत को विजयी बनाने के बाद सुनील छेत्री ने दर्शकों को धन्यवाद दिया था। हालांकि ट्वीटर यूजर रोशन राय नामक व्यक्ति ने भारतीय फुटबॉलर के बयान को तोड़ मरोड़ कर पेश करने हुए खबर फैलाई कि सुनील छेत्री ने यह जीत मणिपुर को समर्पित की है। इस फेक बयान के अनुसार सुनील छेत्री का कहना है, “यह जीत मेरे मणिपुर के लोगों को समर्पित है। मणिपुर को फुटबॉल पंसद है और वहां जो हो रहा उसे देखकर मुझे दुख होता है। उम्मीद है मणिपुर एकजुट हो इस जीत का जश्न मनाएगा”।
हिंदुस्तान समाचार पत्र का यह बयान कई ट्विटर एकाउंट्स की सूचना का स्रोत भी बन गया।
Meitei Heritage Society ने भी इस फर्जी बयान को ट्वीट किया है।
राहुल गांधी के कट्टर समर्थक रोशन राय ने न सिर्फ फेक न्यूज फैलाकर विवाद खड़ा करना चाहा बल्कि अपने इस प्रयास में सुनील छेत्री को मणिपुर का निवासी घोषित कर दिया। बहरहाल रोशन राय को सोशल मीडिया यूजर्स के रोष का सामना करना पड़ रहा है। विवाद खड़ा होने पर रोशन ने अपना ट्वीट डिलीट कर दिया है। रोशन राय का फेक न्यूज फैलाने के मामले में लंबा रिकॉर्ड रहा है।
विडंबना यह है कि हिंदुस्तान समाचार पत्र में संपादकों ने बिना इसकी जांच किए इस फेक न्यूज़ को जगह दे दी। यही कारण है कि फेक न्यूज के विरुद्ध कार्रवाई और विश्वसनीय समाचार के लिए मंच की माँग समय-समय पर उठती रही हैं। अब फेक न्यूज फैलाने में राष्ट्रीय समाचार पत्रों का नाम आना चिंताजनक है।
सोशल मीडिया पर यह फेक न्यूज वायरल होने के बाद ट्विटर यूजर्स इसे ‘इकोसिस्टम’ का हिस्सा भी बता रहे हैं। वरना क्या ही वजह हो सकती है कि कांग्रेस पोषित आईटी सेल द्वारा किए गए एक ट्वीट को एक राष्ट्रीय स्तर का हिन्दी समाचार पत्र अपने समाचार का स्रोत बना लेता है।